चण्डीगढ, 30नवम्बर:-हरियाणा रोङवेज संयुक्त कर्मचारी संघ के राज्य प्रधान दलबीर किरमारा, वरिष्ठ उप-प्रधान बलवान सिंह दोदवा, महासचिव आजाद गिल, उप-महासचिव जगदीप लाठर, आडिटर विमल शर्मा,चेयरमैन सुरेश लाठर,कोषाध्यक्ष सुभाष विश्नोई व मुख्य संगठन सचिव कृष्ण सुहाग ने संयुक्त ब्यान जारी करते हुए बताया कि परिवहन विभाग में सुधारीकरण के नाम पर रोङवेज की बसों में पैनिक बटन व जीपीएस लगवाने तथा परिचालकों के लिए ई-टिकटींग की व्यवस्था करवाने के लिए युनियन परिवहन विभाग के प्रधान सचिव श्री शत्रुजीत कपूर जी का स्वागत करती है तथा मांग करती है कि विभाग के सुधारीकरण के साथ-साथ रोङवेज की बसों का बेङा बढवाने का भी निरन्तर प्रयास करें ताकि आपके अथक प्रयासों से पूर्व की भांति प्रदेश की जनता को एक बेहतर व सुरक्षित परिवहन सेवा देते हुए एक बार फिर से पुरे भारत वर्ष में प्रथम स्थान पर आ सके।

किरमारा, दोदवा व गिल ने बताया कि आज विभाग दयनीय स्थिति में पहुंच चुका है। काफी मात्रा में बसें कन्डम होने व नई बसें न आने की वजह से रोङवेज का बेङा लगातार घटता जा रहा है जो एक चिंता का विषय है। उन्होंने बताया कि वर्ष 2014 में विभाग में बसों की संख्या 4250 के करीब थी जो आज घटकर 3000 से भी नीचे पहुँच चुकी है। प्रदेश में भाजपा की सरकार बनने के बाद पहली बार रोङवेज युनियनों की सरकार के साथ हुई बैठक में माननीय मुख्यमंत्री जी ने खुद विश्वास दिलाया था कि वर्ष 2015 तक रोङवेज की बसों का बेङा 4500 कर दिया जायेगा लेकिन बङे खेद का विषय है कि वर्तमान सरकार के 6 साल के कार्यकाल में सिर्फ 18 एसी व 150 मिनी बसों के अलावा एक भी नई बस रोङवेज के बेङे में शामिल नहीं हुई। परिवहन मन्त्री जी भी 2साल से लगातार 867 नई बसें जल्द विभाग में लाने का आश्वासन दे रहे हैं लेकिन ये बसें भी सरकार द्वारा अभी नहीं खरीदी गई हैं। उन्होंने कहा कि परिवहन विभाग के प्रधान सचिव श्री शत्रुजीत कपूर जी एक ईमानदार व साफ छवि के अधिकारी हैं इसलिए रोङवेज कर्मचारियों को इनसे उम्मीद ही नहीं बल्कि पुरा विश्वास है कि ये विभाग का सुधारीकरण करने के साथ-साथ रोङवेज का बेङा बढाने का भी काम करेगें। अगर सरकार केवल 6हजार बसें भी विभाग में देती है तो रोङवेज कर्मचारी विश्वास दिलाते हैं कि राज्य व अंतर्राज्यीय मार्गों पर पूर्व की भांति 12 से 16 घंटे
काम करके विभाग को घाटे से उबारने का काम करेगें।

उन्होंने बताया कि युनियन के संज्ञान में आया है कि सोनीपत डिपो के महाप्रबंधक द्वारा किलोमीटर स्कीम पर चलने वाली बसों की पहचान के लिए आगे-पीछे लगाई गई लाल पट्टी को हटवा दिया गया है जो एक बङे घोटाले की और संकेत तथा रोङवेज व किलोमीटर स्कीम की बसों में पहचान को खत्म करता है। रोङवेज कर्मचारी इसका घोर विरोध करते हैं तथा मांग करते हैं कि सोनीपत डिपो के महाप्रबंधक ने यह कार्यवाही किसी आला अधिकारी के इशारे पर या अपने स्तर पर की है इसकी जांच होनी चाहिए तथा दोषी अधिकारी के खिलाफ विभागीय कार्यवाही होनी चाहिए।

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