1 मार्च 2021 – स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष एवं हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रदेश प्रवक्ता वेदप्रकाश ने कथित जी-23 के स्वयंभू नेताओं से सार्वजनिक सवाल पूछा कि पूरे देश में राहुल गांधी के अलावा अन्य किसी भी दल के नेता में मोदी-भाजपा-संघ को आंख में आंख डालकर सीधी चुनौती देने की हिम्मत है और यदि किसी में हिम्मत है तो उस नेता का नाम बताये?

विद्रोही नेे कथित जी-23 के स्वयंभू नेताओं से पूछा कि क्या उन्होंने मोदीजी की आलोचना करने की हिम्मत है और वे मोदी के सार्वजनिक प्रशस्ति गीत गाकर अपना कौनसा उल्लू सीधा करना चाहते है? जम्मू-कश्मीर में नागपुरिया भगवा पगड़ी पहनकर वे कांग्रेस को मजबूत कर रहे या कमजोर? अपने आपको को कांग्रेस का हितचिंतक बताने वालेे इन नेताओं की ऐसी कौनसी मजबूरी है जो मोदीजी के सार्वजनिक प्रशस्ति गीत गा रहे है?

विद्रोही ने कहा कि कांग्रेस संगठन के चुनाव होने चाहिए और पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों के बाद जून में उक्त चुनाव होने तय है। यदि उनमें दम है तो तीन माह इंतजार करे और जून में कांग्रेस राष्ट्रीय अध्यक्ष व कांग्रेस वर्किंग कमेटी का चुनाव लडकर कांग्रेसजनों में वें कितने लोकप्रिय है और कितना बड़ा उनका जनाधार है, इसका परीक्षण करने से उन्हेे कौन रोक रहा है? वहीं यदि वे इतने ही लोकप्रिय है तो कांग्रेस नेतृत्व की कृपा से चोर दरवाजे से राज्यसभा द्वारा संसद पहुंचने की बजाय लोकसभा चुनाव लडने की हिम्मत क्यों नही करते? 

विद्रोही ने उस नेता से पूछा जो दावा कर रहा है कि वह खिडक़ी के माध्यम से नही अपितु खुले दरवाजे से कांग्रेस में आगे बढ़ा है, क्या उस बडबौले नेता ने आज तक कोई लोकसभा चुनाव लडने की हिम्मत की है? वर्षो से गांधी परिवार की कृपा से राज्यसभा में पहुंचकर मंत्री पद का आनंद लेकर सत्ता अहंकार में कार्यकर्ताओं का खुला अपमान करने के लिए विख्यात लोग कांग्रेस को मजबूत करने व कार्यकर्ता सम्मान की बात करे, यही अपने आप में क्रूर मजाक है। विद्रोही ने कहा कि जो नेता जम्मू-कश्मीर में नागपुरिया पगडी पहनकर लम्बी-चौड़ी हांक रहे थे, क्या वे जून तक कांग्रेस संगठन चुनाव का इंतजार नही कर सकते थे?

वहीं लाख टके का सवाल यह है कि पिछले एक साल से विधनासभा चुनावों से ठीक पूर्व ही वे कांग्रेस नेतृत्व, कांग्रेस संगठन पर सवाल किसके इशारे पर और क्यों उठा रहे है? विधानसभा चुनाव में जमीन पर जाकर काम करने की बजाय मीडिया में नेतृत्व की आलोचना करके बयान बहादुर बनने वाले उक्त नेता कांग्रेस को कमजोर करने का काम कर रहे है या मजबूत? पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव से पूर्व नागपुरिया पगडी पहनकर वे चुनावी राज्यों में मतदताओं को क्या संदेश देना चाहते है?

विद्रोही ने कहा कि अपने को बहुत बड़ा विद्वान, क्रांतिकारी समझने वाले कथित जी-23 के स्वयंभू नेता आम कांग्रेस कार्यकर्ता व मतदाता को इतना मूर्ख भीे न समझे कि वे उनकी असली मंशा न समझे और यह भी नही जान सके कि वे किसके इशारे पर कठपुतली की तरह नाच रहे है और उन्होंने क्या नागपुरिया पगड़ी पहनी।

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