युवाओं की ललकार- किसान आंदोलन आजादी की दूसरी लड़ाई, कानून रद्द करवाकर रहेंगे

चरखी दादरी जयवीर फोगाट 

किसान आंदोलन महज तीन काले कानूनों को रद्द कराने का ही नहीं अपितु लोकतंत्र बचाने के लिए आजादी की दूसरी लड़ाई है।  ये बात युवा वक्ताओं ने संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर कितलाना टोल पर शहीदी दिवस मनाते हुए कही। उन्होंने कहा कि केंद्र और हरियाणा सरकार निरकुंश हो गई हैं और इनकी नींद खोलनी जरूरी है। उन्होंने कहा कि अंग्रेजों की भांति मौजूदा हुक्मरानों को कुर्सी का घमंड है और लोकतंत्र का गला घोंट रखा है। इसलिए युवा बुजुर्गों के मार्गदर्शन में हर मोर्चे पर अडिग रहेंगे और सरकार को झुकाकर तीनों काले कानून रद्द करवाकर रहेंगे।

कितलाना टोल पर आज सबसे पहले शहीद भगतसिंह, राजगुरु और सुखदेव के चित्र पर माल्यार्पण के बाद दो मिनट का मौन रखा गया। किसान आंदोलन में शहादत देने वाले किसानों को भी श्रद्धांजलि अर्पित की गई। वक्ताओं ने कहा कि देश के नौजवान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सच्चाई से वाकिफ हो गए हैं। तीन काले कानून बनाकर उन्होंने किसानों की ही नहीं मजदूर, कर्मचारी और व्यापारी समेत हर वर्ग पर कड़ी चोट मारी है। उन्होंने कहा कि मोदी से हिसाब चुकाने का समय आ गया है।                 

कितलाना टोल पर धरने के 89वें दिन युवा दिवस की किसान नेता राजू मान, भाकियू जिला प्रधान राकेश आर्य, संजय श्योराण, प्रवीण प्रेमनगर, नरेंद्र नाथूवास, योगेश इमलोटा, कृष्ण फौगाट, विजय मोटू, इंदु परमार, नरेंद्र झोझू, संजय यादव ने संयुक्त रूप से अध्यक्षता की। उन्होंने कहा कि भगत सिंह सरीखे शहीदों की बदौलत हमें आजादी मिली थी। वर्तमान सरकार हठधर्मिता पर अड़ी है और लोकतंत्र पर बड़ा खतरा मंडरा रहा है। इसलिए युवाओं को कमर कसनी पड़ेगी और मौजूदा सरकार को मुंह तोड़ जवाब देना होगा। उन्होंने कहा कि केंद्र और राज्य सरकार दोनों युवाओं को रोजगार देने में असमर्थ रही हैं।             

युवा दिवस के आयोजन पर मौसम ने खूब खलल डाला। दोपहर 1 बजे जबरदस्त चक्रवाती तूफान आया। धरने पर लगा टैंट हिलाकर रख दिया और पर्दे फाड़कर रख दिये। महिलाओं और बुजुर्गों ने जहां गद्दों से ओट ली वहीं युवाओं ने पाइप थामे रखे। इसके बावजूद धरने पर किसान हिले नहीं और 1 घंटे के बाद दुबारा मौसम शांत होने पर भाषणबाजी शुरू हुई। युवाओं ने सरकार के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की। धरने का मंच संचालन धर्मेन्द्र छपार ने किया।               

 इस अवसर पर खाप सांगवान 40 के सचिव नरसिंह डीपीई, फौगाट खाप के सचिव सुरेश फौगाट, अजित सिंह फौगाट, गंगाराम श्योराण, रामकुमार कादयान, प्रीतम चेयरमैन, पूर्व सरपंच संजय मन्दोला, राजेश श्यामकलां, कृष्णा सांगवान, दल्लो, किताब कौर, रेखा, जोगेंद्र डोहकी, राजकुमार हड़ौदी, रामकुमार सोलंकी, जगदीश हुई, सुभाष यादव, सतीश सांगवान, चिंटू ताखर, प्रदीप श्योराण, चरण सिंह, ओम नम्बरदार, सत्यवान कालुवाला, अपूर्व, विजय घिकाड़ा, सोनू डालावास इत्यादि मौजूद थे।

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