गुरूग्राम,11फरवरी:-हरियाणा रोङवेज संयुक्त कर्मचारी संघ के आह्वान पर जनजागरण अभियान के तहत 10 फरवरी को गुरूग्राम डिपो में गेट मिटिंग की। गेट मिटिंग की अध्यक्षता डिपो प्रधान सोमबीर मलिक व संचालन सचिव वेद प्रकाश ने किया। संगठन के प्रान्तीय प्रधान दलबीर किरमारा के नेतृत्व में राज्य के वरिष्ठ उप-प्रधान बलवान सिंह दोदवा, महासचिव आजाद गिल,उप-महासचिव जगदीप लाठर, कैशियर सुभाष विश्नोई,प्रैस सचिव कमल निम्बल,मुख्य संगठन सचिव कृष्ण सुहाग व मीडिया प्रभारी सुधीर अहलावत एक टीम के रूप में गुरूग्राम डिपो में पहुंचे तथा गेट मिटिंग को सम्बोधित किया। राज्य प्रधान दलबीर किरमारा व वरिष्ठ राज्य उप-प्रधान बलवान सिंह दोदवा ने बैठक को सम्बोधित करते हुए कहा कि जैसे कि देश व प्रदेश की सरकारें मुख्य सरकारी संस्थानों जैसे कि रेलवे,हवाई विमान,एलआईसी, बिजली, रोङवेज,स्वास्थ्य व जन स्वास्थ्य आदि का निजीकरण करके अपने निजी चहेते पूंजीपतियों के हाथों में सोंपने का काम कर रही है उसी तर्ज पर तीन कृषि कानून लागू करके किसानों की जमीन व फसलों को हङप कर अडानी व अंबानी जैसे उद्योगपतियों के हाथों में सौंपना चाहती है। जिसका विरोध करते हुए देश के किसान 75 दिनों से लगातार आन्दोलन कर रहे हैं। लेकिन सरकार आन्दोलन खत्म करवाने की बजाय टाल-मटोल का रवैया अपनाकर आन्दोलन को और लम्बा बढाने का काम कर रही है। कडाके की ठण्ड में सडकों पर बैठकर कृषि बिलों का विरोध करते हुए लगभग 150 किसान अपनी जान गंवा चुके हैं लेकिन केन्द्र सरकार को किसानों की कोई चिंता नहीं है। इसलिए युनियन ने मांग की है कि सरकार अपनी हठधर्मिता छोड़कर संयुक्त किसान मोर्चा से बैठक करके उनकी सभी समस्याओं का निदान करें तथा आन्दोलन को खत्म करवाने का काम करे। किरमारा,दोदवा व गिल ने बताया कि आज परिवहन विभाग में बसों की भारी कमी है। तकरीबन सभी बसें 8 से 10 साल पुरानी हो चुकी हैं तथा बार-बार छुट देकर मार्गों पर चलाने का काम किया जा रहा है। सरकार विभाग में सरकारी बसों का बेङा बढाने की बजाय किलोमीटर स्कीम को बढ़ावा दे रही है। उन्होंने बताया कि रोङवेज कर्मचारियों की अनेकों समस्याएं लम्बित पङी हुई हैं जिनको लेकर रोङवेज संगठनों की परिवहन मन्त्री व अधिकारियों के साथ कई दौर की वार्ता हो चुकी है तथा हर बार मन्त्री जी ने इन सभी समस्याओं का समाधान करने का आश्वासन दिया है लेकिन बङे अफसोस की बात है कि आज तक एक भी समस्या का समाधान नहीं हुआ है। परिवहन अधिकारियों द्वारा समस्याओं का समाधान करने की बजाय केएमपीएल व रिसीट कम लाने के नाम पर कर्मचारियों को प्रताड़ित किया जा रहा है। ओवरटाईम पालिसी से बाहर जाकर सप्ताह में 48 घंटे की डयूटी व 1200 किलोमीटर से ज्यादा डयूटी लेकर चालक-परिचालकों का शोषण किया जा रहा है। जिसके कारण कर्मचारियों में भारी रोष है। इसलिए युनियन ने जनजागरण अभियान चलाने का फैसला किया है। राज्य प्रधान दलबीर किरमारा के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया है जो प्रदेश के सभी डिपोव सब डिपुओं का दौरा करके गेट मिटींगो के माध्यम से कर्मचारियों को जगाने का काम करेगी। उन्होंने कहा कि अगर सरकार ने जल्द बैठक बुलाकर लम्बित पङी सभी समस्याओं का समाधान व विभाग में सरकारी बसों का बेङा बढाने का काम नहीं किया तो संयुक्त कर्मचारी संघ जनजागरण अभियान के बाद रोङवेज कर्मचारियों का एक कार्यकर्ता सम्मेलन बुलाकर आन्दोलन की घोषणा की जाएगी। जिसकी सारी जिम्मेदारी सरकार व परिवहन विभाग के उच्च अधिकारियों की होगी। आज की गेट मिटिंग में डिपो के सैकड़ों कर्मचारियों ने हिस्सा लिया जिनको राज्य कमेटी के सभी सदस्यों ने सम्बोधित किया। Post navigation मेयर मधु आजाद ने वार्ड-23 में पार्कों के निर्माण एवं सौंदर्यकरण कार्य का किया शुभारंभ किसानों पर दर्ज़ झूठे मुक़दमे वापस ले सरकार-चौधरी संतोख सिंह