मुख्यमंत्री खट्टर में इतनी हिम्मत भी नहीं कि वे अपने खुद के निर्वाचन क्षेत्र करनाल के किसानों के सामने तीन काले कृषि किसानों को जायज ठहरा सके : विद्रोही

19 दिसंबर 2020,रेवाड़ी – स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष एवं हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता वेदप्रकाश विद्रोही ने एक वक्तव्य मे कहा कि भाजपा खट्टर सरकार दक्षिणी हरियाणा को कितना कमजोर व सरकार भक्त क्षेत्र समझती है यह इसी से साबित होता है जब पूरे हरियाणा में मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर, उनके मंत्री, सांसद, विधायक तीन काले किसान कानूनों को किसानों के भारी विरोध के चलते कहीं भी जायज ठहराने खातिर संवाद करने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहे तब ऐसे माहौल में रविवार को मुख्यमंत्री खट्टर जी नारनोल में इन काले कानूनों को जायज ठहराने के लिए किसान संवाद नौटंकी करने की हिम्मत कर रहे हैं1             

 विद्रोही ने कहा कि मुख्यमंत्री खट्टर में इतनी हिम्मत भी नहीं कि वे अपने खुद के निर्वाचन क्षेत्र करनाल के किसानों के सामने तीन काले कृषि किसानों को जायज ठहरा सके1 खट्टर जी ने करनाल जिले के एक गांव में उद्घाटन के बहाने जाने की हिम्मत जुटाई थी पर किसानों ने कार्यक्रम से पहले वाली रात को मुख्यमंत्री कार्यक्रम के टेंट उखाड़ कर फेंक दिए और किसान विरोध के डर से मुख्यमंत्री को अपना कार्यक्रम रद्द करने को मजबूर होना पड़ा1   

 विद्रोही ने कहा किसान आंदोलन चलने के बाद प्रदेश में कहीं भी मुख्यमंत्री जाने की हिम्मत नहीं कर सके1 जबकि 20 दिसंबर रविवार को नारनोल में काले किसान कानूनों को जायज ठहराने के लिए आ रहे हैं1 जो बताता है खट्टर सरकार दक्षिणी हरियाणा के किसानों को कितना कमजोर व सरकार भक्त समझती है1 यदि यहां के लोग सरकार भकत नहीं होते तो किसान बाहुल इस क्षेत्र में धरती पुत्र अन्नदाता का मजाक उड़ाने के लिए मुख्यमंत्री नारनोल में ऐसा कार्यक्रम करने की कतई भी हिम्मत नहीं करते1             

  विद्रोही ने कहा कटु सत्य यही है कि दक्षिणी हरियाणा के लोगों की सरकारों के प्रति भक्ति और रीढ़ विहीन होने के चलते प्रदेश में कोई भी सरकार रही हो वह इस क्षेत्र को लूटने का चारागाह समझकर हर मामले में राजनीतिक भेदभाव करती आ रही है और जो भेदभाव आज भी जारी है1

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