नारनौंद के पूर्व विधायक व भाजपा नेता प्रो० राम भगत ने किसानों के समर्थन में पार्टी से अलविदा कर दिया

हांसी ,5  दिसम्बर । मनमोहन शर्मा 

यह धोषणा शनिवार को वे अपने निवास मसूदपुर में मीडिया कर्मियों  के सामने  में की । पूर्व  विधायक प्रो० राम भगत ने  कहा  कि मैं पहले  किसान हूँ और बाद में नेता । मैनें पिछलें कई दिनों से सोशल मीडिया से किसानो के तीन काले बिलों  को वापिस लेने की बात कह रहा था । मगर  भाजपा सरकार ने कोई गौर नही किया ।  पूर्व विधायक प्रो० राम भगत  शर्मा ने  मोबाइल से बातचीत करते हुए  कि केन्द्र सरकार किसानों से बातचीत न करके उनके उपर दमनकारी नीतिया अपना रही  ,जिससें लोगों में भारी आक्रोश है । किसानों की मुख्य मांग एमएसपी को कानूनी दर्जा न देकर उन्हे गुमराह भाजपा नेता कर रहे  । पूर्व विधायक रामभगत शर्मा  ने आरोप लगाया कि भाजपा का नजरिया किसान विरोद्धी है ।

उन्होने घोषणा कि रविवार को  अपने समर्थक सहित टीकरी बार्डर  आन्दोलनकारी किसानों के समर्थन में जाएगें । इसमें नारनौंद ह्ल्के के अलावा अन्य लोग भी शामिल होगें   । उन्होने किसान नेता सर  छोटूराम को श्रद्धा के सुमन अर्पित  भी किए ।इस मौके  पर क्षेत्र के गणमान्य  टीकाराम सिसाय  ,  बलदेव सिहाग ,  कुलदीप सरपंच मसूदपुर   पूर्व संरपच महावीर  , प्रकाश चंद महेंद्र सैनी  , सूरजभान सैनी  ,कमेश , मेहर  चन्द्र , संजय कपड़ों के  आदि लोग मौजूद थें I

उल्लेखनीय है कि प्रो० राम भगत हिसार के डीएन कालेज में अग्रेजी का प्राध्यापक पद से त्याग पत्र राजनीति में प्रवेश किया था । 2000 सन् नारनौद  क्षेत्र आजाद प्रत्याशी चुनाव लड़ा था । उन्होने काग्रेस के नेता व पूर्व  मंत्री  स्वः  चौधरी  विरेन्द्र  सिंह व भाजपा प्रत्याशी रामकुमार गौतम को हराया था ।  पिछले विधान सभा चुनाव में वे भाजपा पार्टी में शामिल  होकर भाजपा प्रत्याशी कैष्टन अभिमन्यु    के लिए कार्य किए  था चुनाव प्रचार में उनका पूरा साथ दिया था ।  नारनौंद ह्ल्के में प्रो० राम भगत की छवि अच्छी मानी जाती है । 

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