सरकार ने उठाया प्रदेश को कुपोषण और एनीमिया मुक्त बनाने का बीड़ा

मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने की अभियान की शुरुआत

रमेश गोयत

चंडीगढ़। हरियाणा सरकार ने प्रदेश को कुपोषण और एनीमिया मुक्त बनाने का बीड़ा उठाया है। अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर प्रदेश स्तरीय कार्यक्रम में मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने इस अभियान की शुरुआत की।

मुख्यमंत्री ने कहा कि महिलाओं के प्रति अपराधों के मामलों में अपराधी के खिलाफ कोई नरमी नहीं बरती जाएगी। उन्होंने कहा कि आज हर क्षेत्र में महिलाएं आगे हैं। हम इस बात के लिए गंभीरता से प्रयासरत हैं कि महिलाओं के प्रति अपराधों पर अंकुश लगे। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने चंडीगढ़ स्थित अपने आवास पर आयोजित प्रदेश स्तरीय कार्यक्रम से प्रदेशभर में आयोजित कार्यक्रमों में उपस्थित प्रतिभागियों को भी वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से सम्बोधित किया। इस मौके पर शिक्षा एवं पर्यटन मंत्री श्री कंवरपाल, महिला एवं बाल विकास राज्यमंत्री कमलेश ढांडा, मुख्य सचिव विजय वर्धन, महिला एवं बाल कल्याण विभाग के प्रधान सचिव डॉक्टर राकेश गुप्ता, मुख्यमंत्री के अतिरिक्त प्रधान सचिव डॉक्टर अमित अग्रवाल, उप प्रधान सचिव आशिमा बराड़, महिला एवं बाल विकास विभाग के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने प्रदेश को कुपोषण एवं एनीमिया मुक्त करने के लिए अभियान की शुरुआत करने के साथ ही प्रदेश में सरकारी प्ले स्कूल खोलने की दिशा में काम करते हुए प्रदेश में 30 मॉडल क्रेच की विधिवत शुरुआत की। मोबाइल क्रेच की भी शुरुआत की गई।

मोबाइल क्रेच के माध्यम से प्रदेश में 500 मॉडल क्रेच होगे स्थापित

महिलाओं के लिए व्हाट्सएप नम्बर जारी किया
अभी तक प्रदेश में महिलाएं सहायता के लिए हेल्प लाइन नम्बर 181 पर काल कर सकती थीं। आज मुख्यमंत्री ने महिलाओं की सुरक्षा को और पुख्ता बनाने के लिए व्हाट्सएप नम्बर की भी शुरुआत की। अब इमरजेंसी में प्रदेश की महिलाएं 9478913181 नम्बर पर व्हाट्सएप के माध्यम से भी शिकायत कर सकती हैं। इससे पूर्व महिला एवं वाल विकास राज्यमंत्री कमलेश ढांडा में कहा कि महिलाओं के कल्याण के लिए हरियाणा सरकार ने बहुत अच्छे कदम उठाए हैं। हरियाणा देश का पहला रा’य है जो सबसे पहले केरोसिन मुक्त हुआ है। मुख्य सचिव विजय वर्धन ने बड़े ही भावुक शब्दों के साथ महिला शक्ति को नमन किह। उन्होंने अपने भावों को उनकी धर्मपत्नी द्वारा लिखी गई कविता च्मैं भारत की  बेटी’ पढक़र मातृशक्ति की महिमा के बारे में बताया।

उत्कृष्ट कार्य करने वाली महिलाएं सम्मानित

भिन्न-भिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वाली महिलाओं को सम्मानित किया गया। लिंगानुपात में उत्कृष्ट प्रदर्शन पर सिरसा, भिवानी और सोनीपत जिलों को क्रमश: प्रथम, द्वितीय और तृतीय पुरस्कार दिया गया। इन पुरस्कारों के लिए पांच लाख, तीन लाख और दो लाख का पुरस्कार दिया गया। ये पुरस्कार इन जिलों के उपायुक्तों को प्रदान किया गया।

रा’य स्तरीय पोषण पुरस्कार प्रथम, द्वितीय और तृतीय क्रमश: नूंह, महेंद्रगढ़ और पंचकूला को दिया गया। पुरस्कार स्वरूप 2 लाख, एक लाख और 50 हजार रुपये की राशि दी गई। इन जिलों के उपायुक्तों ने ये पुरस्कार प्राप्त किये। खेल, सामाजिक कार्य और कर्मचारी वर्ग में उत्कृष्ट कार्य करने के लिए भी 38 महिलाओं को सम्मानित किया गया। कुमारी सुमेधा धानी और डॉ. प्रियंका सोनी को इंदिरा गांधी महिला शक्ति पुरस्कार प्रदान किया गया। आशा  को कल्पना चावला शौर्य पुरस्कार और भगवती देवी यादव को लाइफ टाइम अचीवमेंट पुरस्कार प्रदान किया। इसके अलावा खेलों, सामाजिक क्षेत्र, महिला सशक्तिकरण और आंगनबाड़ी वर्करों को उत्कृष्ट कार्य के लिए सम्मानित किया गया।

धापो ताई कर रही बेटियों को बचाने के लिए प्रेरित

झज्जर जिले में धापो ताई लोगों को घर घर जाकर बेटियों को बचाने के लिए प्रेरित कर रही हैं। जिले में अब धापो ताई की मुहिम के साथ 25 महिलाएं जुड़ चुकी हैं। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने धापो ताई के साथ आॅनलाइन प्लेटफॉर्म के माध्यम से बात भी की और नन्हे धापो ताई की मुहिम को पूरे प्रदेश में चलाने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि लिंगानुपात की दिशा में हरियाणा की स्थिति काफी खराब थी। हमारे प्रदेश को बेटियों को कोख में ही मारने के लिए पहचान जाता था। जो लिंगानुपात 2014 में 1000 के मुकाबले 871 था, वह अब बढकÞर 922 हो गया है। यह सब समाज को जागरूक करने और सरकार की सख्ती के कारण सम्भव हो पाया है।

पैरालम्पिक और पैरा एथलेटिक्स के लिए भी खेल नीतियां समान रूप से लागू होंगी

मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर घोषणा की कि खेलों के लिए बनाई गई नीतियां अब पैरालम्पिक और पैरा एथलेटिक्स के लिए समान रूप से लागू होंगी और इन केटेगरी के  खिलाडिय़ों को वो सब सुविधाएं मिलेंगी जो सामान्य श्रेणी के  खिलाडिय़ों को मिलती हैं। इस सम्बंध में पैरालम्पिक खिलाड़ी बहन दीपा मलिक ने ध्यान कराया तो सरकार ने पैरा खिलाडिय़ों  को भी सभी सुविधाएं समान रूप से देने का निर्णय लिया है।

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