गलत धारना जन्म ले चुकी रक्तदान से कमजोरी आती. रक्तदान में शिविर में 54 रक्तदाताओं ने रक्तदान किया फतह सिंह उजालापटौदी। रक्तदान से रक्तदाता के शरीर पर कोई बुरा प्रभाव नहीं पड़ता बल्कि मन और स्वास्थ दोनों पर अच्छा प्रभाव होता है। कई लोगों के मन में यह गलत धारना जन्म ले चुकी है कि रक्तदान से कमजोरी आती है। यह सब बाते बिल्कूल मिथ्या है। इस प्रकार के भ्रमक प्रचार से दूर होकर ज्यादा से ज्यादा रक्तदान करके जरुरतमंद लोगों की मदद में कदम आगे बढाये। किसी को जीवन देना सबसे बडा पुन्य का कार्य है। यह बात गढ़ी हरसरु के शिव हनुमान मंदिर में समाजसेवी रवि उर्फ कालू पंडित के संयोजन में हरियाणा राज्य रक्त संचारण परिषद गुरुग्राम की टीम द्वारा लगाए गए रक्तदान शिविर का शुभारम्भ करते हुए सरपंच स्नेह लता शर्मा ने कहीं। रक्तदान में शिविर में 54 रक्तदाताओं ने रक्तदान किया। परिषद गुरुग्राम द्वारा रक्तदाताओं को मेडल, प्रमाण पत्र देकर सम्मानित भी किया गया। सरपंच स्नेह लता शर्मा, समाजसेवी रवि उर्फ कालू पंडित ने संयुक्त रुप से बताया कि 18 से 60 साल की उम्र का कोई भी व्यक्ति रक्तदान कर सकता है. बस, इसके लिए जरूरी है कि वह स्वस्थ हो और कुछ मानकों को पूरा करता हो. अगर कोई बीमारी है या आप कोई दवा ले रहे हैं तो बेहतर होगा कि रक्तदान से पहले अपने चिकित्सक से सलाह ले लें और रक्तदान के लिए हो रही जांच के समय पूरी जानकारी दें । इस मौके पर कृष्ण पंडित पातली, डा. सुनीता गुलिया, तकनीकि सुपरवाइजर अंजना, सरोज, रितिक, अनिल कुमार, जय भगवान सैनी, सत्य प्रकाश कौशिक, दयाराम पंच, जयवीर सैनी, अविनाश शर्मा, दलीप सिंह, दिनेश शर्मा पंच आदि मौजूद थे। Post navigation युवा पीढ़ी प्रथम राष्ट्रपति डा. राजेन्द्र के जीवन से प्ररेणा लेः संटी मार्शल आर्ट स्वस्थ रहने और आत्मरक्षा के लिए बेहतरीन