भिवानी/मुकेश वत्स
विभिन्न जन संगठनों के द्वारा शहर के अंदरूनी क्षेत्र में खिलाड़ी मनोज यादव के हत्यारों की गिरफ्तारी को लेकर कैंडल मार्च निकाला गया। जिसमें जन संघर्ष समिति, लेबर क्रांति मोर्चा, दलित अधिकार मंच, अंबेडकर सेना, महात्मा ज्योतिबा फुले स्पोर्ट्स अकैडमी, बहुजन क्रांति मोर्चा, आम आदमी पार्टी के नेता व आम जनता शामिल हुए। जिला प्रशासन के खिलाफ जोरदार नारेबाजी करते हुए सभी वक्ताओं ने कहा कि इस कैंडल मार्च का अर्थ है कि भिवानी शहर में अंधेरा है। क्योंकि 18 सितंबर को खिलाड़ी मनोज यादव की निर्मम हत्या के बाद पुलिस आज तक उसके हत्यारों को नहीं पकड़ सकी है।
प्रशासन के पास जन संगठनों ने कई बार ज्ञापन दिया, मजबूर होकर जन संगठन व परिवार के सदस्यों को रोड पर उतरना पड़ा है। दो नवंबर को विधायक घनश्याम सर्राफ व 7 नवंबर को सांसद धर्मवीर सिंह के निवास पर प्रदर्शन के लिए बाजार में पर्चे बांटकर प्रदर्शन में शामिल होने के लिए लोगो आमंत्रित भी किया गया। वक्ताओं ने कहा कि शहर में अमन चैन खत्म हो चुका है आए दिन कोई न कोई घटनाएं होती रहती है। खिलाड़ी मनोज यादव के समर्थन में लोगों का जन समर्थन मिल रहा है और नुक्कड़ सभा भी की जा रही है। अगर पुलिस जल्द मनोज यादव के हत्यारों को नहीं पकड़ सकी तो यह आंदोलन तेज होगा।