चंडीगढ़, 27 नवंबर – कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव और मुख्य प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि कांग्रेस पार्टी तीनों किसान विरोधी काले क़ानूनों को ख़त्म करने को वचनबद्ध है और कांग्रेस पार्टी की सरकार बनने पर इन काले कानूनों को निरस्त कर दिया जाएगा। पानीपत में आज किसानों को कांग्रेस पार्टी की और से समर्थन व्यक्त करने के बाद सुरजेवाला ने कहा कि किसानों को हमारा खुला समर्थन था, खुला समर्थन है और रहेगा। आज मैं भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की ओर से एक बड़ा वायदा करता हूं कि कांग्रेस अध्यक्ष श्रीमती सोनिया गांधी और हमारे नेता श्री राहुल गांधी ने ये स्पष्ट कहा है कि जिस दिन कांग्रेस पार्टी की सरकार होगी, इन तीन काले कानूनों को निरस्त कर देंगे। सुरजेवाला ने कहा की पूरी कांग्रेस पार्टी इस विकट घड़ी में किसानों के साथ खड़ी है। कांग्रेस पार्टी भाजपा सरकार को किसानों की आवाज को जबरन नहीं कुचलने देंगे और उनके लोकतांत्रिक हकों की रक्षा करेंगे। सुरजेवाला ने कहा कि कांग्रेस शुरू से इन तीनों कानूनों का विरोध करती रही है। इन कानूनों का विरोध करने के कारण संसद में उसके सांसदों को निलंबित तक होना पड़ा है। पंजाब, राजस्थान और छत्तीसगढ़ राज्यों की कांग्रेस सरकारों द्वारा वहां के किसानों को इन तीन काले कानूनों के कारण होने वाले नुकसान को रोकने और किसानों की सुरक्षा के लिए अलग कानून बनाया गए हैं। किसान किसी दल विशेष का नहीं बल्कि सभी का होता है और वह अपनी मेहनत से सभी के पेट की भूख मिटाने का काम करता है इसलिए किसान की बात सुनी जानी चाहिए। सुरजेवाला ने कहा कि जब गांधी जी की सत्य अहिंसा की लाठी लेकर देश के किसान निकले तो दुनिया का सबसे बड़ा ब्रिटिश साम्राज्य तिनके की तरह बिखर गया। आज फिर दिल्ली दरबार के भाजपाई अहंकारियों के ख़िलाफ़ हुंकार गूंजी है। उन्होंने कहा कि किसान के खेत का पानी अब किसान की आंख का पानी बन गया है। जब दिल्ली और चंडीगढ़ के दरबार किसान को पीड़ित करेंगे। काले कानून बनाकर उसकी रोजी-रोटी और समर्थन मूल्य अगर छीनेंगे, तो सारे राजनैतिक दल, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस सहित इस लड़ाई में इस देश के किसान के साथ खड़े हैं और जो कुर्बानी देनी पड़ेगी, अपने भाईयों के साथ खड़े होकर देंगे, कंधे से कंधा मिलाकर देंगे। सुरजेवाला ने कहा कि सरकार किसानों को 3 दिसंबर को क्यों बुला रही है? सरकार आज किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य की गारंटी दे, मोदी जी की हम सबसे पहले तारीफ करेंगे। आप कानून में लिखिए कि किसान को न्यूनतम समर्थन मूल्य मिलेगा। परंतु किसान को अगर आप उत्पीड़ित करेंगे, रोड़े अटकाएंगे, कंटीले बाड लगाएंगे, लाठियां मारेंगे, अश्रु गैस मारेंगे तो यह देश को बर्दाश्त नहीं है। अगर किसान ने रोटी पैदा करनी बंद कर दी तो दिल्ली का दरबार एक मिनट चल नहीं पाएगा। श्री सुरजेवाला ने सरकार से सवाल पूछते हुए कहा कि क्या दिल्ली का दरबार केवल अडानी की तिजोरियों की रक्षा करने के लिए है? क्या दिल्ली की सल्तनत की नींव इस देश के किसान और खेत मजदूर ने नहीं रखी है? क्या हम जिन्होंने किसान के घर में जन्म लिया या हजारों किसान पंजाब, हरियाणा के जो आए हैं, हम उग्रवादी या अपराधी हैं? Post navigation दिल्ली बॉर्डर पर किसानों और जवानों के बीच झड़प के बाद दिल्ली में मिली प्रदर्शन की अनुमति हरियाणा की आईएएस रानी नागर को त्यागपत्र वापसी के बाद नई तैनाती का इंतजार