मेयर ने जोन-2 एवं 4 के निगम पार्षदों एवं अधिकारियों की बैठक की अध्यक्षता करते हुए अधिकारियों को दिए दिशा-निर्देश
–    भविष्य में किसी प्रकार की लापरवाही नहीं होगी बर्दाश्त

गुरूग्राम, 10 दिसम्बर। गुरूग्राम की मेयर मधु आजाद ने वीरवार को निगम कार्यालय में जोन-2 एवं जोन-4 के निगम पार्षदों एवं अधिकारियों के साथ आयोजित बैठक की अध्यक्षता करते हुए अधिकारियों को दिशा-निर्देश दिए कि वे निगम पार्षदों द्वारा बताए गए कार्यों को प्राथमिकता दें। भविष्य में इस प्रकार की लापरवाही किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं होगी तथा संबंधित अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई हेतु हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल को अवगत करवाया जाएगा।

  मेयर ने कहा कि निगम पार्षदों द्वारा उनके वार्डों में जनता से संबंधित कार्यों की मांग की जाती है। इन कार्यों को प्राथमिकता के आधार पर करवाएं। उन्होंने कहा कि निगम पार्षद उनके वार्ड की जनता के प्रति जवाबदेह है तथा निगम पार्षदों काम की जवाबदेही मेयर की है। मेयर ने अधिकारियों को स्पष्ट तौर पर कहा कि वार्डों में कार्य निर्धारित समयावधि में शुरू तथा पूर्ण होने चाहिएं। अगर कोई एजेंसी कार्य अलॉट होने के बावजूद भी अगर कार्य शुरू नहीं करती है, तो उसके खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई अमल में लाई जाए। यहां बैठक में दो एजेंसियों के खिलाफ कार्रवाई करने का निर्णय लिया गया।   

मेयर ने अधिकारियों से कहा कि अधिकारी विकास कार्यों से संबंधित फाईलों को बिना किसी पर्याप्त कारण के लंबित ना रखें। उन्होंने कहा कि इस प्रकार की बैठक प्रतिमाह आयोजित की जाएगी। इसके साथ ही हर 15 दिन में संयुक्त आयुक्त स्तर पर तथा प्रत्येक सप्ताह कार्यकारी अभियंता के स्तर पर निगम पार्षदों की बैठकें होंगी। इन बैठकों का मुख्य उद्देश्य यही है कि निगम पार्षदों को उनके वार्ड से संबंधित छोटे-छोटे कार्यों के लिए सदन में ना बोलना पड़े। सदन की बैठक में केवल बड़े मुद्दों पर ही चर्चा होनी चाहिए।   

वीरवार को आयोजित बैठक में निगम पार्षदों द्वारा निगम आपके द्वार कार्यक्रम पुन: शुरू करने, वार्ड वाईज विशेष स्वच्छता अभियान चलाने, वार्ड वाईज सीएससी की स्थापना करने, पेड़ों की छंटाई का कार्य दुरूस्त करने, वार्ड वाईज पर्याप्त सीवरमैन उपलब्ध करवाने, निगम जमीनों एवं भवनों से अवैध कब्जे हटवाने, स्ट्रीट लाईट, अतिक्रमण, सडक़ नामकरण, सामुदायिक केन्द्रों की सफाई के लिए अलग टीमें नियुक्त करने आदि मामले रखे गए। बैठक में मेयर ने निर्देश दिए कि जब भी अधिकारी किसी भी वार्ड में आरडब्ल्यूए या एनजीओ के बुलावे पर जाएं, तो संबंधित निगम पार्षद को जरूर साथ लें। इसके साथ ही जूनियर इंजीनियर अपने-अपने वार्ड में घूमकर सीवर के ढ़क्कनों संबंधी शिकायतों का समाधान जल्द से जल्द करवाएं। इसके अलावा, प्राईवेट कंपनियां अगर खुदाई के बाद क्षेत्र को सही नहीं करती है, तो उनकी सिक्योरिटी राशि जब्त करके उनके खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई अमल में लाएं। बैठक में जीएमडीए, एचएसवीपी तथा नगर निगम के अधिकारियों की एक संयुक्त बैठक बुलाने पर भी निर्णय लिया गया।   

इस मौके पर मेयर मधु आजाद के साथ निगम पार्षद कुलदीप यादव, सुभाष फौजी, विरेन्द्र राज यादव, हेमन्त सेन, रविन्द्र यादव, अनूप सिंह एवं सुभाष सिंगला, अनिल यादव, राकेश यादव, उदयवीर अंजना, नगर निगम गुरूग्राम के अतिरिक्त आयुक्त सुरेन्द्र सिंह, संयुक्त आयुक्त प्रदीप अहलावत एवं जितेन्द्र गर्ग, चीफ इंजीनियर रमन शर्मा, एसई राधेश्याम शर्मा, कार्यकारी अभियंता रमन यादव, विशाल गर्ग, अमरजीत बिस्ला एवं धर्मबीर मलिक व वरिष्ठ सफाई निरीक्षक बिजेन्द्र शर्मा उपस्थित थे।

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