एडीसी की बुलाई गई बैठक में 14 में से 8 सदस्य ही हुए शामिल.
ह्ल्फन बयान पर हस्ताक्षर की पुष्टि को बुलाए थे समिति सदस्य

फतह सिंह उजाला

पटौदी।   पंचायत समिति फर्रुखनगर की चेयरमैन गीता यादव के खिलाफ दिए गए अविश्वास पत्र के साथ सलग्न ह्ल्फनामों पर किए गए हस्ताक्षरों की जांच के लिए बुधवार को  जिला अतिरिकत उपायुक्त कार्यालय परिसर गुरुग्राम में बुलाई गई बैठ में विपक्ष के 14 में से केवल 8 सदस्य ही पहुंचे । वही 6 समिति सदस्यों ने किन्ही कारणों से दूरी बनाए रखी । बैठक में पहुंचे सदस्यों द्वारा उनके दिए गए ह्ल्फन ब्यान की सत्यता का पता किया गया । सभी सदस्यों ने कहा कि चेयरमैन गीता के खिलाफ दिए गए ह्ल्फन बयान पर उनके ही हस्ताक्षर है।

वही चेयरमैन गीता यादव का कहना है कि सच्चाई को ज्यादा समय तक छिपाया नहीं जा सकता है। उसका प्रकाश झूठ रूपी अंधकार को हटा कर नये सवेरे का उदय करता है । उसी प्रकार विपक्षी समिति सदस्यों की चाल को सभी सदस्य भली प्रकार से समझ गए है । उन्होने कहा कि विपक्षी गुट चाहे लाख बुराई करे , लेकिन उनके गुट के साथियों पर उनका रगं नही चढ़ पाएगा । यह विपक्ष के लिए समिति सदस्यों गैर हाजीर होना करारा जवाब है । उनके पास पूर्ण बहुमत है , उनकी कुर्सी को कोई खतरा नही है ।  अगर विपक्षी खेमा अविश्वास पत्र भी लाता है तो वह शक्ति परिक्षण के लिए भी तैयार है।

बैठक के बाद मीडिया से हुई वार्ता में  डीडीपीओ नरेन्द्र सारवान ने बताया कि 29 अकटूबर को फर्रूखनगर के 14 समिति सदस्यों ने चेयरमैन गीता यादव के खिलाफ अविश्वास पत्र जिला उपायुक्त को  सौंपा था। चेयरमैन गीता यादव ने भी अपना पक्ष रखते हुए 11 सदस्यों के ह्ल्फनामें सौंप दिए थे । दोनों पक्षों से कुल 25 हल्फनामे मिले , जबकि  समिति सदस्य कुल 22 है ।

4 नवम्बर को गुरुग्राम में अतिरिक्त उपायुक्त के समक्ष विपक्षी खेमे के समिति सदस्यों को  हल्फिया बयान पर विचार करने के लिए आमंत्रित किया  गया था । बैठक में कुल आठ सदस्य ही पहुंच पाये । जिनके हस्ताक्षर की पुष्ठी हो ग्ई है । जबकि किन्ही कारणों से बैठक में नहीं पहुंच पाये 6 समिति सदस्यों को हस्ताक्षरों की पुष्ठी के लिए फिर मौका दिया जाएगा । उसके उपरांत अतिरिक्त उपायुक्त के आदेशानुसार कार्रवाई की जाएगी  ।

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