एक दिवसीय कराटे बैल्ट टैस्ट प्रतियोगिता का आयोजन.
बच्चो ने सेल्फ डिफैंस एवं एडवांस कराटे के गुर सीखे

फतह सिंह उजाला
पटौदी। 
कराटे प्लेनेट एकेडमी फरूखनगर की ओर से एकेडेमी प्रागंण  में एक दिवसीय कराटे बैल्ट टैस्ट प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। जिसमें फरुखनगर इलाके के सैकड़ो बच्चो ने भाग लिया एवं सेल्फ डिफैंस एवं एडवांस कराटे के गुर सीखे। उक्त जानकारी देते हुए एशियन जज राजू किडवाल ने बताया कि एकेडमी में एक दिवसीय बैल्ट टैस्ट का आयोजन किया गया । बैल्ट टैस्ट में मनोज ग्रीन बैल्ट, तेजस ग्रीन बैल्ट, राजीव व संचित यैलो बैल्ट के अलावा राजेश गोस्वामी थर्ड डैन ब्लैक बेल्ट एवं सनसाई की उपाधी से नवाजा गया।

बैल्ट टेस्ट के दौरान पवन सोनी, बिल्लू, गोरव, दीपिका, दुर्गेश, किरण, महक राठौर आदि मौजूद रहे। राजू किडवाल ने जानकारी देते हुए बताया कि मार्शल आर्ट स्वस्थ रहने तथा आत्मरक्षा के लिए बेहतरीन माध्यम होता है। लोग मार्शल आर्ट अलग-अलग कारणों से सीखते हैं। कई लोग इसे एक खेल के रूप में सीखते हैं। तो कुछ इसे व्यायाम के तौर पर ले जाते है। लेकिन इसे लड़कियों के लिए सिखने का अहम कारण होता है आये दिन मनचलो की छेड़छाड़ से मुह तोड़ जवाब देने के लिए। आज के समय पर जितने लड़कियों को लेकर घटनाये घट रही है इससे लडकिया बाहर निकलने से पहले 10 बार सोचती है और इससे माता पिता को भी अपने बच्चो की फिक्र लगी रहती है। तो मार्शल आर्ट लड़कियों को सीखना बहुत जरूरी होता है। अधिकतर लोग फिटनेस पाने के लिए अपना पसीना बहाते हैं लेकिन मार्शल आर्ट्स की ट्रेनिंग के दौरान पूरे शरीर को स्वस्थ रखा जा सकता है। यही वजह है कि मार्शल आर्ट्स को सबसे अच्छी शारीरिक गतिविधियों में से एक माना जाता है। अनुशासन और गतिविधि की तीव्रता के आधार पर महज एक घंटे के मार्शल आर्ट्स के अभ्यास से 500 से 1000 कैलोरी तक बर्न की जा सकती है।

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