शांतिपूर्वक रहा चक्का जाम

गुरुग्राम। दिनांक06.02.2021 – अलोकतांत्रिक तरीक़ों से सरकार की तानाशाही तथा षडयंत्र रचकर शांतिपूर्वक किसानों के आंदोलन को तोड़ने के विरोध में आज गुरुग्राम में संयुक्त किसान मोर्चा गुरुग्राम के अध्यक्ष चौधरी संतोख सिंह के नेतृत्व में बजघेडा फ्लाईओवर के पास कृष्णा चौक पर चक्का जाम किया गया।

किसान मोर्चा अध्यक्ष चौधरी संतोख सिंह,राव कमलबीर सिंह,आर एस राठी,गजे सिंह कबलाना तथा बीरू सरपंच ने संयुक्त बयान में कहा कि सरकार की तानाशाही के ख़िलाफ़ भारत बंद सफल रहा। उन्होंने कहा कि सरकार अलोकतांत्रिक तरीक़े से तानाशाही अपनाकर तथा षड्यंत्र रच कर किसानों के आंदोलन को तोड़ना चाहती है।

उन्होंने कहा कि सरकार ने सभी दिल्ली बॉर्डरों पर तार फेंसिंग करके कांटेदार तार लगा दी है तथा सड़कों पर कीलें लगा दी है और 13 लेवल की बैरिकेडिंग लगा कर पूरी दिल्ली की किलेबंदी कर दी है।

उन्होंने कहा कि सभी धरनों के आस पास इंटरनेट सेवाएँ बंद कर दी है तथा बिजली पानी काट दिया है।

उन्होंने कहा कि सरकार के अलोकतांत्रिक तरीक़ों एवं तानाशाही के ख़िलाफ़ पूरे देश में 12 बजे से 3 बजे तक पूर्ण चक्का जाम रहा।उन्होंने कहा कि पूर्ण बंद में देश के करोड़ों लोगों ने हिस्सा लिया।
उन्होंने कहा कि गुरुग्राम में भी लोगों ने सरकार के अलोकतांत्रिक तरीक़ों एवं तानाशाही के ख़िलाफ़ पूर्ण चकका जाम में साथ दिया।

उन्होंने बताया कि आज बजघेडा फलाईओवर के पास कृष्णा चौक के पास सुबह से ही संयुक्त किसान मोर्चा के कार्यकर्ता इकट्ठा होना शुरू हो गए तथा हाथों में राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा लेकर किसान एकता ज़िंदाबाद,काले क़ानून वापस लो तथा वंदेमातरम के नारे लगाते हुए 12 बजे कृष्णा चौक के बीचों-बीच बैठ गए और चक्का जाम कर दिया।उन्होंने बताया कि चक्काजाम 12 बजे से 3 बजे तक रहा जो पूर्णता सफल रहा तथा शांतिपूर्वक रहा।उन्होंने बताया कि चक्का जाम के दौरान एम्बूलैंस,स्कूल बस तथा फ़ौजी गाड़ी को निकलने का रास्ता दिया।

उन्होंने कहा कि चक्का जाम के दौरान पूरे देश में जनता में सरकार के प्रति आक्रोश दिखाई दिया। उन्होंने कहा कि किसान आंदोलन अब राष्ट्रीय स्तर पर जनांदोलन बन चुका है।

चक्का जाम में शामिल होने वालों में ऊषा सरोहा, भारती देवी,मिनाक्षी शेहरावत, सुमन हुड्डा,नवनीत रोज़,बलकेश बाल,विंग कमांडर एम एस मलिक,डॉक्टर धर्मबीर राठी,मुकेश डागर,देवीका सिवाच,बलवान सिंह दहिया,वीरेंद्र कटारिया,सतीश मराठा,अभय पूनिया, योगेश्वर दहिया,दलबीर सिंह मलिक,आर के देशवाल,मनोज शोराण,अनिल पंवार,अमित पंवार, मनीष मक्कड़, हरि सिंह चौहान,दिलबाग सिंह,बीरेंद्र सिंह कटारिया,तारीफ़ सिंह, भूप सिंह कटारिया, अजीत सिंह घाटा,विनोद कुमार उल्लहावास,सतनारायण जांघू तथा सैकड़ों की संख्या में लोग शामिल हुए।

error: Content is protected !!