21 दिसम्बर 2020 – रविवार को नारनौल व रेवाड़ी मंे एसवाईएल निर्माण, दक्षिणी हरियाणा किसान हितैषी होने का दावा करने वाले मुख्यंमत्री मनोहरलाल खट्टर व केन्द्रीय मंत्री राव इन्द्रजीत सिंह के दावों को स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष एवं हरियाणा कांग्रेस कमेटी के प्रदेश प्रवक्ता वेदप्रकाश विद्रोही ने लोगों को ठगने के जुमले बताया। मनोहरलाल खट्टर व राव इन्द्रजीत सिंह से सार्वजनिक रूप से ग्यारह सवाल करते हुए विद्रोही ने पूछा कि नवम्बर 2016 मंे सुप्रीम कोर्ट ने पंजाब द्वारा एसवाईएल नहर निर्माण के संदर्भ मंे सभी कानूनी अडचने दूर कर दी थी, तब केन्द्र की मोदी-भाजपा सरकार ने सुप्रीम कोर्ट के जनवरी 2002 के निर्णय अनुसार सेना की निगरानी मंे केन्द्रीय सीमा सड़क संगठन से पंजाब मंे अधूरी पड़ी एसवाईएल नहर का निर्माण क्यों नही करवाया? दूसरा सवाल जब पंजाब मंे सरदार प्रकाश सिंह बादल के नेतृत्व मंे तब की अकाली दल-भाजपा की सरकार ने पंजाब मंे थोडी सी बनी एसवाईएल नहर को मिट्टी से भरा व वर्षो पूर्व अधिग्रहित भूमि को डी-नोटिफाइड किया, तब हरियाणा भाजप, खट्टर व इन्द्रजीत सिंह ने मोदी सरकार पर दबाव डालकर अकाली दल से भाजपा का सम्बन्ध विच्छेद क्यों नही करवाया? तीसरा सवाल जब हरियाणा के सभी दलों ने दो साल पूर्व मुख्यमंत्री खट्टर को प्रदेश के एक सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल को प्रधानमंत्री से मिलने का समय लेने की जिम्मेदारी डाली थी तो फिर दो साल तक खट्टर जी प्रधानमंत्री से सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल के लिए समय क्यों नही ले सके? विद्रोही ने चौथा सवाल पूछा कि कृषि कानूनों के खिलाफ चल रहे जोरदार किसान आंदोलन को तोडने व बाटने के लिए इस समय ही उन्हे एसवाईएल नहर निर्माण की याद क्यांे आई? पांचवा सवाल पांच साल पूर्व मनेठी मंे एम्स बनाने की घोषणा आज तक पूरी क्यों नही हुई? छठा सवाल कांग्रेस जमाने के शुरू हुए दक्षिणी हरियाणा के विभिन्न विकास प्रोजेक्ट के निर्माण विगत छल सालों से अधूरे क्यों पड़े है? उनके लिए भाजपा सरकार पर्याप्त बजट क्यों नही दे रही है? सातवां सवाल यदि खट्टर सरकार दक्षिणी हरियाण को पर्याप्त नहरी पानी देने के प्रति इतनी ही गंभीर है तो इस क्षेत्र के विधायक कोे सिंचाई मत्री क्यों नही बनाते? वहीं विद्रोही ने राव इन्द्रजीत सिंह से आठवां सवाल पूछा कि नांगल चौधरी मंे अप्रैल 2010 मंे जब रैली करने के बाद एसवाईएल नहर निर्माण व नहरी पानी पर वे साढ़े दस साल तक मंुह सीकर क्यों सोये पड़े रहे? नौवां सवाल मुख्यमंत्री खट्टर को दक्षिणी हरियाणा के विकास के लिए अतिरिक्त बजट देने से कौन रोक रहा है? विद्रोही ने दसवा सवाल पूछा कि यदि कृषि कानून इतने ही किसान हितैषी है तो मुख्यमंत्री अपने निर्वाचन क्षेत्र करनाल व जीटी रोड़ बैल्ट मंे इन कानूूनों के पक्ष मंे रैलिया व किसानों से संवाद करने से क्यों डर रहे है? ग्यारह सवाल पूछा कि एमएसपी पर आंच आने पर राजनीति छोडने का दमगज्जा छोडने की बजाय खट्टर जी एमएसपी देना अनिवार्य व एमएसपी नही देने पर जेल की सजा का कानून क्यों नही बनवाते? सरकार भक्त दक्षिणी हरियाणा मंे ही आकर काले कृषि कानूनों की वकालत मंे लम्बे-चौड़े दमगज्जे क्यांे मार रहे है? विद्रोही ने कहा कि यदि मुख्यमंत्री खट्टर व केन्द्रीय मंत्री राव इन्द्रजीत सिंह सच्चे-सुच्चे है तो मेरे उक्त ग्यारह सवालों का सार्वजनिक रूप से जवाब देने की हिम्मत दिखाये। Post navigation आफ द रिकार्ड–यशवीर कादियान कृषि कानून के खिलाफ विगत 27 दिन के किसान आंदोलन में 37 किसान शहीद : विद्रोही