धारूहेड़ा नगर पालिका के चेयरमैन कंवर सिंह के मामले में बड़ी खबर

भारत सारथी/ कौशिक

 रेवाड़ी। धारूहेड़ा नगर पालिका के नवनिर्वाचित चेयरमैन कंवर सिंह यादव की चेयरमैनी नामांकन के समय प्रस्तुत किए गए झूठे सर्टिफिकेट के आधार पर चली गई है। पुष्ट सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार चुनाव आयोग ने कंवर सिंह को अयोग्य करार दे दिया है। इससे नगर पालिका चुनाव में दूसरे नंबर पर रहने वाले संदीप बोहरा के आरोपों पर सत्यता की मुहर लग गई है।

 गत वर्ष 27 दिसंबर को हुए नगर पालिका चेयरमैन पद के चुनाव में कंवर सिंह यादव ने संदीप बोहरा को हराकर चेयरमैन पद हासिल किया था। इसके बाद संदीप बोहरा की ओर से चुनाव आयोग को दर्ज शिकायत में आरोप लगाया था कि नामांकन के समय कंवर सिंह ने शैक्षिक योग्यता का जो प्रमाण पत्र पेश किया है वह पूरी तरह फर्जी है।

 चुनाव आयोग ने मामले की जांच रेवाड़ी के  को सौंपी थी। उपायुक्त ने मामले की जांच के लिए एसडीएम के नेतृत्व में एक कमेटी का गठन किया था। बाद में एसडीएम ने उपायुक्त को सौंपी रिपोर्ट में सर्टिफिकेट को फर्जी करार दिया था। उपायुक्त ने अपनी रिपोर्ट चुनाव आयोग को भेज दी थी।

 सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार चुनाव आयोग की ओर से शुक्रवार को कंवर सिंह का पक्ष सुना गया था इसके बाद चुनाव आयोग ने कंवरसिंह को अयोग्य करार देते हुए इसका पत्र उपायुक्त को प्रेषित कर दिया। इस संदर्भ में उपायुक्त से संपर्क नहीं हो पाया है, लेकिन ऐसा माना जा रहा है कि जल्द ही प्रशासन की ओर से आगामी प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी। सर्टिफिकेट विवाद के चलते विजयी हुए पार्षदों को भी शपथ नहीं दिलवाई जा सकी है। हालांकि अभी भी कंवर सिंह का दावा है कि उनकी सर्टिफिकेट फर्जी नहीं है। अब देखना यह होगा कि इस मामले में प्रशासन का अगला कदम क्या होगा।

 फिलहाल चुनाव आयोग का निर्णय संदीप बोहरा की बड़ी जीत माना जा सकता है। संदीप बोहरा का कहना है कि चुनाव आयोग ने इस मामले में निष्पक्ष कार्रवाई की है। झूठ का सहारा लेकर चुनाव लड़ने वाले कंवर सिंह की हकीकत लोगों के सामने उजागर हो चुकी है।

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