चण्डीगढ़, 20 नवम्बर- हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री श्री अनिल विज ने आज स्वदेशी कम्पनी भारत बायोटेक द्वारा निर्मित वैक्सीन के तीसरे व अंतिम चरण के परीक्षण का पहला इंजैक्शन लगवाया। श्री विज ट्रायल में बतौर वॉलेंटियर इंजेक्शन लगवाने वाले पहले मंत्री बन गए हैं।     

  श्री विज ने कहा कि हिन्दुस्तान के लिए यह गर्व का विषय है कि स्वदेशी कम्पनी के इससे पहले वैक्सीन के दो सफल परीक्षण हो चुके हैं और इसका अंतिम व तीसरा परीक्षण आज से शुरू हो चुका है। जिस कोरोना की बीमारी से पूरा विश्व पीडि़त और भयभीत है उससे लडऩे के लिए हिन्दुस्तान की एक कंपनी भारत बायोटैक कोरोना की वैक्सीन तैयार कर रही है और इंडियन काउंसिल ऑफ मैडिकल रिसर्च के साथ मिलकर परीक्षण कर रही है।         

 स्वास्थ्य मंत्री ने इस दौरान लोगों से आह्वान किया कि इससे डरने वाली कोई बात नहीं है। लोगों को आगे आकर ज्यादा से ज्यादा संख्या में इसका हिस्सा बनना चाहिए। इसलिए उन्होंने सबसे पहले खुद पर इसका परीक्षण करवाया है ताकि लोगों के मन मे किसी प्रकार की शंका या भय न रहे। तीसरे व अंतिम चरण की को-वैक्सीन का परीक्षण 25 हजार 800 लोगों पर किया जाएगा।

स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि हरियाणा में एक हजार वॉलंटियर को कोरोना वैक्सीन परीक्षण के लिए पंजीकृत किया जाएगा। उन्होंने कहा कि किसी भी उम्र का व्यक्ति वालंटियर के तौर पर इस मुहिम का हिस्सा बन सकता है। यदि कोई व्यक्ति कोरोना वैक्सीन ट्रॉयल का हिस्सा बनना चाहता है, तो वह रोहतक पीजीआई द्वारा जारी हैल्पलाईन नम्बर 9416447071 पर सम्पर्क कर सकता है या [email protected] पर मेल कर सकता है।         

 उन्होंने कहा कि जिन वॉलंटियर पर इस वैक्सीन का ट्रायल किया जाएगा, उनकी डॉक्टरों की टीम द्वारा समय-समय पर जांच भी की जाएगी ताकि वैक्सीन से होने वाले प्रभाव पर नजर रखी जा सके।

उन्होंने कहा कि तीसरे व अंतिम चरण के सफल परीक्षण के बाद सरकार इसकी इजाजत दे देती है तो देश के लोगों को वर्ष 2021 के शुरू में ही वैक्सीन को कोरोना के लिए इस्तेमाल किया जाएगा और कोराना के भय मे जी रहे लोगों को इस बीमारी से मुक्ति मिलेगी।         

 इससे पहले डॉक्टरों की टीम ने श्री विज के स्वास्थ्य की जांच की और रोहतक पीजीआई के एक्सपर्ट डॉक्टरों की निगरानी में अंबाला छावनी के सिविल अस्पताल में वैक्सीन दी गई। वैक्सीन के ट्रायल के दौरान रोहतक पीजीआई के कुलपति डॉ ओपी कालरा, हरियाणा नोडल ऑफिसर डॉ ध्रुव चौधरी अपनी टीम के साथ मौजूद रहे।