सरकारी विभागों की बड़ी लापरवाही
क्षेत्र के पार्षद नेता भी सरकारी कर्मचारियों के गलत रवैया पर आंखें कर लेते हैं बंद
आरोप है संभावित पटौदी हाईवे के निर्माण को रोकने के लिए किया जा रहा है अवैध निर्माण
समाजसेवी जसवंत ने कहा ग्रीवेंस कमेटी की बैठक में मुख्यमंत्री के सामने रखूंगा पूरा मामला

गुड़गांव 30 दिसंबर – गुडगांव में जब लोग अपना आशियाना बनाने के लिए निर्माण करते हैं तो नगर निगम और हुडा जैसे विभाग के अधिकारी जेसीबी लेकर अवैध निर्माण को ढहाने पहुंच जाते हैं। लेकिन क्या आपने सुना है की सरकारी जमीन पर अन्य किसी विभाग द्वारा बिना किसी की इजाजत और आदेश के अवैध निर्माण कर ले, बता दें कि समाजसेवी जसवंत गोयल ने कृषि विभाग की जमीन पर वन विभाग के एक अधिकारी द्वारा अवैध निर्माण करने का सनसनीखेज आरोप लगाया है, जसवंत गोयल का आरोप है कि जिस जगह वन विभाग निर्माण कर रहा है वह अपने ही विभाग के एक अधिकारी के रहने की व्यवस्था के लिए कृषि विभाग की जमीन को कबजाने का प्रयास हो रहा है,

निर्माण करने वाले पूछने पर बताते हैं कि यह एक काउंटर निर्माण है, लेकिन समझ से परे यह है कि कार्यालय से बहुत दूर बेरी वाले बाग में कूड़े के ढेर के बीच कीमती जमीन पर आखिर यह किस तरह का काउंटर बनाया जा रहा है, इनके पास निर्माण करने का ना ही कोई आदेश है और ना ही विभाग की ओर से इस निर्माण के लिए किसी तरह का बजट पास किया गया है, फिर यह निर्माण कैसे हो रहा है और क्यों हो रहा है, समझा जा सकता है, जसवंत गोयल ने कहा कि यहां क्षेत्र का पार्षद कपिल दुआ है जो सिर्फ कमीशन वाले कार्यों में ही व्यस्त रहता है, क्षेत्र में अन्य कोई गलत निर्माण या गलत कार्य हो रहा है इससे उसका कोई लेना-देना नहीं रहता,

जसवंत गोयल ने बताया कि जिस स्थान पर निर्माण हो रहा है वहां पटौदी हाईवे और नेशनल हाईवे दिल्ली जयपुर को जोड़ने के लिए एल पॉइंट बनता  है, इस एल पॉइंट को चौड़ीकरण करने के लिए भविष्य में 200 से 300 मीटर जमीन की आवश्यकता पड़ सकती है, यह विभाग के अधिकारियों को भी मालूम है, बावजूद इसके सड़क किनारे जमीन को घेरने के प्रयास में गलत तरीके से निर्माण को अंजाम दिया जा रहा है, अब निर्माण अवैध हो या वैध एक सरकारी विभाग की ओर से कराया जा रहा है, इसलिए सभी विभाग के अधिकारी इस को नजरअंदाज कर रहे हैं, अगर यही निर्माण कोई अन्य आम आदमी अपने रहने के लिए करता तो शायद अब तक उस पर बुलडोजर चल चुका होता है।

पेट्रोल टैंकर में भरकर आ रहा निर्माण के लिए पानी

जिस जगह निर्माण हो रहा है वहां निर्माण में इस्तेमाल होने वाला पानी वन विभाग के पेट्रोल वाले टैंकर में भरकर आ रहा है, इससे यह भी अंदाजा लगाया जा सकता है कि विभाग में बैठे अधिकारी सरकारी सामानों का इस्तेमाल जहां जैसे चाहे वैसे कर सकते हैं इससे सरकार को या सरकारी राजस्व को नुकसान होगा इससे उनका कोई मतलब नहीं होता,

ग्रीवेंस कमेटी की बैठक मुख्यमंत्री के सामने रखूंगा पूरा मामला

जसवंत गोयल ने कहा कि गुड़गांव में बड़े पैमाने पर सरकारी कार्यों में भ्रष्टाचार को अंजाम दिया जा रहा है, इस सरकारी जमीन पर जो सरकारी निर्माण बताया जा रहा है यह निर्माण सरकारी है या निजी है इस तरह से निर्माण क्यों किया जा रहा है, जिससे भविष्य में समस्याएं पैदा हो, इन सब बातों को मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के सामने आगामी होने वाले ग्रीवेंस कमेटी की बैठक में मैं खुद रखूंगा, उन्होंने कहा कि यहां नगर निगम की ओर से कराए जा रहे विभिन्न प्रकार के नालों, सड़कों और सीवर के निर्माण में भारी अनियमितताएं बरती जा रही, जिसमें क्षेत्रीय पार्षदों और विभाग के अधिकारियों की मिलीभगत से भारी पैमाने पर भ्रष्टाचार को अंजाम दिया जा रहा है, सभी समस्याएं ग्रीवेंस कमेटी में रखूंगा जिससे भ्रष्टाचार समेत अन्य सभी गलत निर्माण पर रोक लगाई जा सके।

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