29 शहीद किसानों को दो मिनट का मौन रख अर्पित की गई श्रृद्धांजलि. गगन भेदी नारों के बीच गंूजा भाईयों कह शहादत व्यर्थ न जाने देंगे. केंद्र सरकार के तीनों कृषि कानून वापस होने पर ही लेंगे किसान दम. जिन घरों में कच्चे घडे़ होते है उन घरो में इंसान बडे़ होते है फतह सिंह उजाला गुरूग्राम। भारतीय संयुक्त किसान मार्चो के बैनर तले हरियाणा के दिल्ली-जयपुर नेशनल हाईवे स्थित जयसिहंपुर खेडा राजस्थान जिला अलवर की सीमा में किसान तीन कृषि कानून के विरोध को लेकर पिछले सात दिनों से भारी संख्या में दिल्ली जाने के लिए पडाव डाले हुए है । किसान आंदोलन के आहवान पर सम्पूर्ण भारत के साथ हाईवे के खेडा बोर्डर व बावल के बनीपुर चैक पर किसान यूनियन के झण्डे बैनर तले गत 24 दिनों से संर्घष के दौरान अपनी शहादत देने वाले 29 बलिदानी किसानो को विभिन्न संगठनों, किसान नेताओं ने राजनीति से दूर रहकर एक जुटता का संदेश देते हुए नमन करते अपनी श्रद्धाजलि अर्पित की । जिसमें बावल के बनीपुर चैक पर हरियाणा के रागनी कलाकार नरदेव बैनिवाल, महिला कलाकार, मनोज द्वारा क्रंातिकारी और जोश से ओतप्रोत जोशीली रागनियां प्रस्तुत करते हुए कहा कि जिन घरों में कच्चे घडे़ होते है उन घरो में इंसान बडे़ होते है । इसी क्रम में उत्तरप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव के समधी व हरियाणा के पूर्व वित्त मंत्री कप्तान अजय सिंह यादव, पूर्व मंत्री डा. एमएल रंगा, अम्बेडकर सेवा समिति बावल के प्रधान चेतराम रेवाडिया, भीम आर्मी के रेवाड़ी जिला प्रभारी प्रवीन ऐडवोकेट, धनखड व नैहरा खाप , बावल-84 के प्रधान व कार्यक्रम के अध्यक्ष सुमेर सिंह जेलदार की उपस्थिति में अपने साथियों व संगठन सहित किसानो के साथ मर मिटने व संर्घष में अपनी आस्था जताते हुए समर्थन दिया । श्रद्धांजलि समारोह व आंदोलन के संयोजक रामकिशन महलावत ने सैकड़ो की संख्या में नंगाडो की थाप पर बनीपुर चैक पर पंहुचे किसानो का हौसलां अफजाई करते हुए कहा कि वे घरों से निकले, घर घर जाकर संदेश दे कि आज किसान बर्बादी की कगार पर है । धरना स्थल पर पंहुचकर संख्या बल को मजबूत करे । रविवार को प्रातः 9 बजे से सांय पांच बजे तक विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधियों ने वर्तमान केंद्र की भाजपा सरकार पर तीखे व्यंगय कसते हुए कहा कि तीनों किसान विरोधी कृषि कानून वापस ले, जिससे किसान और सीमा पर जवान सहित देश भी चैन की सांस सके । खेडा बोर्डर पर 24 दिनों में शहीद हुए 29 किसानों के चित्र पर 360 खांप दिल्ली के प्रधान रामकंवार सोलंकी, गुरूग्राम व दिल्ली क्षेत्र के किसानो का समर्थन जताते हुए तल्ख शब्दों में कहा कि प्रधानमंत्री मोदी को जनता ने लुभाने वाले वायदों के बीच प्रधानमंत्री बनाया था , लेकिन एक के बाद एक झूठ ने देश को बेचने का काम किया है । अब किसानों व भूमि को भी बेचने का काम किया है जो किसानों की बर्दास्त के बाहर है । उन्होंने कहा कि मोदी कौन से ग्रह का प्राणी है जो मानता ही नही । इसको मनाने के लिए किसानों को और भी बड़ी हुंकार भरनी होगी, जिसका समर्थन हम सभी मिलकर करते है । अवसर पर राजस्थान के विख्यात 75 वर्षिय वृद्ध नेता राजाराम मील ने सीधे शब्दों में कहा कि रविवार को आठवां दिन है, पडाव दिल्ली जयपुर हाईवे पर हरियाणा के बोर्डर पर छावनी में तब्दील होता जा रहा है । आने वाले मात्र तीन दिनों में राजस्थान, तमिलनाडू, केरल, बाडमेर , जैसलमेर सहित अनेंको क्षेत्र का किसानों का आवाागमन बढेगा, वो दिन दूर न ही जब किसानों के द्वारा एकजुट होकर दोनों रास्ते रोकने पडेंगे । उन्होंने चेतावनी भरे शब्दों में कहा कि दिल्लाी में बैठे शीर्ष के किसान नेताओं के फरमान की इंतजार की जा रही है । सभी किसान अपना अलग अलग तंबू, छह माह का राशन साथ लेकर चले है । किसान बेखौफ है , शहादत देने के लिए किसान अपने घर और गांव से कूच कर चुका है । ग्रामीण क्षेत्रों में जनजागरण अभियान जारी है । कहीं ऐसा ना हो की किसानों को कोई कडे़ कदम का ऐलान करना पडे। इस अवसर पर उनके साथ जिला अलवर के प्रभारी बलबीर छिल्लर, ओमप्रकाश यादव, हिम्मत सिंह गुर्जर, ऑल इण्डिया मेव सभा के अध्यक्ष खुर्शिद अहमद, डॉ अम्बेडकर विचार मंच जयपुर जिला अध्यक्ष मेहताराम काला, बलबीर कोटा, दुर्गाराम, पूर्व विधायक खेमा राम, पूर्व विधायक अमराराम, आंनद भाई, कुसुम लता, राजबाला, धर्मबीर, कामरेड बलबीर सिंह, जयकिसान आंदोलन के संयोजक योंगेद्र यादव, किसान सभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामपाल जाट, भीम आर्मी के अध्यक्ष सतपाल चैधरी आदि अनेंको दूर दराज से पंहुचने वाले किसान नेताओं ने शहीद किसानों को अपने श्रद्धासुमन अर्पित किये । किसानो को नही बचाओगे तो रोटी कहां से खाओगे महिला कलाकार ने भाजपा के द्वारा बेटी बचाओं बेटी अभियान के तहत व्यंगय कसते हुए कहा कि किसानो को नही बचाओगे तो रोटी कहां से लाओगे के साथ साथ युवा शक्ति का आहवान करते हुए कहा कि किस गरफत में भारत मां के लाल सो रहे है बडे बडे घोटाले चारो ओर हो रहे है । नरदेव बैनिवाल ने भी शहीद भगत सिंह बिसम्मिल, नेताजी सुभाष चंद्र बोस, किसानों को जीवन दान देने वाले दीनबंधु सैर छोटू राम चैधरी चरण सिंह के साथ साथ महेंद्र सिंह टीकेत को भी नमन करते हुए हुकंार भरी की जब किसान कमेरा वर्ग ही नही रहेगा तो मजदूरो को मजदूरी नही मिलेगी । उन्होंने रागनियों के माध्यम से आहवान किया कि अब घरों में बैठने का वक्त नही है सडको पर बैठे सैकडो की संख्या में दूर दराज से पंहुचने वाले किसानों के सहयोग के कि लिए आगे हाथ बढाए यह अवसर लौट कर नही आएगा। इसी क्रम में जयसिंहपुर खेडा बोर्डर पर साजापुर राजस्थान सीमा में भारी पुलिस बल की तैनाती के बावजूद पिछले सात दिनों से प्रतिदिन दिल्ली जाने वाले किसानों के तंबुओं की संख्या कड़कड़ाती ठंड में बढती जा रही है। वही समाजसेवियों का खानेपीने व ओढने बिछाने के बिस्तरों, ठंड से बचने के लिए अलाव सूखी लकड़ियों का भरपूर योगदान दिया जा रहा है। भावपूर्ण दी शहीद किसानों को श्रद्धाजंलि रविवार को श्रद्धांजलि अर्पित करने वालों में पूर्व मँत्री कप्तान अजय सिंह यादव, पूर्व मंत्री डॉ एमएल रंगा, बावल-84 के प्रधान सुमेर जेलदार, कार्यक्रम के संयोजक रामकिशन महलावत, कर्नल जीआर चैकन, गुर्जर घटाल की महिला सरपंच मंजू तोंगड, ईश्वर महलावत, मांगेराम पनवाड, चेतराम रेवाडिया, पूर्व सरपंच रणसिंह झाबुआ, रामसिंह नम्बरदार, भीम आर्मी के जिला प्रधान प्रवीन ऐडवोकेट, राजेंद्र अधिवक्ता, पूर्व चैयरमेन जगदीश खेडा मुरार, पूर्व पार्षद चिरंजी लाल रोहिल्ला, जाट समाज के जिला प्रधान चरण सिंह ढिल्लो, कैप्टन अमर सिंह, अत्तर नैहर प्राणपुरा, राज सिंह ढिल्लो प्राणपुरा, सतपाल चैधरी उत्तरप्रदेश एवं जयसिंहपुर खेडा बोर्डर पर फौजी तेज बहादुर यादव, रणजीत सिंह राजू, तारा सिंह सिंधू, अवतार सिंह रामगडिया, छगन्न लाल चैधरी, अंकुश गाभा सहित संयुक्त मोर्चा सभा के डॉ संजय माधव शामिल रहे । Post navigation संयुक्त किसान मोर्चा गुरूग्राम ने किसान आंदोलन में शहीद हुए किसानों को दी श्रद्वांजली। गीता जयंती के उपलक्ष्य में विचार एवं काव्य गोष्ठी