– ऐसा कोई काला धन्धा नहीं जिसमें भाजपा का बन्दा नहीं।– कुछ वर्षों पहले महाराष्ट्र का एक भाजपा नेता भी ड्रग्स के साथ गिरफ्तार हुए थे।– ये लोग धर्म का झूठा नशा चढ़ाने के साथ ही वास्तविक नशा भी बढ़ा रहे हैं।– कम समय में इतना बड़ा पद या तो टीएमसी के नेताओं को मिला और दूसरी पामेला गोस्वामी को अशोक कुमार कौशिक सुबह सुबह अखबार ने मूड खराब कर दिया । अभी वो युवा नेत्री के कोकीन मामले में परेशानी क्या कम थी और अब अमित शाह को समन जारी हुआ कोर्ट से। ये प्रिंट मीडिया पता नही क्यों गोदी मीडिया की तरह व्यवहार क्यों नही करती? क्यों नही हर चीज़ में मोदी एंड कंपनी का गुणगान करती है? नकारा मीडिया ,मेरा तो बस चले तो ऐसी नकारा मीडिया को बैन कर दूँ जो सच छापती है। गोदी मीडिया देखकर लगता है कि सब चंगा सी। न कही हत्या, न आंदोलन, न बच्चियों के साथ जघन्य बलात्कार की रिपोर्ट,कितना अच्छा लगता है गोदी मीडिया को देखकर कि रामराज्य छाया है पूरे भारत मे। मुझे सच्ची पत्रकारिता से अब तो चिढ़ सी होने लगी है वो क्यों नही गोदी मीडिया की तरह रिपोर्टिंग कर मोटा माल कमाने की कोशिश करते हैं। उनकी क्या कोई जरूरतें नही हैं। पता नही सच्चे पत्रकार अब क्यों जन्म लेते है। भाजपा की प्रचण्ड खूबसूरत महिला पामेला गोस्वामी जी कोकेन के साथ बंगाल में गिरफ्तार हुईं। सभी मीडिया के सामने गिरफ्तार हुई है तो भाजपा यह भी नहीं कह सकती कि ममता सरकार की चाल है। नाम से ड्रग दो ड्रग दो चिल्लाने वाले अंकल की याद आ जाए और कहो कि उसकी रिश्तेदार है तो ऐसा नहीं है। मैं उन महिला के ऊपर चल रहे मज़ाकों की शृंखला में कुछ नहीं जोड़ूँगा लेकिन इस बात की गम्भीरता पर विचार करना बनता है। कुछ वर्षों पहले महाराष्ट्र का एक भाजपा नेता भी ड्रग्स के साथ गिरफ्तार हुए थे। सुशान्त विवाद में सन्दीप सिंह भी ड्रग्स सप्लायर के रूप में सामने आया था, उसके भाजपा सम्बन्ध भी जगज़ाहिर हैं, वो और बात है कि उसे पूरा नज़रअंदाज़ कर दिया गया। राजस्थान में अफीम की खेती ज़रूर होती है लेकिन वहाँ भी इनके चल रहे अवैध धन्धों में भाजपा नेताओं के नाम ढूँढने से मिल जाएंगे।मेरा मानना है कि ये लोग धर्म का झूठा नशा चढ़ाने के साथ ही वास्तविक नशा भी बढ़ा रहे हैं। धर्म का झूठा नशा से आशय है, युवाओं को असली धर्म का पाठ पढ़ाने के बजाय ज़हन में विष का वमन किया जा रहा है। दूसरी तरफ युवावर्ग को ऐसे नशों की आग में झोंककर कमाए रुपयों से भ्रष्टाचार का सीमातोड़ नाच मचा रहे हैं। आप विभिन्न राज्यों में जो भाजपा द्वारा हॉर्स ट्रेडिंग की खबरें पढ़ते हैं उसके रुपयों की व्यवस्था करने का यह भी एक ज़रिया है। ऐसा कोई गैरकानूनी कार्य नहीं जो ये लोग नहीं करते, और जिनके लिंक इनके पार्टी फण्ड से नहीं जुड़ते। विचारणीय पहलू है कि वह नेत्री इतनी बड़ी हस्ती भी नहीं थी जो टाइट सिक्योरिटी लेकर चले। फिर उस दिन उसके आसपास इतनी सख्त सिक्योरिटी की वजह का अंदाज़ा साफ लग जाता है। जब भी देश में सत्ता परिवर्तन हो, इस ओर कड़ाई से जाँच चले तो इनका भंडाफोड़ अच्छे से हो जाएगा। एक बात और गौर करने वाली है। आई एस आई एस से रिश्ते (संपर्क) भाजपा नेताओं के निकलते हैं, आई एस आई एस के झण्डे व विस्फोटक सामग्री भाजपा नेताओं के घर मिलते हैं, स्मगलिंग में भाजपा नेता पकड़ाएं, ह्यूमन ट्रैफिकिंग में भाजपा नेता पकड़ाएं, आदि जितने भी काले धन्धे हैं सब में भाजपा नेताओं की संलिप्तता मिलती है। सार है कि ऐसा कोई काला धन्धा नहीं जिसमें भाजपा का बन्दा नहीं। मेरा अनुमान और मेरा एनालिसिस पामेला गोस्वामी पर। अगर किसी को बुरा लगे तो माफ करना। पर मजबूर हूं लिखने पर क्योंकि यहां औरतों का चरित्र हनन की बात है। मैं किसी पार्टी के पक्ष या विपक्ष में नहीं बोल रहा हूं बस मेरा कहने का मतलब है औरतों का इस्तेमाल कोई भी पार्टी में बंद हो। 2019 में पामेला गोस्वामी बीजेपी ज्वाइन करती है और इतने कम समय में भाजपा युवा मोर्चा की जनरल सेक्रेटरी बन जाती है। इतने कम समय में इतना बड़ा पद या तो टीएमसी के नेताओं को मिला और दूसरी पामेला गोस्वामी को मिला है। यह ताज्जुब की बात है इतना बड़ा पद, सिक्योरिटी,, फेन मिलना बहुत मुश्किल है। ऐसा दावा किया जा रहा है कि पामेला गोस्वामी ड्रग एडिक्ट है, ड्रग्स एडिक्ट की एक्टिविटी कुछ अलग ही होती है जब उसको ड्रक्स नहीं मिलता है तो उसका कॉन्फिडेंस लेवल डाउन हो जाता है । आदमी हेलोजीनेट हो जाता है । मतलब उसको चाह सिर्फ ड्रग्स की होती है की एनी हाउ ड्रग्स मिले। तो आज मैंने उसका वीडियो देखा उसका कॉन्फिडेंस लेवल देखकर मुझे नहीं लगता कि पामेला गोस्वामी ड्रग एडिक्ट है । पामेला गोस्वामी खुलेआम राकेश सिंह और कैलाश विजयवर्गीय की नाम ले रही थी उस समय उसका कॉन्फिडेंस लेवल बहुत हाई था। इतने कम समय में इतना बड़ा पद मतलब भाजपा के कईयों नेताओं के राज पामेला गोस्वामी के पास है,, क्या राज? कौन सा राज पामेला गोस्वामी के पास है यह तो पुलिस पता लगाएगी। रही बात उसके बैग से 100ड्रग्स मिला , कोलकाता में कोकीन के साथ पकड़ी गई बीजेपी की पामेला गोस्वामी चिल्ला चिल्लाकर बोल रही है की “गिरफ़्तार करना है तो बंगाल बीजेपी के प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय के सहयोगी राकेश सिंह को भी पकड़ो। “ बिकाऊ मीडिया अब चुप ही रहेगा ? तो फैसला अब कोलकाता पुलिस के हाथ में है। पामेला गोस्वामी को ड्रग्स केस में लपेटती है या उसके अंदर के भाजपा नेताओं का राज निकलवाती है। यह अब कोलकाता पुलिस के ऊपर डिपेंड करती है। किसी राष्ट्रीय चैनल पर इसकी चीख क्यों नहीं सुनाई दे रही है? कहां हैं वो सारे रिपोर्टर और एंकर, जो रिया और दीपिका को जेल भिजवाने के लिए महीनों तक उछल रहे थे ? इससे बड़ी खबर क्या होगी। बंगाल में भाजपा की युवा मोर्चा नेत्री पामेला गोस्वामी 100 ग्राम कोक़ीन के साथ गिरफ़्तार की गई है। रिया चक्रवर्ती के पास 30 ग्राम गाँजा मिलने पर Ncb ने पुरे बॉलीवुड की तलाशी ली थी लेकिन अब न Ncb भाजपा युवा नेताओ की जाँच करेगा न गोदी मीडिया वाले चिलाएँगे मुझे ड्रग्स दो मुझे ड्रग्स दो। – पामेला गोस्वामी के संबंध में खूबसूरत तथ्य पामेला बंगाल भाजपा युवा मोर्चा की जनरल सेक्रेटरी है कैलाश विजयवर्गीय और नड्डा जी ने उन्हें पार्टी में किसी भी कीमत पर रखने को जोर लगाया था। मिस पामेला गोस्वामी को 100 ग्राम कोकेन के साथ कोलकाता पुलिस ने जिस वक्त गिरफ्तार किया उस वक्त उनके साथ सेंट्रल सिक्योरिटी गार्ड भी थे। कोलकाता पुलिस ने जिस वक्त ड्रग बरामद किया उस वक्त मीडिया के साथ साथ प्रबीर डे नामक दूसरा बीजेपी नेता भी मौजूद था। पामेला की सप्लाई चैन में कई नेता और कई मीडियाकर्मी शामिल रहे हैं। पुलिस का कहना है कि दोनो पुराने ड्रग एडिक्ट है हाल के दिनों में कई बार मुम्बई भी गए हैं। मितरों, कोलकाता से हॉटलाइन जुड़ चूकी है । पामेला गोस्वामी, बीजेपी की “टू मच ब्यूटीफुल” युवा नेत्री के ड्रग सिंडिकेट पर बड़े खुलासे हो रहे है । बीजेपी की पामेला शायद विदेशी ड्रग सिंडिकेट से भी जुड़ी हो सकती है..ये ड्रग का धंधा करोड़ो डॉलर का होने का अनुमान है । पामेला भारतीय जनता युवा मोर्चा के बंगाल अध्यक्ष और सांसद सौमित्र खान की काफी करीबी मानी जाती रही है । सौमित्र खान पहले टीएमसी में था । मुकुल रॉय, शारदा चिटफंड घोटाले का आरोपी और सौमित्र खान दोनो काफी करीबी है । मुकुल रॉय भी टीएमसी में था। मुकुल रॉय और पामेला भी करीबी कहे जाते है। सौमित्र खान की पत्नी श्रीमती सुजाता मंडल ने बीजेपी छोड़ कर तृणमूल कांग्रेस जॉइन की है और सौमित्र खान ने अपनी पत्नी को डाइवोर्स नोटिस भेजा है। सच/झूठ मालूम नही है, कोई सबूत भी नही है । पर कहा जा रहा है कि श्रीमती सुजाता मंडल इस पामेला गोस्वामी से बहुत परेशान थी । शायद श्रीमती सुजाता ने अपनी परेशानी दूर की है । कहते है एक भारतीय पतिव्रता नारी अगर अगर रौद्ररूप धारण कर ले तो बड़े बड़े साम्राज्य खत्म हो जाते है और मिस पामेला तो श्रीमती सुजाता के सामने कुछ भी नही। वैसे एक बात और हवा में तैर रही है पामेला ड्रग्स के अलावा दूसरे आराम देने के सामानों की भी सप्लाई करती थी । ग्रेट बिजनेसवुमन, आत्मनिर्भर पामेला गोस्वामी। कोकीन प्रकरण का सच आखिर है क्या? जिस तरह आज दिए बयान में पामेला गोस्वामी ने सीधे तौर पर कैलाश विजयवर्गीय के करीबी राकेश सिंह पर फंसाने के आरोप लगाया है और CID जांच की मांग की है प्रश्न यह उठता है कि आखिर राकेश सिंह क्यों पामेला को फंसाना चाहता था क्या इसके पीछे कोई ब्लैकमेलिंग की मंशा थी। यदि ऐसा है तो निसंदेह इसकी उच्च स्तरीय जांच आवश्यक है,क्या इस तरह की ब्लैकमेलिंग बंगाल में अन्य भाजपा नेत्रियों के साथ भी की जा रही है। यदि यह सत्य है तो “बेटी बचाओ,बेटी पढ़ाओ” के संदर्भ में शुभ संकेत नही है। पामेला गोस्वामी यदि ड्रग तस्करी में गिरफ्तार नही होती तो 20-30 साल बाद देश की बड़ी नेता बन जाती और इस तरह के भाषण दिया करती -“भाइयों भैनों मित्रों!मैं गरीब माँ की बेटी हूँ।मेरी जवानी बहुत गरीबी में निकली।अपना खर्च निकालने के लिए मुझे कलकत्ता की गलियों में ‘दीनदयाल मस्तिष्क उत्तेजना चूर्ण’ बेचना पड़ता था।” Post navigation आंदोलन की सीख कि किसान से पंगा ,,,न बाबा न : योगेंद्र यादव रवीश की विश्वसनीता पर अदालत की मुहर