चण्डीगढ,22नवम्बर:-हरियाणा रोङवेज संयुक्त कर्मचारी संघ के राज्य प्रधान दलबीर किरमारा, वरिष्ठ राज्य उप-प्रधान बलवान सिंह दोदवा, महासचिव आजाद गिल,उप- महासचिव जगदीप लाठर व चेयरमैन सुरेश लाठर ने संयुक्त ब्यान जारी करते हुए बताया करते हुए बताया कि
कोरोना के दोबारा बढ़ते प्रकोप को देखते हुए अभी किलोमीटर स्कीम बसों को चलाने की कोई जरूरत नहीं थी। अपने निजी चहेतों को लाभ पहुंचाने के लिए सरकार द्वारा जल्दबाजी में उठाया गया यह कदम विभाग हित में नहीं है। इस फैंसले से परिवहन विभाग ने निजी संचालकों को बेवजह करोङो रूपये की अदायगी करनी पङेगी। कोरोना के कहर को देखते हुए अभी प्रदेश की जनता भयभीत है तथा रोङवेज की बसों में सफर करने से कतराती है।
यात्री कम होने की वजह से अभी रोङवेज की भी पुरी बसें नहीं चल पाई हैं। जब रोङवेज की बसें पूर्ण रूप से नहीं चल पाई हैं तो किलोमीटर स्कीम पर निजी बसों को चलाने का कोई औचित्य नहीं बनता।
किरमारा,दोदवा व गिल ने बताया कि सरकार द्वारा परिवहन विभाग को भारी घाटे में दर्शाया जा रहा है लेकिन इसके बावजूद भी सरकार बेवजह किलोमीटर स्कीम पर बसों को चलाकर विभाग को और गर्त में धकेलने का काम कर रही है। विभाग में सरकारी बसों का बेङा लगातार घटता जा रहा है। इसके बावजूद भी सरकारी बसें खरीदने का नाम नहीं ले रही। अगर यही हालात रहे तो कुछ ही दिनों में रोङवेज का वजूद बिलकुल खत्म हो जायेगा। इसलिए युनियन मांग करती है कि जब तक कोरोना का प्रभाव पूर्ण रूप से खत्म नहीं होता तथा रोङवेज की सभी बसों का संचालन सुचारू रूप से शुरू नहीं होता तब तक किलोमीटर स्कीम की बसों न चलाया जाये बल्कि सरकार को चाहिए कि किलोमीटर स्कीम की बसों को खरीदकर परिवहन विभाग में शामिल करें ताकि विभाग को घाटे से उबारा जा सके।