कोविड-19 की जिद तीन जिंदगी रोज लेने की जारी !

सप्ताह के पहले 5 दिनों में 15 लोगों की हो चुकी मौत.
शुक्रवार को एक बार फिर 793 नए पॉजिटिव केस दर्ज.
कोविड-19 से गुरुग्राम में मरने वालों की संख्या 256 तक.
शुक्रवार को सिटी से बाहर देहात के इलाके में 67 नए केस

फतह सिंह उजाला
गुरुग्राम । 
कोरोना कोविड-19 क्यों, कैसे, किस तरह और किस माध्यम से बेकाबू होता जा रहा है ? यह अब वास्तव में चुनौती बन गया है । दिल्ली मे तो हालात कोरोना कोविड-19 को लेकर पूरी तरह बेकाबू होते दिखाई दे रहे हैं और दिल्ली का ही असर साथ लगते साइबर सिटी गुरुग्राम में भी साफ-साफ दिखाई देने लगा है ।

गुरुग्राम में कोरोना कोविड-19 जारी सप्ताह के पहले 5 दिनों में 15 लोगों की जिंदगी को निगल चुका है । सीधे-सीधे शब्दों में कोरोना कोविड-19 को अब लोगों की जान लिए बिना शायद सुकून नहीं मिल रहा । स्वास्थ्य विभाग के द्वारा जारी बुलेटिन के मुताबिक गुरुग्राम में शुक्रवार को एक बार कोरोना कोविड-19 के द्वारा तीन और लोगों की जिंदगी लेने के साथ ही यहां अभी तक मरने वालों का आंकड़ा 256 तक पहुंच गया है ।

सिटी से बाहर देहात के इलाके की बात की जाए तो शुक्रवार को एक बार फिर से 67 नए कोरोना कोविड-19 के केस दर्ज किए गए हैं इन 67 पॉजिटिव केस में भी सबसे अधिक मामले करोना कोविड-19 के लिए हॉटस्पॉट बन चुके पटौदी देहात ब्लाक में 45 पॉजिटिव केस के रूप में दर्ज किए गए हैं । पटौदी के साथ लगते फरुखनगर ब्लॉक में यह संख्या केवल मात्र चार और सोहना ब्लॉक में शुक्रवार को 18 नए मामले दर्ज किए गए हैं । स्वास्थ्य विभाग के द्वारा जारी बुलेटिन के मुताबिक साइबर सिटी, मेडिकल हब, हरियाणा की आर्थिक राजधानी जिला गुरुग्राम में एक बार फिर 793 कोरोना कोविड-19 पॉजिटिव केस दर्ज किए गए हैं । वही बीते 24 घंटे के दौरान स्वस्थ होने वालों की संख्या 848 बताई गई है ।

स्वास्थ्य विभाग के द्वारा जारी बुलेटिन के मुताबिक देहात के इलाके के साथ-साथ जिला गुरुग्राम में करोना कोविड-19 के 5485 एक्टिव केस मौजूद हैं । वही कोरोना कोविड-19 से पीड़ित 5033 लोगों को होम आइसोलेशन पर रखा गया है । जब से जिला गुरुग्राम में कोरोना कोविड-19 ने अपनी मौजूदगी दर्ज कराई है तब से लेकर 20 नवंबर शुक्रवार तक 42618  पॉजिटिव केस दर्ज किए जा चुके हैं । इसके विपरीत 36877 को रोना कोविड-19 मामले अथवा रोगी पूरी तरह से रिकवर होकर स्वस्थ होने के साथ घर भेजे जा चुके हैं । ऐसे में लाख टके का सवाल यही है की स्वास्थ्य विभाग, जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन के सामूहिक युद्ध स्तरीय प्रयासों के बावजूद भी ऐसे क्या कारण बन रहे हैं कि कोरोना कोविड-19 की घेराबंदी नहीं हो पा रही है ? ऐसे में एकमात्र विकल्प और सरल उपचार आम जनमानस के सामने यही है कि वह कोरोना कोविड-19 के एक बार फिर से बेकाबू होने को देखते हुए मास्क पहने, सोशल डिस्टेंस को बनाकर रखें वही अपनी इम्यूनिटी को मजबूत बनाने के लिए स्वास्थ्य विभाग के द्वारा जारी गाइडलाइन के मुताबिक अपने खान-पान पर विशेष रूप से ध्यान दें । जिससे कि शरीर में इतनी क्षमता बनी रहेगी कि कोरोना कोविड-19 का मुकाबला किया जा सके या फिर कोविड-19 से बच के रहा जा सके।

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