किसान खेती व भावी पीढ़ी को बचाने की लडाई लड रहे : विद्रोही

18 दिसम्बर 2020 – स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष वेदप्रकाश विद्रोही ने वीरवार को दोपहर बाद तीन काले किसान कानून के खिलाफ शाहजहांपुर-खेडा बावल बार्डर दिल्ली-जयपुर हाईवे को जाम करके धरने परे बैठे किसानों व बनीपुर चौक बावल पर धरने पर बैठे स्थानीय किसानों से मिलकर उनके संघर्ष का पुरजोर समर्थन करते हुए उनके क्रांतिकारी हौसले को सलाम किया। विद्रोही ने कहा कि दोनो जगह अपने सम्बोधन में धरना स्थल पर बैठे किसानों का समर्थन करते हुए उनके हौसले को सलाम किया कि वे इतनी भयंकर ठंड में भी खुले आसमान ंके नीचे दिन-रात धरने पर बैठकर किसानों की खेती व उनकी भावी पीढ़ी को बचाने की लडाई लड रहे हैै।

शाहजहांपुर-जयपुर-जयसिंहपुर खेडा में राजस्थान-हरियाणा बार्डर पर आंदोलनरत किसानों ने जयपुर-दिल्ली हाईवे जाम करके ना केवल किसान ताकत का परिचय दिया है अपितु दक्षिणी हरियाणा के अहीरवाल क्षेत्र व राजस्थान के राठ क्षेत्र का मान भी बढाया है। शाहजहांपुर-जयसिंहपुर खेडा में संयुक्त किसान मोर्चा की अगुवाई में विगत कई दिनों से आंदोलनरत किसान जयपुर-दिल्ली हाईवे को जाम करके डटे हुए है। 

विद्रोही ने आंदोलनरत किसानों का समर्थन करते हुए दक्षिणी हरियाणा व राजस्थान के राठ क्षेत्र के किसानों, ग्रामीणों व आमजनों से अपील की कि वे जयपुर-दिल्ली हाईवे जाम करके किसान व खेती के हित में डटे हुए किसानों की हरसंभव मदद करे। आसपास के ग्रामीण आंदोलनरत किसानों के लिए खाद्य सामग्री, भोजन व अन्य दैनिक आवश्यकत वस्तुएं पहुंचाकर अपना किसान धर्म निभाएं। वहीं हर गांव से कम से कम दस व्यक्ति हर रोज धरनास्थल पर पहुंचकर किसान आंदोलन को मजबूत करे।

वहीं विद्रोही ने बनीपुर बावल चौक पर धरने पर बैठे स्थानीय किसानों का भी धन्यवाद किया कि उन्होंने एक और मोर्चा खोलकर दक्षिणी हरियाणा के किसानो व आमजनों में नया उत्साह पैदा करके तीन काले किसान कानूनों के खिलाफ अलख जगाने का महत्वपूर्ण काम किया है। विद्रोही ने बनीपुर बावल चौक पर धरने पर बैठे किसानों से आग्रह किया कि वे जयसिंहपुर खेडा बार्डर पर जयपुर-दिल्ली हाईवे जाम कर आंदोलनरत संयुक्त किसान मोर्चा के किसानों से समन्वय बनाकर आंदोलन को संयुक्त रूप देकर इसे और प्रभावी बनाने की दिशा में काम करे। 

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