चंडीगढ़,गुरुग्राम, रेवाड़ी15 अप्रैल 2025। अम्बेडकर जयंती के अवसर पर स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष वेदप्रकाश विद्रोही ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के हरियाणा दौरे को ‘झूठ, लूट और जनविरोधी राजनीति’ को बढ़ावा देने वाला करार दिया है। उन्होंने आरोप लगाया कि मोदी ने हिसार और यमुनानगर में दिए अपने भाषणों में तथ्यों को तोड़-मरोड़ कर प्रस्तुत कर न केवल प्रधानमंत्री पद की गरिमा को आहत किया, बल्कि संविधान निर्माता डॉ. भीमराव अम्बेडकर की जयंती पर राजनीतिक लाभ के लिए झूठ का सहारा लेकर बाबा साहब का भी अपमान किया।

विद्रोही ने कहा कि प्रधानमंत्री ने कांग्रेस पर संविधान विरोधी होने का आरोप लगाया, जबकि ऐतिहासिक सत्य यह है कि जब कांग्रेस आज़ादी के संघर्ष में अग्रणी भूमिका निभा रही थी, तब आरएसएस—जिससे प्रधानमंत्री वैचारिक रूप से जुड़े हैं—अंग्रेजों की सत्ता के सहयोगी बने हुए थे। उन्होंने स्मरण कराया कि 29 नवंबर 1949 को आरएसएस ने सार्वजनिक रूप से भारतीय संविधान की प्रति जलाकर अपना विरोध दर्ज कराया था—और आज उसी संविधान की दुहाई दी जा रही है।

उन्होंने आगे कहा कि प्रधानमंत्री यह तथ्य भी नजरअंदाज कर गए कि डॉ. अम्बेडकर ने 18 जनवरी 1952 को स्वयं स्वीकार किया था कि उन्हें चुनाव कांग्रेस ने नहीं, बल्कि हिन्दू महासभा, आरएसएस और सावरकर समर्थकों के षड्यंत्र के चलते हारना पड़ा। विद्रोही ने सवाल उठाया कि जो व्यक्ति बाबा साहब के नाम पर झूठ बोलकर राजनीति करता है, वह संविधान और अम्बेडकर का सम्मान किस रूप में कर रहा है?

योजनाओं पर श्रेय हथियाने का आरोप

विद्रोही ने प्रधानमंत्री द्वारा उद्घाटन की गई परियोजनाओं पर भी तीखा हमला किया। उन्होंने कहा कि हिसार एयरपोर्ट और यमुनानगर थर्मल पावर प्लांट दोनों ही योजनाएं कांग्रेस शासन की देन हैं। यूपीए सरकार ने 2013 में हिसार और करनाल एयरपोर्ट की स्वीकृति दी थी। करनाल एयरपोर्ट आज तक ठंडे बस्ते में है, जबकि हिसार एयरपोर्ट को तीन वर्षों में पूरा किया जाना था, पर भाजपा सरकार ने इसमें 8 साल का विलंब किया और अधूरे एयरपोर्ट का उद्घाटन कर जनता को भ्रमित किया।

उन्होंने कहा कि यह एयरपोर्ट केवल सीमित उड़ानों के लिए सक्षम है और यात्रियों की सुरक्षा को खतरे में डालने वाला कदम है। वहीं, यमुनानगर थर्मल प्लांट के लिए ज़मीन अधिग्रहण व आधारभूत ढांचे का काम कांग्रेस सरकार में ही हो चुका था, लेकिन भाजपा ने 11 वर्षों तक परियोजना को लटकाकर रखा।

अन्य अधूरी योजनाएं और भ्रष्टाचार के आरोप

विद्रोही ने रेवाड़ी के आउटर बायपास, झज्जर-रेवाड़ी सड़क और गोरखपुर-फतेहाबाद परमाणु संयंत्र जैसी परियोजनाओं का हवाला देते हुए कहा कि भाजपा सरकार की कार्यशैली लापरवाही और भ्रष्टाचार से भरी रही है। हिसार एयरपोर्ट निर्माण में भ्रष्टाचार के साक्ष्य सामने आ चुके हैं और आशंका है कि यमुनानगर परियोजना में भी भारी घोटाले होंगे।

जनता को परेशानी, अम्बेडकर जयंती का अपमान

प्रधानमंत्री के दौरे को लेकर विद्रोही ने कहा कि 14 अप्रैल को अम्बेडकर जयंती जैसे महत्वपूर्ण दिन पर हरियाणा रोडवेज की आधी से अधिक बसें रैली में भीड़ लाने के लिए लगा दी गईं, जिससे आमजन को दिनभर यातायात के लिए जूझना पड़ा। निजी बस ऑपरेटरों ने इसका लाभ उठाकर यात्रियों से मनमानी किराया वसूला।

निष्कर्षतः,

विद्रोही ने प्रधानमंत्री के इस दौरे को “झूठ, लूट, ठगी और संवैधानिक मूल्यों की उपेक्षा” का प्रतीक बताया। उन्होंने कहा कि यह दौरा न तो विकास का संकेतक है और न ही जनकल्याण का। बल्कि यह जनता को भ्रमित करने और झूठे श्रेय का प्रचार करने की एक सोची-समझी कवायद है।

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