24 नवम्बर 2020 – स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष एवं हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता वेदप्रकाश विद्रोही ने दीनबंधु सर छोटूराम की 139वीं जंयती पर आज अपने कार्यालय में उनके चित्र पर पुष्पाजंली अर्पित करके किसानों के मसीहा को भावभीनी श्रद्घाजंली अर्पित की। कपिल यादव, अमन कुमार, प्रदीप कुमार व अजय कुमार ने भी इस अवसर पर अपने श्रद्घसुमन अर्पित किए।      

इस अवसर पर विद्रोही ने कहा कि आजादी से पूर्व उस समय की संयुक्त पंजाब सरकार में मंत्री के रूप में किसानों व गांवों के हित में दीनबंधु सर छोटूराम ने जो ऐतिहासिक फैसले किए, उन्ही के कारण उन्हे किसानों के मसीहा के रूप में जाना जाता है। किसानों व गांवों की भलाई के लिए सर छोटूराम के किये गए कार्य इतिहास में स्वर्णिम अक्षरों में दर्ज है। आज के पंजाब-हरियाणा में जो गांवों व किसानों में खुशहाली है, उसकी नींव सर छोटूराम ने ही रखी थी। गुलामी के दौर में किसानों को साहुकारों के कर्ज के चुंगल से बचाकर उन्होंने किसानों की जमीन कोई भी कर्ज के नाम पर ना छीन सके इसका कानून बनवाया, जिसके कारण किसान उनके सदैव ऋणी रहेंगे।

विद्रोही ने कहा कि सर छोटूराम ने किसानों मेें अपने हक की लड़ाई लडऩे के लिए काफी जागृति पैदा की। शौषण के खिलाफ लडऩे के लिए उन्होंने किसानों सेे कहा कि भोले किसान अपने हकों व दुश्मन को पहचान तभी तेरा भला होगा। उन्होंने ग्रामीण युवाओं को सरकारी नौकरियां में जाने के लिए प्रेरित किया, वहीं सामाजिक बुराईयों, अंधविश्वास व धार्मिक पांखड के खिलाफ भी उन्होंने आम लोगों में जागृति पैदा की। गुलामी के दौर में उन्होंने किसानों की खेती की सिंचाई के लिए नहरों की योजना बनाई व भाखड़ा डैम के निर्माण का खाका खींचा। किसानों व गांवों की खुशहाली के लिए सर छोटूराम ने हरंसभव प्रयास किया।   

 विद्रोही ने कहा कि आज भी किसान सर छोटूराम को अपना सबसे बड़ा हित चिंतक मानता है। इस किसानों के मसीहा के दिखाये रास्ते पर चलकर ही किसान व गांव आधुनिक भारत में और भी तरक्की कर सकते है। सर छोटूराम के विचार व कार्य आज भी हमारे लिए प्ररेणा का स्त्रोत है। 

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