स्वदेशी जागरण मंच ने आत्मनिर्भर भारत के सपने को साकार करने की दोहराई प्रतिबद्धता. विक्रमादित्य बने गुरुग्राम विभाग सह संयोजक, सुरेश वशिष्ठ को जिला संयोजक का दायित्व

गुरुग्राम: स्वदेशी जागरण मंच हरियाणा प्रांत के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं के हिसार में हुए प्रांत सम्मेलन में आत्मनिर्भर भारत के सपने को साकार करने के लिए विचार मंथन करने के साथ कार्यकारिणी का विस्तार किया गया।

उक्त जानकारी देते हुए गुरुग्राम महानगर मीडिया प्रभारी अमर चंद भारद्वाज ने बताया कि सम्मेलन में मुख्य रुप से मंच के राष्ट्रीय संयोजक श्री आर सुंदरम, अखिल भारतीय सह संघठक श्री सतीश कुमार, अखिल भारतीय सह प्रचार प्रमुख श्री कमलजीत, अखिल भारतीय विचार विभाग प्रमुख श्री राम कुमार मित्तल, उत्तर क्षेत्र संयोजक श्री विजय वत्स, उत्तर क्षेत्र सह संयोजक श्री सोमनाथ सचदेवा ,उत्तर क्षेत्र संपर्क प्रमुख श्री सतेंद्र सोरोत के मार्गदर्शन में हरियाणा प्रांत स्वदेशी जागरण मंच की नई दायित्व की घोषणा हुई, जिसमें गुरुग्राम जिला संयोजक वरिष्ठ अधिवक्ता विक्रमादित्य( विक्रम) को गुरुग्राम विभाग के सह संयोजक का दायित्व सौंपा गया। वहीं सुरेश वशिष्ठ को गुरुग्राम जिला संयोजक की जिम्मेदारी प्रदान की गई। सम्मेलन का मंच संचालन श्री अंकेश्वर प्रकाश प्रांत संयोजक जी ने किया सम्मेलन में विशेष उपस्थिति माननीय पवन जिंदल जी संघचालक राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ हरियाणा जी व गुरुग्राम से मुख्य रूप से अधिवक्ता विक्रमादित्य (विक्रम) सुरेश वशिष्ठ, बीर सिंह तवर, अरुण राजपूत और गुरुग्राम महानगर मीडिया प्रभारी अमर चंद भारद्वाज उपस्थित रहे।

सम्मेलन को संबोधित करते हुए मंच के राष्ट्रीय संयोजक श्री आर. सुंदरम ने कहा कि स्वदेशी जागरण मंच का मिशन देश के हर नागरिक को आत्मनिर्भर बनाना है। इस मिशन को पूरा करने के लिए स्वदेशी जागरण मंच द्वारा हर जिला स्वावलंबी बनाने का अभियान चलाया जा रहा है जब राष्ट्र का हर जिला स्वावलंबी बनेगा तो पूरा देश आत्मनिर्भर होगा। आर सुंदरम ने कहा कि रोजगार सृजन के उद्देश्य को पूर्ण‌ करने के लिए परंपरागत व वंशानुगत उद्योग, धंधों को वृहद स्तर पर पुनर्जीवित करने के लिए मंच द्वारा युवाओं को जागरूक किया जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आवाह्न पर देशभर में चलाए जा रहे वोकल फार लोकल और आत्म निर्भर भारत के अभियान को पूरा करने के लिए हर जिले को स्वावलंबी बनाने का काम भी मंच द्वारा किया जा रहा है। इसके लिए अब जिला स्तर पर एक सूची तैयार की जा रही है जिसमें विदेशी, स्वदेशी और स्थानीय वस्तुओं व उत्पादों का विवरण शामिल किया जा रहा है। प्रांत सम्मेलन में स्थानीय व स्वदेशी वस्तुओं की प्रदर्शनी भी लगाई गई थी और सभी उपस्थित कार्यकर्ताओं को नागरिकों को स्वदेशी और स्थानीय उत्पादों का प्रयोग करने के प्रति जागरूक किया गया।

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