मंडलायुक्त राजीव रंजन ने की समीक्षा बैठक, कैंपेन  तहत अगले 11 महीने में 1 लाख से अधिक लोगों की नेत्र दृष्टि जांच का है लक्ष्य।  – जांच के साथ-साथ रोगी को दवा, सर्जरी और उसके उपरांत उपचार, सारा ईलाज होगा मुफ्त  । – नेत्र जांच के लिए जिला को 5 जोन में बांटकर लगाए जाएंगे विशेष शिविर।

गुरुग्राम 5 फरवरी । जिलावासियों को आंखों की देखभाल के बारे में जागरूक करते हुए नेत्र विकारों का निःशुल्क ईलाज मुहैया करवाने के उद्देश्य से जिला में ‘कैंपेन आई केयर गुरूग्राम‘ नामक मुहिम शुरू की गई है, जिसके तहत 15 फरवरी से मुफ्त जाँच शिविर लगाए जायेंगे  । यह निर्णय आज मंडलायुक्त राजीव रंजन की अध्यक्षता में उनके कार्यालय में आयोजित समीक्षा बैठक में लिया गया , जहाँ पर उपयुक्त डॉक्टर यश गर्ग भी उपस्थित थे   ।                

  मंडलायुक्त ने  कहा कि  इस मुहिम के तहत अलग-अलग स्थानों पर शिविर लगाकर लोगों की आंखों की निःशुल्क जांच करके दृष्टि संबंधी रोगों का ईलाज भी मुफत किया जाएगा। उन्होंने कहा कि मुहीम के तहत 15 फरवरी से निशुल्क कैंप लगाने शुरू किये जायेंगे  ।  इस कड़ी में आँखों का पहला मुफ्त जाँच कैंप 15 फरवरी को 

चंद्रलोक के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में लगाया जायेगा  । इसके बाद अगला कैंप 17 फरवरी को गांव वज़ीराबाद की पीएचसी में और  19 फरवरी को गांव नाथुपुर की पीएचसी में लगाया जायेगा   ।   मंडल आयुक्त श्री रंजन ने सभी लोगों से अपील की है कि तारीख नोट करके अपने नजदीकी कैंप में जाकर अपनी आँखों की मुफ्त जाँच करवाकर कैम्प का पूरा लाभ उठाएं   । 

उन्होंने कहा कि कैंप में जाँच करके मरीजों की छटनी की जाएगी , जिन्हें चश्मा की जरूरत होगी उन्हें चश्मा दिया जायेगा और जिन्हें ऑपरेशन की जरूरत होगी उनका आधुनिक तकनीक से ऑपरेशन किया जायेगा , जिसके लिए उन्हें तारीख तय करके अस्पताल में बुलाया जायेगा   ।   कहने का अभिप्राय है कि पूरा ईलाज मुफ्त होगा   ।  स्कूलों में पढ़ने वाले विद्यार्थी भी इन कैम्पों में आकर अपनी आँखों की दृष्टि की मुफ्त जाँच करवाकर इस सुविधा का लाभ उठाएं   ।

उन्होंने बताया कि नेत्र स्वास्थ्य व इनकी देखभाल को लेकर लोगों में जागरूकता का होना अंत्यत आवश्यक है। जागरूकता के अभाव में लोगो में सामान्य और सरल ईलाज के प्रति भी अलग अलग भ्रांति होती हंै, जिसके चलते  वे अपनी दृष्टि को खोने के करीब पहुंच जाते हैं और उन्हें इसका आभास बहुत देरी से होता है। सुरक्षात्मक देखभाल व उचित ईलाज से व्यक्ति अपनी आंखो को स्वस्थ रखते हुए अंधेपन जैसी बीमारी से भी खुद का बचाव कर सकता है। 

 श्री रंजन ने कहा कि जिला में अगले 11 महीनों में एक लाख से अधिक लोगों के नेत्रों की जांच का लक्ष्य रखा गया है। इस अभियान का लक्ष्य केवल जांच करना ही नहीं है बल्कि आंखों को बीमारी से मुक्त करना है। मंडलायुक्त ने बताया कि शिविर में विशेष तौर पर रिफ्रेक्टिव एरेर, कैट्रैक्ट, ग्लूकोमा, अंबल्योपिया, डायबिटीज रेटिनोपैथी जैसी बीमारियों की जांच की जाएगी। श्री रंजन ने कहा कि अभियान के तहत नेत्र जांच के साथ ब्लड प्रेशर और ब्लड शुगर आदि की भी जांच की जाएगी। उन्होंने कहा कि अभियान को सफलतापूर्वक चलाने के लिए  आशा वर्कर और  आंगनवाड़ी वर्कर, नगर निगम पार्षदों तथा आरडब्ल्यूए का भी सहयोग लिया जाएगा। इसके बाद , अलग-अलग स्थानों पर नेत्र जांच शिविर लगाए जाएंगे जिनमें दवाइयां, ऐनक जरूरत अनुसार रोगियों को निःशुल्क दिए जाएंगे और सर्जरी की भी आवश्यकता हुई तो दिन निर्धारित करके उनकी आंखों की सर्जरी भी मुफत की जाएगी।

 मंडलायुक्त ने बताया कि अभियान के तहत पूरे जिला को पांच जोन में बांटा गया है और प्रत्येक जोन एक एनजीओ को अलाॅट किया गया हैै। इन एनजीओ में निरामया चैरिटेबल ट्रस्ट, ओम इंदु रूरल हॉस्पीटल, विवेकानंद आरोग्य केंद्र, अरुणोदया चैरिटेबल ट्रस्ट और आर्यवीर आई हॉस्पीटल शामिल हैं। उन्होंने बताया कि जांच और इलाज के बाद भी व्यक्ति के नेत्र स्वास्थ्य की लगातार मॉनिटरिंग की जाएगी ताकि जरूरत पड़ने पर उसका ईलाज किया जा सके। यह सारा डाटा कंप्यूटराइज्ड होगा।

श्री रंजन ने जिला के प्रबुद्ध लोगों, काॅरपोरेट संस्थानों  तथा अन्य इच्छुक निवासियों से अपील की है कि वे इस अनूठी ‘कैंपेन आई केयर गुरूग्राम‘ को अपना सहयोग व समर्थन दें।

 इस अवसर पर मंडल आयुक्त राजीव रंजन के साथ उपायुक्त डॉ यश गर्ग , सिविल सर्जन डॉ वीरेंद्र यादव, उप सिविल सर्जन डॉ ईशा नारंग, नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ नीना गठवाल, डाईटेक से विनोद वर्मा व् सुनील वट्टल, कुसुम लता , योजना  सहित कई अन्य अधिकारीगण उपस्थित रहे।

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