जेजेपी विधायक राम कुमार गौतम ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को समय की नजाकत को देखते हुए फौरन तीनों कानून रद्द कर देनी चाहिए. किसानों की भावना के खिलाफ कानून बनाए रखना बहुत बड़ी बेवकूफी होगी. हांसी. नारनौंद से जननायक जनता पार्टी विधायक राम कुमार गौतम पिछले काफी दिनों से चुप बैठे हुए थे. आज उन्होंने किसानों के समर्थन में बयान देकर हरियाणा की राजनीति में एक नई हलचल पैदा कर दी है. आपको याद दिला दें कि केंद्र की नए कृषि कानून के खिलाफ दिल्ली बॉर्डर पर पंजाब और हरियाणा के किसान डटे हैं. सरकार के साथ किसानों की बातचीत लगातार जारी है और किसानों ने 8 तारीख को भारत बंद का ऐलान किया है. इस आंदोलन को लेकर नारनौद से विधायक राम कुमार गौतम ने कहा कि किसानों का जो आंदोलन चल रहा है उस बारे में मेरा यह कहना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को समय की नजाकत को देखते हुए फौरन तीनों कानून रद्द कर देनी चाहिए. जो आज दिल्ली बॉर्डर पर किसान जमा हैं, वह सभी धर्मों के सभी जातियों के, सारे देश के लोग वहां पर हैं. उनकी भावना के खिलाफ कानून बनाए रखना यह बहुत बड़ी बेवकूफी होगी और इसका खमियाजा भुगतना पड़ेगा, जिसके परिणाम बहुत गंभीर होंगे. किसान कोई साधारण मनुष्य नहीं है, वह इस देश को चलाता है. देश की सीमाओं की रक्षा तक किसान करता है. किसान को नाराज करना बहुत बड़ी गलती होगी. उन्होंने कहा कि जब डोर हाथ से चली जाएगी तो फिर दोबारा वापस डोर पकड़ना मुश्किल है और हरियाणा सरकार के बारे में मैं यह कहना चाहता हूं कि स्पेशल सेशन बुलाकर तीनों कानून को रद्द करने के लिए रेगुलेशन भेजना चाहिए हरियाणा सरकार की तरफ से. आपको याद होगा कि कृषि कानून की आंच देश के दूसरे राज्यों तक भी पहुंच गई है. हरियाणा और पंजाब के इन किसानों को बिहार में आरजेडी का भी समर्थन मिला है. ट्रक और श्रमिक यूनियनों ने भी किसानों के साथ खड़ा होने का ऐलान किया है. Post navigation नारनौंद के पूर्व विधायक व भाजपा नेता प्रो० राम भगत ने किसानों के समर्थन में पार्टी से अलविदा कर दिया गुरु जम्भेश्वर विज्ञान एवम प्रौद्योगिकी विश्वविधालय का दुनिया में 444 व भारत में 12 रैंक मिलने पर कुलपति को बधाई दी : पृथ्वी बिश्नोई