12 दिसम्बर 2020 – स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष एवं हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता वेदप्रकाश विद्रोही ने आरोप लगाया कि विगत पांच वर्षो से हरियाणा भाजपा सरकार, मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर, उनके मंत्री, संतरी, भाजपा विधायक, सांसद झूठा राग अलापते आ रहे है कि दक्षिणी हरियाणा को भाजपा राज में ज्यादा नहरी पानी दिया जा रहा है, पर दक्षिणी हरियाणा का गिरता भू-जलस्तर के आंकडे इन दावों को झूठला रहे है। विद्रोही ने कहा कि नारनौल के भूमि सरंक्षण अधिकारियों के अनुसार ही विगत एक साल में ही नारनौल ब्लॉक में एक मीटर व अटेली ब्लॉक में 2 मीटर व अन्य ब्लाकों में आधे से एक मीटर तक भू-जलस्तर गिरा है। सवाल उठता है कि यदि खट्टर सरकार ने विगत पांच सालों में दक्षिणी हरियाणा में ज्यादा नहरी पानी दिया है तो न तो इस क्षेत्र के भू-जलस्तर में सुधार हुआ और न ही गिरने से रूका। यह कहानी महेन्द्रगढ़ जिले की ही नही अपितु रेवाड़़ी, गुरूग्राम, मेवात, चरखी दादरी जिलों में भी लगातार भू-जलस्तर गिरता जा रहा है। विद्रोही ने कहा कि भाजपा खट्टर सरकार मीडिया मैनेजमैंट के द्वारा दावे तो बड़े-बड़े करती है, पर जमीनी धरातल पर उन दावों की परख करने पर वे झूठे साबित होते है। वहीं सरकार लोगो को ठगने आंकड़ों में हेराफेरी करके सत्य को छुपाकर मनमाने झूठे आंकड़े प्रस्तुत करती है। मुख्यमंत्री, मंत्रीयों, सांसदों, विधायकों, अधिकारियों के मीडिया में दिये जाने वाले विभिन्न आंकडे व आरटीआई से प्राप्त आंकडो में दिन-रात का अंतर बताता है कि संघी राज में धडल्ले से झूठ पेलकर लोगों को ठगना सरकार की राजनैतिक आदत बन गई है। विद्रोही ने कहा कि भाजपा सरकार दक्षिणी हरियाणा में भू-जलस्तर ऊपर उठाने के लिए वर्षा केे जल-संरक्षण, जोहड़, तालाबों, पोखरों को भरने के बड़े-बडे दावे तो करती है, पर करती कुछ नही जिसके कारण भू-जलस्तर लगातार गिरता जा रहा है जो भारी चिंता का विषय है। वहीं दक्षिणी हरियाणा को ज्यादा नहरी पानी देने का दावा भी हवा-हवाई है। इसका जीता जागता उदाहरण रेवाड़ी शहर सहित दक्षिणी हरियाणा की नहरी आधारित विभिन्न पेयजल परियोजनाएं है। रेवाड़ी सहित दक्षिणी हरियाणा में हर माह में 8 से 10 दिन पीने के पानी की राशनिंग होती है और इन दिनों एक दिन छोडकर थोडा सा पानी दिया जाता है। जब भाजपा सरकार पीने के पानी के नहरी आधारित पेयजल योजनाओं में भी पर्याप्त पानी नही देती है तो क्षेत्र को ज्यादा नहरी पानी देने का दावा कितना हवा-हवाई है, इस पर टिप्पणी करना भी बेमानी है। Post navigation छात्रों को कोरोना है या नही, जवाबदेही छात्रों व अभिभावकों पर : विद्रोही फ्रंट पर फार्मर …हरियाणा में अहिरवाल के लंदन रेवाड़ी बॉर्डर पर लगा बैरियर