राष्टÑीय जन उद्योग व्यापार संगठन का दो दिवसीय अधिवेशन समाप्त
दिल्ली विधानसभा के स्पीकर ने पढ़ाया एकजुटता का पाठ
व्यापारी कल्याण बोर्ड चेयरमैन बोले खुदरा व्यापारियों की जल्द होगी सरकार के साथ बैठक

रमेश गोयत

चंडीगढ़। हरियाणा विधानसभा के स्पीकर ज्ञान चंद गुप्ता ने कहा है कि देश को आर्थिक रूप से मजबूत बनाने में व्यापारियों का योगदान अहम है। अब समय आ गया है जब व्यापारियों को अपने अधिकारों की लड़ाई लडनÞे के लिए न केवल एकजुटता दिखानी होगी बल्कि इसे आंदोलन का रूप देना होगा।

गुप्ता रविवार को चंडीगढ़ के अग्रवाल भवन में राष्टÑीय जन उद्योग व्यापार संगठन (आरजेयूवीएस) के दो दिवसीय अधिवेशन के समापन अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि भाग लेकर पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, हिमाचल, उत्तराखंड, उत्तरप्रदेश व गुजरात से आए हुए खुदरा व्यापारियों तथा लघु उद्यमियों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि कोरोना काल में हरियाणा व चंडीगढ़ ही नहीं बल्कि समूचे देश के व्यापारियों ने समाज व सरकार को अहम सहयोग दिया है। मौजूदा सरकार पूरी तरह से व्यापारियों के साथ है।

इससे पहले समापन समारोह का उदघाटन करते हुए दिल्ली विधानसभा के अध्यक्ष रामनिवास गोयल ने कहा कि इंस्पैक्टरी राज ही व्यापार और व्यापारियों के विकास में सबसे बड़ी बाधा है। जब तक व्यापारी एकजुट नहीं होंगे तब तक अपनी मांगों के लिए शासन व प्रशासन पर दबाव नहीं बना सकते। हरियाणा व्यापारी कल्याण बोर्ड के चेयरमैन रामनिवास गर्ग ने समारोह की अध्यक्षता करते हुए कहा कि व्यापारियों की समस्याओं के समाधान हेतु जल्द ही एमएसएमई विभाग के महानिदेशक के साथ एक संयुक्त बैठक का आयोजन किया जाएगा। इसके अलावा मुख्यमंत्री से विचार-विमर्श करके व्यापारियों को मिलने वाला क्लेम सीधा उनके खाते में जमा करवाया जाएगा।
इससे पहले देश के आठ राज्यों से यहां पहुंचे खुदरा व्यापारियों तथा सूक्ष्म उद्यमियों का स्वागत करते हुए राष्टÑीय जन उद्योग व्यापार संगठन (आरजेयूवीएस) के राष्टÑीय अध्यक्ष अमित गुप्ता ने कहा कि ई-कामर्स बाजार देश के खुदरा व्यापारियों तथा लघु उद्योगपतियों के लिए खतरा है।

आरजेयूवीएस के कार्यकारी अध्यक्ष अशोक बुवानीवाला ने किसान आंदोलन का समर्थन करते हुए कहा कि दिल्ली व हरियाणा सरकार को मिलकर किसानों को आंदोलन के लिए अलग स्थान देना चाहिए। क्योंकि इस आंदोलन के कारण हरियाणा की सीमा में चल रहे तीन हजार उद्योग बुरी तरह से प्रभावित हो रहे हैं। दिल्ली की सीमा पर काम करने वाले उद्यमी न तो कच्चा माल ला पा रहे हैं न ही सप्लाई दे रहे हैं। जिस कारण यह उद्योग बंद होने के कगार पर आ गए हैं। अशोक बुवानीवाला ने सरकार द्वारा व्यापारियों के लिए बीमा योजना पर सवाल उठाते हुए कहा कि बीमा कंपनियों को 38 करोड़ रूपये की अदायगी की गई है लेकिन आज तक हरियाणा में किसी भी व्यापारी को क्लेम नहीं मिला है।

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