प्रधानमंत्री को अपना अडि़यल रवैया छोड़कर तीन कृषि कानून को तुरंत वापिस लेना चाहिए – बजरंग गर्गकेंद्र सरकार ने तीन कृषि कानून अंबानी व अडानी के इशारे से मसूदा तैयार करके लागू किया है – बजरंग गर्गतीन कृषि कानून से अंबानी व अडानी को लाभ होगा व आम जनता को नुकसान और खुदरा समान महंगा मिलेगा – बजरंग गर्ग चण्डीगढ़ – अखिल भारतीय व्यापार मंडल के राष्ट्रीय महासचिव व हरियाणा प्रदेश व्यापार मंडल के प्रांतीय अध्यक्ष बजरंग गर्ग ने किसान व व्यापारी नेताओं से बातचीत करने के उपरांत कहा कि व्यापार मंडल का किसान आंदोलन को खुला समर्थन है। केंद्र सरकार को अडि़यल रवैया छोड़कर किसान व आढ़ती के हित में तीन कृषि काले कानून को तुरंत प्रभाव से वापस लेना चाहिए। देश व प्रदेश के किसान व आढ़तियों को पता है कि तीन कृषि कानून जो केंद्र सरकार लाई है उससे तो किसान बर्बाद हो जाएगा और सरकारी मंडियां बंद हो जाएगी। राष्ट्रीय महासचिव बजरंग गर्ग ने कहा कि तीन कृषि कानून लाने से पहले केंद्र सरकार ने किसान व आढ़ती प्रतिनिधियों से बातचीत करने की बजाए अंबानी व अडानी से बातचीत करके बड़े घरानों को लाभ पहुंचाने के लिए यह मसूदा अडानी व अंबानी के इशारे पर लागू किया है। इसका परिणाम है कि अडानी व अंबानी किसानों की जमीन औने-पौने दामों में खरीदकर बड़े-बड़े वेयर हाउस देश व प्रदेश में बना रहे हैं। इसी प्रकार जिला पानीपत में किसान की 1 करोड रुपए एकड़ वाली की जमीन 35 लाख रुपए एकड़ में खरीद कर 100 एकड़ भूमि में आडनी ग्रुप वेयर हाउस बना रहा है। इसी लिए प्रधानमंत्री अपने मित्र अडानी व अंबानी के दबाव के कारण तीन कृषि काले कानून वापिस लेने में देरी कर रहे हैं। राष्ट्रीय महासचिव बजरंग गर्ग ने कहा की बड़ी-बड़ी कंपनियां किसान की सब्जी व फल सस्ते दामों में खरीदकर उसको स्टोर करके उसी सब्जी व फलों को 10 गुना दामों में जनता को बेचते हैं। इसी प्रकार किसान का अनाज ओने-पौने दामों पर खरीद कर भारी मुनाफा कमाकर जनता को बेचेंगे। इससे देश व प्रदेश की जनता को भारी नुकसान होगा और देश में पहले से ज्यादा महंगाई व बेरोजगारी बढ़ेगी। राष्ट्रीय महासचिव बजरंग गर्ग ने कहा कि सरकार की गलत नीतियां व नियम के कारण देश व प्रदेश का किसान, खुदरा व्यापारी बर्बादी की कगार पर है। प्रधानमंत्री को अंबानी व अडानी की तरफ ध्यान ना दे कर आम जनता के हित में काम करना चाहिए। जबकि प्रधानमंत्री जी ने भारत सरकार की बड़ी-बड़ी सरकारी कंपनियां अडानी व अंबानी को औने-पौने दामों में बेच दी। यहां तक कि खुदरा व्यापार पर बड़ी-बड़ी कंपनियों का कब्जा करावा दिया। मगर किसान अन्नदाता है प्रधानमंत्री को किसान, आढ़ती व देश हित में किसानों की मांगे मानते हुए तीन कृषि कानून को वापस लेकर किसान व आढ़तियों से सलाह करके चौथा कृषि कानून बनाना चाहिए जो सभी वर्ग के हित में हो। Post navigation 55 हजार स्कूली विद्यार्थी सामूहिक पवित्र ग्रंथ गीता के 19 श्लोकों का उच्चारण करके विश्व रिकार्ड बनाएंगे भाजपा गठबंधन सरकार द्वारा किसानों पर महामारी के तहत केस दर्ज करना बेहद निंदनीय: अभय सिंह चौटाला