गुरुग्राम -शनिवार को गुरुग्राम नगर के वातावरण की खुशबू बदली बदली सी थी। श्रीराम के राजतिलक की सी उमंग,उत्साह की अनुभूति हो रही थी, और हो भी क्यों ना, शहर जय श्रीराम के उदघोष से गुंजायमान था। भगवा झंडों से सड़के, गलियां रंगीन थी। नगाड़ों की थाप थी, युवाओं की टोलियों का नृत्य उत्साह की हिलोर भर रहा था। निहंगियों का आकर्षक कला का प्रदर्शन रोमांच पैदा कर रहा था। मौका था श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास के तत्वावधान में शोभायात्रा के आयोजन का। -अयोध्याधाम में भगवान श्रीराम के मंदिर निर्माण का कार्य प्रारम्भ हो गया है। सम्पूर्ण भारत वर्ष में इसके लिए समर्पण निधि अभियान शुरू हो गया है। हरियाणा में यह अभियान एक फरवरी से शुरू होगा।समर्पण निधि अभियान की घर घर में अलख जगे इसके लिए नगर में विशाल शोभायात्रा का आयोजन किया गया।यात्रा मार्ग को भगवा झंडों से सजाया गया था। राम दरबार, बाल्मीकि भगवान, रविदास जी, माता शबरी ,भगवान महावीर की झांकिया रामभक्तों के आकर्षण का केंद्र बनी हुई थी। ग्रामीण रामभक्तों के नगाड़ों की थाप रामभक्तों को थिरकने पर मजबूर कर रही थी। सिख परम्परा के निहंग गुरु भक्तों की तलवारबाजी, अग्नि कला सहित अन्य रोमांचक कला ने लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया। शोभायात्रा के आगे आगे चल रही राष्ट्र सेविका समिति की बहनों की वाहिनी भी इस उत्साह के वातावरण में नई शक्ति प्रदान कर रही थी। वेदपाठी बच्चों द्वारा बोली जा रही वेद की ऋचाओं से शहर में ज्ञान की गंगा प्रवाहित हो रही थी। शहर पूरी तरह राममय दिखाई दे रहा था।जगह जगह शोभा यात्रा पर पुष्प वर्षा से स्वागत किया गया। रामभक्तों में इस शोभायात्रा के प्रति विशेष उत्साह था। दुकानदारों ने पानी, फलों की व्यवस्था अपने स्तर पर ही की हुई थी। सदर में यात्रा का पुष्पों से ऐसा भव्य स्वागत हुआ कि लग रहा था सड़क पर फूलों की चादर बिछा दी हो। वृंदावन से आए ब्रह्मानंद आश्रम के अधिष्ठाता ब्रह्मचेतन जी महाराज ने अपने संबोधन में कहा कि शोभयात्रा का शहर में हुए स्वागत ने साबित कर दिया कि लोग जूझते बेशक रोटी के लिए हो पर जीते राम के लिए ही हैं। यही भारतीयों का जीवन का सार तत्व है। उनका कहना है कि हिंदुओं ने राम मंदिर के लिए शबरी की तरह प्रतीक्षा की है। आज श्रीराम जी का मंदिर उस अनथक प्रतीक्षा का अंत है। श्रद्धा भारतीयता का रसायन है जिसमें भारतीयों की चित्त-चेतना संचारित होती है। रामत्व में सब विराजमान है। राम हमारे श्रद्धेय हैैं।श्रीराम का भव्य मंदिर बने जिसमें जन जन की भागीदारी सुनिश्चित हो इसी भाव के निमित निधि संग्रह के लिए संपर्क अभियान घर धर चलाया जाएगा।उनका कहना था कि ये केवल राममंदिर का निर्माण ही नहीं होगा बल्कि विश्व में भारत की राम की संस्कृति, एकता का संदेश जाएगा। राममंदिर का निर्माण की भारत को पुनः विश्व गुरु बनने का मार्ग निर्धारित करेगा। सदर बाजार में रामायण रचेयता भगवान बाल्मीकि के वंशज सुमेर सिंह तंवर, अशोक सौद, सुशील सौदा का पगड़ी पहनाकर सम्मान किया गया। शोभायात्र पुराने रेलवे रोड प्रेम मन्दिर से प्रारंभ होकर, सदर बाजार, डाकखाना चौक, महाराजा अग्रसेन चौक, गौशाला मैदान, गुरुद्वारा रोड, सिधेश्वर मन्दिर, सोहना चौक होती हुई प्रेम मन्दिर पर ही समाप्त हुई। शोभायात्रा में संत रविदास महासभा के प्रधान लाजपत राय, दुर्गा रामलीला कमेटी के निर्देशक अशोक सौदा, चैयरमेन बनवारीलाल सुशील सौदा, शोभायात्रा प्रमुख डॉ अशोक दिवाकर , श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र समर्पण निधि अभियान गुरुग्राम प्रमुख अजीत यादव, सह प्रमुख संजीव सैनी, प्रमुख समाज सेवी जगदीश ग्रोवर , सिख संगत अध्यक्ष हरजीत सिंह, सुमेर सिंह तंवर, गौ सेवा आयोग के सदस्य पूर्ण चंद लोहचब,गुरुग्राम बार एसोसिएशन पूर्व अध्यक्ष कुलभूषण भारद्वाज, कारसेवक रहे ब्रह्म प्रकाश शर्मा, गुरुग्राम व नूह जिला में निधि अभियान से जुड़े हरीश शर्मा, आई एम सी टी प्रदेश महासचिव प्रदीप शर्मा, माता चिंतपूर्णी मंदिर के पदाधिकारी बन्धु जी, अभियान के गुरुग्राम पालक अमन शर्मा, अधिवक्ता अमित कुमार, राष्ट्र सेविका समिति से प्रतिमा मनचंदा, निधि बत्रा,सुजाता गौड़,पिंकी श्रीवास्तव,ममता आर्य, पूनम यादव, मीडिया प्रमुख अनुराग कुलक्षेत्र, शरद जिंदल, राजीव मित्तल, सोशल मीडिया प्रमुख गजेंद्र चौहान, हरियाणा कला परिषद के पूर्व अध्यक्ष अजय सिंघल,विवेकानंद केंद्र से वीना गोरई, रेणु पाठक, सुंदरी खत्री,कोषाध्यक्ष थानमल शर्मा, समाज सेवी यशवंत शेखावत आदि बड़ी संख्या में रामभक्त शामिल रहे। Post navigation सूबेदार मेजर लक्ष्मीचंद सड़क पर हुआ राहगीरी डे का आयोजन किसान आंदोलन, फिर से बैकफुट पर आ गई है सरकार