भाजपा किसानों को डराने की कोशिश में नाकाम रहेगी. खुफिया जानकारी किसी पत्रकार को देना क्रिमिनल क्राइम फतह सिंह उजाला गुरूग्राम। कांग्रेस सेवादल द्वारा बादशाहपुर विधानसभा के गांव मौलाहेडा में किसान मजदूर संवाद सम्मेलन आयोजित किया गया जिसमें पूर्व मंत्री कैप्टेन अजय सिंह यादव ने कहा कि सरकारी मशीनरी का दुरूपयोग कर भाजपा किसानों को डराने की चाहे कितनी कौशिश कर लें वे नाकाम रहेगी। भूल गए हैं कि किसान अपने अस्तित्व को बचाने की लड़ाई लड़ रहा है। भाजपा सरकार यदि किसानों की जरा सी भी हितेषी होती तो अब तक तीनों काले कानूनों को वापिस ले चुकी होती। यादव ने कहा कि उधर देश 40 जवानों की शहादत पर दुखी था और कुछ लोग खुशियां मना रहे थे, कि अब हम जीत जाएगें। बडे़ ही शर्म की बात है कि सत्ता हांसिल करने के लिए कोई इस हद तक भी गिर सकता है। देश की खुफिया जानकारी किसी पत्रकार को देना क्रिमिनल क्राइम है। भाजपा का तथाकथित पत्रकारों के साथ राष्ट्रविरोधी गठजोड देश की सैन्य कार्रवाईयों से संबंधित गोपनीय जानकारियां लीक कर देश की सैन्य शक्ति को कमजोर करने में लगे हैं। ऐसा राष्ट्रविरोधी गठजोड देश की सैन्य शक्ति पर आक्रमण कर रहा है। कैप्टेन अजय सिंह ने कहा कि अरनव गोस्वामी की व्हाट्सएप चैट से साफ पता चलता है कि उनको बालकोट में एयरस्ट्राइक की सूचना 3 दिन पहले ही पता चल गई थी। यह सब 2019 के लोकसभा चुनाव पर असर डालने और प्रचार करने के लिए किया गया था। इसलिए इसकी जांच नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी के द्वारा होनी चाहिए। किसान मजदूर संवाद सम्मेलन के मौके पर उपस्थित मजदूरों को कैप्टेन अजय सिंह यादव द्वारा लेबर कार्ड वितरित किए गए। कैप्टेन अजय सिंह ने कहा कि लेबर कार्ड के माध्यम से मजदूरों को काफी फायदे पंहूचते हैं, इसलिए हर मजदूर को अपना यह कार्ड बनवाना चाहिए। उन्होंने कहा कि देश के हालात बिगडे हुए हैं। देश का हर नागरिक त्राही-त्राही कर रहा है। लेकिन मौजूदा भाजपा सरकार न जाने किस मिट्टी की बनी है। जिसे पूरे देश की दुख-तक्लीफ नही दिख रही है। इस मौके पर उनके साथ इंद्र सिंह सैनी, युथ कांग्रेस के राष्ट्रीय कॉडिनेटर वर्धन यादव, भीम सिंह यादव, जगमोहन यादव, गुडगांव उद्दोग ऐसोसिएशन के अध्यक्ष प्रवीण यादव, सेवादल के अध्यक्ष कृष्ण सैनी, सोनु यादव, सुंदर यादव, सुबे यादव, श्रीभगवान यादव, पंडित हरीश, कृष्णा कुमारी, किशन लाल, दीपक, बिट्टु यादव इत्यादि गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे। Post navigation बड़ा सवाल: क्या किसान मानेंगे केंद्र सरकार का ऑफर प्लास्टिक मुक्त गुरुग्राम अभियान की तरफ नगर निगम गुरुग्राम का एक और कदम