महिला सशक्तीकरण के साथ साथ रोजगार में प्रगति को बढ़ावा मिला. श्रम एवं रोजगार राज्यमंत्री ने मैकेनिकल टूलिंग पार्क का उद्घाटन किया फतह सिंह उजाला मनेसर । भारत की प्रतिष्ठित इलेक्ट्राॅनिक इंजीनियरिंग एवं निर्माण कंपनी वीवीडीएन टेक्नोलाॅजीज ने हरियाणा के मानेसर में अपना नया एसएमटी फैसिलिटी एवं मैकेनिकल टूलिंग और प्रोडक्शन सेंटर खोलकर विस्तार किया। इस नए एसएमटी फैसिलिटी एवं मैकेनिकल टूलिंग सेंटर का उद्घाटन भारत सरकार में श्रम एवं रोजगार मामलों के राज्यमंत्री एवं संसद सदस्य संतोश गंगवार द्वारा किया गया। 150 करोड़ रुपये के निवेश के साथ यह नया एसएमटी एवं मैकेनिकल टूलिंग संयंत्र एक आधुनिक विश्वस्तरीय निर्माण इकाई है। पर्यावरण-अनुकूल यह संयंत्र व्यापक रूप से निर्माण तथा प्रोटोटाइप, प्रोडक्ट एसेंबली एरियाज, टेस्टिंग एवं वैलिडेषन इन्फ्रास्ट्राक्चर के साथ साथ मैकेनिकल डिजाइन, टूलिंग एवं मोल्ड मेकिंग क्षमताओं के लिए फुली आॅटोमैटिक एसएमटी लाइंस के साथ एक श्रेष्ठ एवं अत्याधुनिक मशीनरी से संपन्न है। इस नए संयंत्र द्वारा निकट भविश्य में रोजगार के व्यापक अवसर पैदा होने की भी संभावना है और महिला सशक्तीकरण इसका फोकस होने से यहां प्रमुख वूमेन एसएमटी लाइन को बढ़ावा मिलने की संभावना है। यह नया संयंत्र कुछ ऐसी नई हाई-टेक मशीनरी से संपन्न होगा जिससे वीवीडीएन को अपने ग्राहकों के लिए नेक्स्ट जेन साॅल्युशनों का उत्पादन बढ़ाने में मदद मिलेगी। उद्घाटन समारोह मे केंद्रीय मंत्री गंगवार ने इस नई इकाई की स्थापना पर वीवीडीएन टेक्नोलाॅजीज को बधाई देते हुए कहा, ‘आज वीवीडीएन में उद्घाटन के लिए मौजूद होना इस बात का प्रमाण है कि देश सही दिशा में अपनी सफलता की राह पर आगे बढ़ रहा है। हम वीवीडीएन की इस पहल का हार्दिक स्वागत करते हैं, क्योंकि इससे भारत में महिला सशक्तीकरण के साथ साथ रोजगार में प्रगति को बढ़ावा मिला है। कोविड-19 की वजह से पैदा हुई चुनौती को देश की बेहतरी की दिशा में काम करने के एक अवसर के तौर पर समझा जा रहा है। ऐसे समय में हमारे मंत्रालय पर जिम्मेदारी बेहद महत्वपूर्ण है। मोदी सरकार के विकास के माॅडल के तहत हमारे श्रम और रोजगार सृजन की दिशा में कार्य बेहद महत्वपूर्ण है जिससे आत्मनिर्भर भारत की राह प्रशस्त होगा। हम वीवीडीएन जैसी कंपनियों के योगदान की सराहना करते हैं, जो बड़ी तादाद में परोक्ष और अपरोक्ष नौकरियां पैदा करने में अहम योगदान दे रही हैं।’ मंत्री ने कोविड-19 की चुनोती से मुकाबले के लिए सरकार और उनके मंत्रालय द्वारा किए जा रहे विभिन्न कदमों और प्रयासों के बारे में भी बताया। इससे पहले, जुलाई 2020 में वीवीडीएन के 10 एकड़ वाले ग्लोबल इनोवेषन पार्क (जीआईपी) का उद्घाटन किया गया था जिसे आरऐंडडी और इलेक्ट्राॅनिक मैन्युफेक्चरिंग इकाई के साथ शुरू किया गया है। कंपनी ने 5जी इक्विपमेंट, ट्रैकर्स, डैश कैम्स, केमरा, आईओटी साॅल्युषंस, वाई-फाई एक्सेस पाॅइंट्स आदि समेत विभिन्न नवीनतम साॅल्युशनों के निर्माण के लिए अपने मौजूदा निर्माण संयंत्रों में चार और एसएमटी लाइनों को शामिल किया है। एसएमटी के अलावा, वीवीडीएन ने मैकेनिकल टूल्स और मोल्ड मैकिंग के लिए अपनाइ नई अतिरिक्त इकाई की भी घोषणा की है। जिसकी अतिरिक्त क्षमता 22,000वर्ग फुट है। इस नई पेशकष्श के साथ, वीवीडीएनएक प्रतिश्ठित एसएमटी फैसिलिटी एवं मैकेनिकल टूलिंग सेंटर बन गया है। 1 लाख रोजगार पैदा करना लक्ष्य वीवीडीएन टेक्नोलाॅजीज के सीईओ भूपेंदर सहारन ने कहा, ‘भारत में हाई-क्वालिटी डिजाइन और निर्माण को स्थानीय बनाने के मिशन और अगले तीन साल में 1 लाख स्थानीय रोजगार पैदा करने के वीवीडीएन के लक्ष्य की दिशा में यह एक महत्वपूर्ण कदम है। अपने ग्लोबल इनोवेशन पार्क और अन्य मौजूदा एसएमटी एवं मैकेनिकल टूलिंग इकाइयों के बाद, यह नया इंस्टाॅलेशन हमारी वृद्धि की एक सच्ची उपलब्धि एवं संकेतक है। नई पीढ़ी के गुणवत्तायुक्त साॅल्युशनों का निर्माण करने वाली व्यापक आकार की यह फैक्टरी हमें अपनी मौजूदा इंजीनियरिंग एवं निर्माण क्षमताओं का विस्तार करने और बढ़ाने में सक्षम बनाएगी। वीवीडीएन की ओडीएम क्षमताओं को इस नई इकाई से बड़ी मदद मिलेगी।’ Post navigation रोजगार बिल बनेगा कानून ? बना तो होगा बड़ा बवाल ! स्ट्रीट फॉर पीपल एवं साइकिल्स फॉर चेंज चैलेंज के तहत हुए राहगिरी डे का आयोजन