सिटी बैंक के साथ 400 करोड़ का घोटाला करने वाले मुख्य जमनोत्तर/उद्धघोषित अपराधी को अपराध शाखा सिकन्दरपुर, गुरुग्राम की पुलिस टीम ने किया काबू। आरोपी द्वारा सिटी बैंक के साथ 400 करोड़ रुपयों के घोटाले को अन्जाम देने के मामले में किया था गिरफ्तार। जो जमानत के बाद माननीय अदालत में नही हुआ था पेश। आरोपी जमानत के बाद भी कई करोड़ो की धोखाधड़ी करने की कई वारदातों को दे चुका था अन्जाम, जिसे माननीय अदालत द्वारा घोषित किया गया था उद्धघोषित अपराधी।

वर्ष-2010 में सिटी बैंक के 400 करोड़ रुपयों की धोखाधड़ी करने की वारदात अन्जाम दिया गया था। इस संबंध में थाना DLF Ph-2, गुरुग्राम में अभियोग संख्या 341/2010 धारा 406, 420, 467, 468, 471, 120B IPC के तहत अंकित किया गया था।

इस अभियोग में मुख्य आरोपी शिवराजपुरी पुत्र रघुराजपूरी निवासी 1B-77 प्रिंसटन स्टेट, DLF Ph-5, गुरुग्राम को अभियोग में नियमानुसार गिरफ्तार किया गया था।

गुरुग्राम पुलिस द्वारा उक्त आरोपी के खिलाफ माननीय अदालत में पुख्ता साक्ष्य व गवाह पेश किए गए थे, जिनके आधार पर माननीय द्वारा आरोपी दण्डित किया गया था। उसके बाद आरोपी माननीय अदालत से जमानत पर जेल से बाहर आया था, उसके बाद निर्धारित पेशी पर माननीय अदालत के सम्मुख पेश नही हुआ। आरोपी द्वारा जमानत से वापिस ना जाने पर आरोपी को माननीय अदालत द्वारा जमनोत जम्प करने पर आरोपी को जमनोत्तर अपराधी व उद्धघोषित अपराधी घोषित किया गया था।

जमानत पर आने के बाद आरोपी ने लोगों को अच्छा रिटर्न दिलाने के नाम पर उनके पैसे इन्वेस्टमेंट करने का प्रलोभन देकर करोड़ो रुपयों की धोखाधड़ी करने की कई वारदातों को अंजाम दिया। जिनके सम्बन्ध में संबंधित थानों में अभियोग भी अंकित है।

उक्त आरोपी को काबू करने के लिए अपराध शाखा सिकन्दरपुर, गुरुग्राम की पुलिस टीम ने कार्यवाही करते हुए अपने गुप्त सूत्रों की सहायता से व अपने अथक प्रयासों से उपरोक्त जमनोत्तर/उद्धघोषित अपराधी को दिनाँक 13.11.2020 को देहरादून से काबू करने में बड़ी सफलता हासिल की है।

आरोपी को अभियोग संख्या 871 दिनाँक 20.10.2018 धारा 174A IPC थाना शिवाजी नगर, गुरुग्राम में नियमानुसार गिरफ्तार किया गया।▪️आरोपी बहुत ही शातिर, फर्जी व जालसाज प्रवृत्ति का है और करोड़ो की धोखाधड़ी की विभिन्न वारदातों को अंजाम दे चुका है। आरोपी के खिलाफ गुरुग्राम में धोखाधड़ी के 03 अभियोग अंकित है तथा माननीय अदालत द्वारा आरोपी के खिलाफ 02 अभियोग उद्धघोषित अपराधी घोषित किए जाने पर अंकित कराए गए है। आरोपी माननीय अदालत से जमानोत्तर अपराधी (Bail-Jumpers) भी करार दिया हुआ है।

आरोपी को कल दिनाँक 14.11.2020 को माननीय अदालत के सम्मुख पेश करके न्यायिक हिरासत में भेजा गया है, जिसे पुनः धोखाधड़ी के अभियोग में प्रोडक्शन वारन्ट के माध्यम से पुलिस हिरासत रिमाण्ड पर लिया जाएगा।

पुलिस हिरासत रिमाण्ड के दौरान आरोपी से अन्य वारदातों के बारे में गहनता से पूछताछ की जाएगी व पुलिस पूछताछ में जो भी तथ्य सामने आएंगे नियमानुसार आगामी कार्यवाही की जाएगी। अभियोग अनुसंधनाधीन है।

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