-पैरा एथलीटों की नेशनल चैंपियनशिप के लिए हुए हरियाणा स्टेट के ट्रायल  
-भारतीय पैरालंपिक समिति की अध्यक्ष पद्मश्री दीपा मलिक के नेतृत्व में हुए ट्रायल

गुरुग्राम। उनके जोश, जुनून, जज्बे और शारीरिक तौर पर हुनर को देख हर कोई अचंभित था। वे एक-दूसरे को पछाडऩे को पसीना बहा रहे थे। उन्होंने दिखा दिया कि वे सामान्य खिलाडिय़ों के बराबर ही मेहनत करते हैं। अवसर था यहां ताऊ देवीलाल स्टेडियम में नेशनल पैरा चैंपियनशिप के लिए हरियाणा स्टेट के खिलाडिय़ों के ट्रायल का। यह ट्रायल भारतीय पैरालंपिक समिति (पीसीआई) की अध्यक्ष पद्मश्री दीपा मलिक के नेतृत्व में आयोजित किए गए।

ट्रायल में लड़कियों की टी-20 श्रेणी में झज्जर की पूजा मोर ने 400 और 1500 मीटर में पहला स्थान हासिल किया। टी-37 श्रेणी में नवदीप ने 100 और 200 मीटर में पहला स्थान हासिल किया। इसी तरह लड़कों की टी-36 श्रेणी में 1500 मीटर रनिंग में दिनेश कुमार ने पहला स्थान, टी-46 श्रेणी में धर्मेंद्र ने 400 मीटर में पहला स्थान हासिल किया। पैरा ओलंपिक कमेटी की अध्यक्ष ओलंपियन, अर्जुन अवार्डी व खेल रत्न दीपा मालिक ने चयनित खिलाडिय़ों को राष्ट्रीय खेलों के लिए शुभकामनाएं दी। चयनित खिलाडिय़ों ने खुशी जाहिर करते हुए कहा कि राष्ट्रीय खेलों में वे हरियाणा की झोली में मेडल डालकर नाम रोशन करेंगे। इस मौके पर पुराने पैरा खिलाड़ी 1998 एशियन गेम्स में मेडल विजेता दिनेश, 100 मीटर नेशनल चैंपियनशिप में मेडल लेने वाले अमित खन्ना, सीनियर भीम अवार्डी ज्ञानेंद्र और राजेश को भी यहां आमंत्रित किया गया था। जिन्होंने तैयारियों को सराहा।  

सामान्य खिलाडिय़ों जैसी उच्च स्तर की दी सुविधाएं: दीपा मलिक

पीसीआई अध्यक्ष दीपा मलिक के अनुसार पहली बार ऐसा हुआ है कि पैरा खिलाडिय़ों को इस तरह की सुविधाएं मिली हों। उन्होंने खेल विभाग के उप-निदेशक छाजूराम गोयल, जिला खेल अधिकारी जेजे बैनर्जी, जीएमडीए की टीम, स्कॉटिश हाई स्कूल के वॉलंटियर्स और निर्वाणा अस्पताल से डा. हिमांशु समेत उनकी फिजियोथैरेपी की टीम एम्बुलेंस समेत पूरे ट्रायल समय में तैनात रही।

मानव आवाज संस्था के संयोजक एडवोकेट अभय जैन, समाजसेविका कल्याणी सचान की ओर से यहां पर काफी सहयोग दिया गया। पद्मश्री दीपा मलिक ने धन्यवाद किया। खिलाडिय़ों ेक लिए सुविधाओं में फोटो फिनिश कैमरा और इलेक्ट्रॉनिक टाइमर भी लगाया गया, ताकि पारदर्शिता रहे। खिलाडिय़ों को रिफ्रेशमेंट के साथ-साथ भोजन की सुविधाएं भी उपलब्ध कराई गई। उनको प्रोटीन शेक भी दिया गया, ताकि खिलाडिय़ों का एनर्जी लेवल बना रहे। सभी सुविधाएं निशुल्क दी गई। पैरा खिलाडिय़ों के इस ट्रायल में प्रबंधों, सुविधाओं को देखकर नहीं लगा कि ये किसी राज्य स्तर के खिलाडिय़ों का ट्रायल हो, बल्कि यहां उन्हें दी गई सुविधाओं से यह लगा कि अंतरराष्ट्रीय स्तर की यहां स्पर्धा हो रही हैं। कोरोना महामारी के नियमों का यहां खास ख्याल रखा गया।

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