11 जनवरी 2021 – भूपेन्द्र सिंह हुड्डा कांग्रेस राज में वर्ष 2006 में हरियाणा में सडक़ दुर्घटना के चलते शुरू की गई राजीव गांधी दुर्घटना बीमा योजना को बंद करने की स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष व हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रदेश प्रवक्ता वेदप्रकाश विद्रोही ने कठोर आलोचना करते हुए इसे गरीब विरोधी कदम बताया।              

विद्रोही ने कहा कि सडक़ दुर्घटनाओं में आमजन मरते है, घायल होते है, इसी के मध्यनजर 2006 में हरियाणा कांग्रेस सरकार ने दुर्घटना पीडि़त लोगों की सहायता करने के लिए राजीव गांधी सडक़ दुर्घटना बीमा योजना शुरू की थी जिसके तहत पीडि़त व्यक्ति-परिवार को एक लाख रूपये की सहायता दी जाती थी। वर्ष 2006 से 2014 तक यह योजना सुचारू रूप से चली, लेकिन अक्टूबर 2014 में भाजपा के सत्ता में आते ही इस योजना पर ग्रहण लगने लगा। सडक़ दुर्घटना पीडि़तों को सहायता के नाम पर पैसे देने में भाजपा खट्टर सरकार ने रोड़े अटकाने शुरू किये। 

  विद्रोही ने कहा कि 2017 में इस योजना से राजीव गांधी का नाम हटाकर इसे डा0 श्यामाप्रसाद मुखर्जी दुर्घटना बीमा योजना किया गया। पर नाम बदलने के बाद सडक़ दुर्घटना पीडि़तों को सहायता नही मिली। अब सरकार ने नोटिफिकेशन जारी करके इस योजना को पूर्णतया बंद कर दिया। खट्टर सरकार के इस तुगलकी फैसले से सडक़ दुर्घटना के शिकार लोगों के परिवारजनों को मिलने वाली एक लाख रूपये की सहायता राशी बंद हो गई जिसका गरीबों पर विपरित प्रभाव पड़ेगा। हरियाणा में सडक़ दुर्घटनाओं में लोगों की मौत व घायल होना आम बात है। ऐसी स्थिति में इस योजना के बंद हो जाने से गरीब परिवारों पर काफी विपरित प्रभाव पड़ेगा। विद्रोही ने दुर्घटना बीमा योजना को भाजपा खट्टर सरकार द्वारा बंद करने के फैसले को जनविरोधी तुगलकी फैसला बताते हुए मांग की कि दुर्घटना बीमा योजना को बंद करने के फैसले को तत्काल वापिस ले और पूर्व की तरह दुर्घटना के शिकार लोगों को सहायता राशी देना जारी रखे। 

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