तेरा जीया जले तो मैं क्या करूं – किसान खाता पीता है.
सिर पर कफन बांध कृषि कानूनो को रद्द कराने निकले.
टरकाने वाला वादा न कर कृषि कानूनों को पूर्णतः रद्द करे

फतह सिंह उजाला

23 जनवरी शनिवार को खेडा बोर्डर पर नेता सुभाषचंद्र बोस की जयंति पर क्रातिंकारी और देश भक्ति के गीतों की गूंज दिल्ली तक पहुंचेगी। सभी किसान भाई ला रहे हैं और किसान-मजदूर खा रहे है। बीजेपी सरकार को कटाक्ष करने की जरूरत नही।  तेरा जीया जले तो मैं क्या करूं – किसान खाता पीता है । लेकिन घर से बाहर सड़को पर अपने-अपने सिर पर कफन बांध कर तीन कृषि कानूनो को रद्द कराने व एमएसपी को समस्त फसलों पर एक समान  लागू कराने के लिए ही निकला है  ।

प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी सरकार के मंत्रियों को चाहिए कि वे किसानों को लुभाए नहीं, एक, दो , तीन साल का लुभावना , टरकाने वाला वादा न करके कृषि कानूनों को पूर्णतः रद्द करे । जिससे किसान अपन-अपने घर को वापस लौट सके । अब शनिवार 23 जनवरी को नेता सुभाषचंद्र बोस की जयंति के साथ-साथ संयुक्त मोर्चा के पूर्व घोषित  आहवान पर देश के समस्त राज्यों के राजभवनों का किसान-मजदूर घेराव करेगा । वहीं दिल्ली के चोतरफा बोर्डर पर अनेक किसान आंदोलन में उपस्थित है । राजभवनों के घेराव के अतिरिक्त अन्य गतिविधियां जारी रहेगी । अब हजारों की तादाद में खेडाबोर्डर से दिल्ली के लिए किसान और ट्रैैक्टर कूच करेंगे। जनकवि सुलतान सुण्डा ने अपनी कविताओं और गीतों से आंदोलनकारियों का उत्साह बढाया।

शुक्रवार को दिल्ली-जयपुर नेशनल हाईवे के जयसिंहपुर खेड़ा बार्डर पर आंदोलनकारी किसान और भी अधिक मजबूती के साथ लंगर में डटे रहे। अलवर के पूर्व संासद करण सिंह ने अपने  संसदीय क्षेत्र के क्रंातिकारी पूर्व सरपंच बस्ती राम, शशिकांत यादव, धीरू यादव, सरपंच लाल सिंह, श्योताज बहरोड, बलबीर छिल्लर आदि की उपस्थिति में 26 जनवरी को ट्रैक्टर परेड के लिए 500 ट्रैक्टर अलवर जिले के खेडा बोर्डर से कूच करने का ऐलान किया। इसके साथ-साथ कटाक्ष करते हुए कहा कि किसान अपने खेत में पैदा किया तथा घर से दूध, दही, गाजर, फल सब्जी, मेवा , फल फू्रट ला रहा है । बोर्डर पर किसान आपसी सहयोग से विशेषकर  मेवात क्षेत्र गांव मीरान, भैहरा, जसाना व बावल  व शाहजापुर क्षेत्र से किसान मोर्चे पर पहुंच समर्थन दे रहे है। शनिवार को सिंगर धमेंद्र, मेवात के कलाकार व जनकवि विनोद स्वामी कविता और गीतों से किसानों के बीच में आंदोलन की मजबूती के लिए जोश – उत्साह का संचार करेंगे।

इसी मौके पर राजाराम मील, अमराराम, पैमाराम,  पूर्व सांसद डॉ करण सिंह, पवन दुगगल ने मोर्चा संभालते हुए कहा कि खेडा बोर्डर पर अपना समर्थन देने पंहुचे पूर्व उप प्रधानमंत्री के पौत्र अभय सिंह चैटाला के द्वारा संयुक्त मोर्चा को पूर्ण समर्थन देने के उपरांत स्पष्ट हो गया है कि अब दो हजार ट्रैक्टर तिरंगा यात्रा में दिल्ली के लिए  कूच करेगा । मंच से यह भी कहा गया आंदोलन शांतिपूर्ण ढंग से होगा। यदि सरकार दमनकारी नीति से आंदोलन को फोर्स के सहारे दबाने की कौशिश करती है तो इसमें किसी प्रकार की हानि व क्षति पंहुची तो इसकी जिम्मेदारी स्वयं भाजपा सरकार की ही होगी ।

दिल्ली जयपुर राजमार्ग पर किसान आंदोलन 41वें दिन भी जारी रहा । किसान पूरी हिम्मत से अपने भविष्य की लड़ाई लडने के लिए मोर्च पर डटे हुए है और 26 जनवरी की किसान गणतंत्र परेड की तैयारियां जोरो पर है । गुरूवार के क्रमिक अनशन पर बैठे अनशनकारियों को सुबह 11 बजे जिंदाबाद के नारों के बीच दूध पिलाकर अनशन खुलवाया गया । शुक्रवार को 24 घंटे के अनशन पर बैठने वालों में बापूराम, जयकिशन कटारा, कुलदीन जनानिया, संदी डुडी, कृष्ण कुमार, उन्नी रवि, विजिश, वरूण, गोकुल, शरत, जिशिन, चंपालाल जात्रिनायक, दिनकर भारतीय, अजब सिंह पाडवी शामिल रहे ।

किसान आंदोलन को पूर्व सांसद डॉ करण सिंह यादव सहित अनेंको स्थानीय सरपंचो व जनजातियों का भरपूर समर्थन मिला रहा है । अलवर जिले के गावों के सरपंचो, प्रधानों व जनजातियों ने किसान आंदोलन का समर्थन किया । सभी ने हाथ उठाकर 26 को ट्रैक्टर लाकर परेड में शामिल होने का प्रण किया । सभा को कई किसान नेताओं व किसान आंदोलन का समर्थन करने आए गणमान्य लोगों ने सम्बोधित किया। वक्ताओं में ओमप्रकाश बडवा, अमराराम, रामदेव ऊंटवाल प्रताप बेनीवाल, निवनोद स्वामी, हरफूल सिंह, सोनू जिलोवा, उमराव सिंह, बेगाराम, राकेश ठोलिया, कुलदीप ढेवा, धमेंद्र आंचरा, अनिल राव, समय सिंह, प्रवीन जाखड, दिनेंश परमार, ताारा धायल, धीरेंद्रनाथ श्रीवास्तव, देवचंद आजाद, सुलतान सुंडा, हरलाल सिंह मील, शशिकांत शर्मा, महेंद्र सिंह यादव, बस्ती राम यादव शामिल रहे ।

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