किसानों की माँगो के समर्थन में देश के सभी किसानों ने दिन में एक वक़्त का भोजन त्याग कर किया उपवास-चौधरी संतोख सिंह

गुरुग्राम – देश के समस्त किसान संगठनों ने आह्वान किया था कि राष्ट्रीय किसान दिवस 23 दिसंबर को सभी किसान दिन का एक समय का भोजन त्यागकर उपवास रखेंगे।संयुक्त किसान मोर्चा गुरुग्राम के अध्यक्ष चौधरी संतोख सिंह ने बताया कि देश के समस्त किसान संगठनों के आह्वान पर आज राष्ट्रीय किसान दिवस 23 दिसम्बर को देश में सभी किसानों ने दिन में एक वक़्त का भोजन त्याग कर उपवास किया।

चौधरी संतोख सिंह,राव कमलबीर सिंह,आर एस राठी,गजे सिंह कबलाना,बीरू सरपंच,सतबीर सिंह संधु, नवनीत रोज़ ने संयुक्त बयान जारी कर कहा कि आज बड़े दुर्भाग्य की बात है कि राष्ट्रीय किसान दिवस पर देश के लाखों किसान कड़कड़ाती ठंड में दिल्ली के चारों तरफ़ सड़कों पर खुले आसमान के नीचे बैठे हुए हैं।उन्होंने बताया कि किसान आंदोलन के दौरान ठंड से अब तक 36 से ज़्यादा किसान शहीद हो चुके हैं। उन्होंने बताया कि आज गुरुग्राम में किसानों,मज़दूरों,विभिन्न सामाजिक संगठनों,राजनैतिक दलों तथा गुरुग्राम के 36 बिरादरियों के गणमान्य व्यक्तियों ने किसानों की माँगो के समर्थन में उपवास रखा।

उन्होंने एक स्वर में कहा कि नए कृषि क़ानून किसान विरोधी है मज़दूर विरोधी है ग़रीब विरोधी है यह खेत खलिहान को पूंजीपतियों के हाथ गिरवी रखने का षड्यंत्र है। कॉन्ट्रैक्ट फारमिंग से किसान अपने ही खेत में मज़दूर बन कर रह जाएंगे।इन काले कानूनों से जमाख़ोरी बढ़ेगी मुनाफाखोरी बढ़ेगी तथा कालाबाज़ारी बढ़ेगी । ये काले क़ानून किसान के मज़दूर के ग़रीब आदमी के डैथ वारंट है।ये क़ानून केवल नाम के कृषि क़ानून है लेकिन वास्तव में ये व्यापारी लाभ के क़ानून हैं। उन्होंने एक स्वर में कहा कि सरकार अहंकार को त्याग कर किसानों की माँगो को मानकर काले कृषि क़ानूनों को रद्द करें।

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