किसान मज़दूर दिवस मनाया गया।. संत रविदास की जयंती मनाई गई।. चंद्रशेखर आज़ाद के बलिदान दिवस पर श्रद्धांजलि दी गई।
किसान आंदोलन का 94वां दिन | संयुक्त किसान मोर्चा गुरुग्राम का अनिश्चितकालीन धरना 62वां दिन |

गुरुग्राम। दिनांक27.02.2021 – किसानों की माँगो के समर्थन में अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे संयुक्त किसान मोर्चा गुरुग्राम के अध्यक्ष चौधरी संतोख सिंह ने बताया कि किसान आंदोलन के 94वें दिन किसान,मज़दूर,गुरुग्राम के विभिन्न सामाजिक संगठनों के प्रमुख व्यक्ति धरने पर बैठे।

किसान मोर्चा अध्यक्ष चौधरी संतोख सिंह,राव कमलबीर सिंह,आर एस राठी,गजे सिंह कबलाना तथा बीरू सरपंच ने संयुक्त बयान में बताया कि आज पूरे देश में किसानों तथा मज़दूरों ने मिलकर किसान मज़दूर दिवस मनाया।उन्होंने बताया कि आज के कार्यक्रम किसान मज़दूर दिवस का संयुक्त अध्यक्ष मंडल चौधरी संतोख सिंह,कंवर लाल यादव,ऊषा सरोहा तथा पहलवान ईश्वर सिंह का बनाया गया।

इस अवसर पर धरना स्थल पर सामाजिक एकता और समानता के प्रतिक महान संत रविदास की जयंती मनाई गई तथा उनके चित्र पर फूल मालाएँ लगाकर तथा पुष्पांजलि करके उनकी जयंती मनाई गई।

उन्होने बताया कि महान संत रविदास ने एक ही शिक्षा दी थी की जो अपने अहंकार को त्याग देगा वो अपने जीवन में सुखी एवं सफल होगा। उन्होंने कहा कि आज तीन महीने से ज़्यादा किसानों को दिल्ली के चारों तरफ़ धरनों पर बैठे हो गए हैं लेकिन सरकार आँख बंद किए बैठी हुई है।उन्होंने कहा कि सरकार अहंकार में डूबी हुई है।उन्होंने कहा कि सरकार अहंकार छोड़कर तीनों काले कानूनों को रद्द करें।

उन्होंने बताया कि आज महान स्वतंत्रता सेनानी चंद्रशेखर आज़ाद का बलिदान दिवस है। इस अवसर पर सभी ने चंद्रशेखर आज़ाद के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित करके उनको श्रद्धांजलि दी।

धरने को संबोधित करते हुए मुख्य वक्ता कामरेड सतबीर सिंह ने कहा कि ये सरकार किसान और मज़दूर विरोधी हैं तथा जो क़ानून सरकार ने किसान और मज़दूरों के लिए बनाए हैं उनसे किसानों और मज़दूरों का शोषण होगा। उन्होंने कहा कि किसान आंदोलन अब जन आंदोलन बन चुका है और सरकार को किसानों की माँगो के सामने घुटने टेकने पड़ेंगे।

उन्होंने बताया कि जय भगवान ने संत रविदास के जीवन पर प्रकाश डाला।उन्होंने बताया कि धर्मबीर परवाल,ऊषा सरोहा,श्रवण कुमार,बलवान धनकड़,रेखा यादव,डॉक्टर धर्मवीर राठी तथा जितेन्द्र कुमार ने धरने को संबोधित किया।इस अवसर पर राकेश कुमार ने कविता सुनाई।

मंच का संचालन युवा किसान अमित पवार ने किया।

धरने पर बैठने वालों में माइकल सैनी, योगेन्द्र सिंह, संजय सैन,एस एल प्रजापति,योगेश्वर दहिया, बीरेंद्र सिंह कटारिया,भारती देवी, विद्या देवी,रश्मि, लीलावती,बलकेश बाल,राजबीर पंवार,फूल कुमार, मुकेश डागर, आर सी हुड्डा,हरि सिंह चौहान,मनीष मक्कड़,तनवीर अहमद,महासिंह ठकरान,विंग कमांडर एम एस मलिक,रघुबीर सिंह सैनी एडवोकेट,पदम सिंह चौहान,सतीश मराठा,कंवलजीत सिंह,सतवीर सिंह,जसबीर सिंह,अमित शर्मा, शुभम शर्मा,वज़ीर सिंह,हरपाल सिंह,डॉक्टर महेन्द्र सिंह रेनीवाल एडवोकेट,धरम राज भारद्वाज,प्रणव कौशल,भूप सिंह कटारिया, मनोज शोराण,राम बाबू शर्मा, नरेंद्रपाल किलहोड,धर्मेंद्र यादव,विनोद यादव,सुखबीर, दलीप सिंह ठाकरान,उम्मेद सिंह महलावत,ईश्वर सिंह झाड़सा,रमेश दलाल,पंजाब सिंह, दिलावर सिंह,रामकृष्ण,सतबीर सिंह,इंद्रजीत सिंह,आकाशदीप,दयानंद शर्मा तथा सैकड़ों की संख्या में लोग शामिल हुए।

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