नारनौल, (रामचंद्र सैनी): राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय में चल रहे एनएसएस शिविर के पांचवें दिन शहीदी दिवस पर स्वयं सेवकों ने स्वतंत्रता सेनानियों को याद किया। कार्यक्रम में कॉलेज के प्राचार्य जगमेश जाखड ने शहीद भगतसिंह के चित्र पर पुष्प व माला अर्पित करके उन्हें याद किया। इस मौके पर स्वयं सेवकों ने शहीद भगतसिंह, राजगुरू व सुखेदव सिंह पर आधारित विभिन्न कविताओं, देशभक्ति गीतों व शायरियों के माध्यम से अपने वक्तव्य सुनाकर विद्यार्थियों में जोश भर दिया। स्वयं सेवकों द्वारा इन शहीदों की याद में देशभक्ति से ओतप्रोत प्रस्तुतियां देकर माहौल एकदम जोशीला बना दिया। प्राचार्य जगमेश जाखड ने अपने संबोधन में विस्तार से बताया कि किस तरह लाहौर की सेंट्रल जेल में 23 मार्च 1931 को भगत सिंह, राजगुरू व सुखेदव को फांसी दी गई थी और फांसी का संदेश जेल के नाई द्वारा मिलने के बाद जेल का माहौल किस प्रकार हो गया था। प्राचार्य द्वारा सुनाई गई इन शहीदों की जेल कथा को सुनकर विद्यार्थी भावविभोर हो गए। एनएसएस प्रबंधक सुभाष यादव ने अपने संबोधन में महान शहीदों के जीवन से प्रेरणा लेने का आह्वïान किया। इस कार्यक्रम के बाद स्वयं सेवकों ने कॉलेज परिसर में श्रमदान भी किया तथा सांयकालीन सत्र में वित्तीय सलाहकार फूलसिंह ने स्वयं सेवकों को बैंकिंग के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने विद्यार्थियों को यह भी बताया कि किस तरह से आजकाल ऑनलाइन बैंकिंग में धोखाधडी के मामले सामने आ रहे हैं, इसलिए सचेत रहकर ऑनलाइन बैंकिंग करें। इस मौके पर तीनों यूनिक के एनएसएस समन्वयक डा.सत्यपाल सुलोदिया, डा.प्रियंका शांडिल्य व डा.सुभाष यादव भी उपस्थित थे। Post navigation परमवीर सिंह की चिट्ठी, चिट्ठी और वैभव कृष्ण की चिट्ठी ? आजादी के दीवानों का बलिदान याद रखेगा हिन्दुस्तान- प्रो. आर.सी. कुहाड़