तीन कृषि कानून वापसी तक चलेगा किसान आंदोलन 
मेवात किसान केयर संघर्ष समिति हरियाणा की हुई बैठक 
गांवों में किसानों को दिल्ली कूच के लिए अभियान चलाती सबीला जंग

भारत सारथी जुबैर खान नूंह

किसानों ने शुक्रवार को नगीना के करहेडा मोड पर बैठक की। बैठक का आयोजन मेवात किसान केयर संघर्ष समिति हरियाणा ने किया। शनिवार को सैकड़ों की संख्या में किसान दिल्ली कूच करेंगे। अध्यक्षता किसान शाहिद हुसैन घागस ने की। मुख्य वक्ता मुस्तुफा कमाल ने संबोधित करते हुए कहा कि कृषि कानून में न्यूनतम समर्थन मूल्य का प्रावधान नहीं है। किसानों को उनकी फसलों के जायज दाम मिलने चाहिए। देश के लिए किसान अन्न पैदा करता है तब जाकर अमीर और गरीब का चूल्हा जलता है। उन्होंने कहा कि कृषि क्षेत्र में किसानों की आमदनी लगातार घट रही है अब किसानी घाटे का सौदा बन गई है। किसानों की खुशहाली के लिए तुरंत केंद्र सरकार फैसला लेकर मौजूदा कानूनों को रद्द करे। किसानों और कृषि वैज्ञानिकों के सलाह मशविरा से मसौदा तैयार कर कानूनी रूप दे।

किसान फकरुदीन ने बताया कि पिछले सप्ताह से लगातार किसान अपनी मांगों को लेकर टिकरी बॉर्डर, सिंघु बॉर्डर और गाजी बॉर्डर पर डटे हुए हैं जिसमें महिलाएं, बच्चे और बुजुर्ग किसानों की संख्या अधिक है। सरकार को उनकी सेहत के लिए पहल करनी चाहिए। उन्होंने बताया कि देश में किसानों की आत्महत्याएं बढ़ रहीं है क्योंकि खेती घाटे का सौदा बन चुका है।

इधर महिलाओं को जागरूक करने की जिम्मेदारी किसान आंदोलन की नेता सबीला जंग संभाल रही है। दिल्ली कूच के लिए उनके साथ शनिवार को सैकड़ों महिला किसान कूच करेंगी। इससे पहले भी वो दिल्ली सिंघु बॉर्डर, टिकरी बॉर्डर व अन्य सीमाओं पर किसानों का समर्थन करके आई है। मेवात में किसान आंदोलन को मजबूत करने में जुटी हुई है। गत शनिवार को हजारों किसानों के साथ वो दिल्ली रवाना हुई लेकिन करहेडा मोड से आगे हरियाणा पुलिस ने जाने नहीं दिया था। किसान मुबारिक भी युवाओं को जोड़ने में लगे हुए हैं। 

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