भारत सारथी जुबैर खान नूंह

देश भर में जहां किसान बीजेपी सरकार द्वारा लाए गए तीन काले कानूनों के विरोध में आंदोलन कर रहे हैं वहीं मेवात के किसान भी सड़कों पर आ गए हैं। मेवात किसान यूनियन ने नूह में तीन काले कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन किया जिसे स्थानीय विधायक व सीएलपी उप नेता चौधरी आफताब अहमद का उनके समर्थकों सहित ख़ूब समर्थन मिला। आफताब अहमद ने किसानों के साथ इस विरोध प्रदर्शन में हिस्सा लिया।

सीएलपी उप नेता चौधरी आफताब अहमद ने कहा कि तीन काले कानूनों को बीजेपी व उसके सहयोगी दलों ने लोकसभा व राज्यसभा में बिना चर्चा के जबरदस्ती पास कर दिया जबकि कांग्रेस व अन्य कई दलों के सांसदों के माइक तक बंद करा दिए गए और मार्शलों का सहारा तक लिया गया। बीजेपी सरकार अगर लोकसभा व राज्यसभा में चर्चा कर लेती तो आज किसानों को ठंड में आंदोलन की जरूरत नहीं पड़ती। बीजेपी ने किसानों के हितों को दरकिनार करके बड़े उद्योगपतियों के हितों के लिए ये तीन बिल बनाए हैं।

नूंह विधायक आफताब अहमद ने कहा कि कांग्रेस किसानों के साथ है, ना केवल कांग्रेस बल्कि लगभग पूरा देश किसान के साथ खड़ा है। बीजेपी व सत्ता सहयोगी उसके दल किसानों का ना केवल विरोध कर रहे हैं बल्कि उन्हें खालिस्तानी, पाकिस्तानी, चीनी, आतंकवादी तक कह रहे हैं, ये शर्मनाक है कि देश का पेट भरने वाला किसान आज अपने जायज हकों के लिए संघर्ष कर रहा है। आगे की रणनीति पर सीएलपी उप नेता चौधरी आफताब अहमद ने बताया कि सीएलपी नेता चौधरी भूपेन्द्र सिंह हुड्डा ने विशेष सत्र तुरंत बुलाए जाने की मांग की है ताकि पता चल सके कि कोन किसान के साथ खड़ा है और कोन अंबानी अडानी के साथ। नूह विधायक चौधरी आफताब अहमद ने कहा कि वो इलाके के साथ खड़े हैं और किसान के साथ हैं। सभी नेताओं व सभी दलों को समझना चाहिए कि किसान सर्वोपरी है और उनकी मांगे मानी जानी चाहिए अन्यथा नतीजे अच्छे नहीं निकलेंगे। 

इस दौरान आजाद खेडी भारतीय किसान टिकैत जिला संयोजक, चौ महताब अहमद पीसीसी सदस्य, शरीफ अड़बर, शोहराब मालब, सपात मेवली, वहीद सलंबा, खुर्शीद फिरोजपुर नमक, गुड्डू फिरोजपुर नमक, अजीज अख्तर, ताहिर शिकरावा, मदन तंवर, अरशद टाई, हसन सत्पुतियाका, जक्की सलंबा, रहमान बुराका, रुक्कू रानीका, साहून रानीका, अब्दुल अजीज मालब, शहीद मेंबर मालब, मुस्ताक रानीका, ईशा सरपंच शामिल हुए।