जिला शिक्षा अधिकारी भी रहे मौक़े पर मौजूद, नर्सरी से 12वीं तक की लगाई जा रही थी क्लासें भिवानी/मुकेश वत्स कोरोना महामारी ने पूरी दुनिया में लोकडाउन करके रख दिया। लोग अपने घरों में क़ैद रहने पर मजबूर हो गए। लेकिन भिवानी जिले के गांव बडेसरा के एक निजी स्कूल को इससे कोई वास्ता नहीं। यहां पर न महामारी का डर है और न ही सरकार का। यहां सब नियम क़ायदे क़ानून ताक पर रखकर मासूम बच्चों की धड़ल्ले से क्लास लगाई जा रही थी। जिसका खुलासा सीएम फ्लाइंग ने किया। जैसे ही सीए फ्लाइंग की टीम इस स्कूल में पहुंची तो स्कूल स्टाफ़ के साथ बच्चों में भी हडक़ंप मच गया है। सीएम फ्लाइंग ने विभागीय कार्रवाई के लिए जिला शिक्षा अधिकारी को भी मौक़े पर बुलाया और जांच शुरू की। यहां के हालात देखकर ख़ुद सीएम फ्लाइंग की टीम और जिला शिक्षा अधिकारी की टीम हैरान थी। क्योंकि यहां पर पहली से 12वीं की सभी क्लास लगाई जा रही थी। ज़्यादातर बच्चों के पास मास्क भी नहीं था और सोशल डिसटेंस की धज्जियाँ उड़ाई जा रही थी। सीएम फ्लाइंग के सब-इंस्पेक्टर सुनील कुमार ने बताया कि उन्हें सूचना मिली थी कि बडेसरा गांव के एक निजी स्कूल में छोटे छोटे बच्चों की क्लास लगायी जा रही है। उन्होंने बताया कि स्कूल के खिलाफ़ डिज़ास्टर मनेजमैंट की धारा 188 के तहत कार्यवाई की जाएगी। वहीं मौक़े पर पहुंचे जिला शिक्षा अधिकारी अजीत श्योराण ने बताया कि कोरोना महामारी के दौरान सभी स्कूल बंद हैं। किसी भी स्कूल में क्लास नहीं लगायी जा रही है। यहां पर सरकार के नियमों, एमएचए की गाइडलाइन व कोरोना महामारी के सभी नियम ताक पर रखे जा रहे हैं। जिसको लेकर उच्चाधिकारियों को उचित कार्रवाई के बारे में लिख कर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। Post navigation स्कूटी वितरण में समाजसेवी महिलाओं को भूल गए दुष्यन्त चौटाला: फौगाट खिलाड़ी मनोज के हत्यारों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर कैंडल मार्च