-कमलेश भारतीय सुश्री सैलजा को अपना नया कथा संग्रह यह आम रास्ता नहीं है , भेंट करते हरियाणा ग्रंथ अकादमी के पूर्व उपाध्यक्ष कमलेश भारतीय खट्टर जी , राजनीति छोड़ने की जरूरत नहीं पड़ती, यह जनता है जो सब जानती है और अपनेआप राजनीति छुड़वा देगी । यह कहना है हरियाणा प्रदेश कांग्रेस की अध्यक्ष व पूर्व केंद्रीय मंत्री सुश्री सैलजा का । वे हिसार के डाबड़ा चौक स्थित पैतृक आवास पर अपने पिता स्वर्गीय दलबीर सिंह की पुण्यतिथि पर हवन यज्ञ के बाद मीडिया से बात कर रही थीं । हरियाणा की मुख्य समस्याओं पर सवाल के जवाब में कहा कि बेरोजगारी बढ़ती जा रही है । काले किसान कानूनों से किसान बेहाल होगा और कर्मचारी भी आंदोलनरत हैं । इन सबके चलते बरोदा उपचुनाव में जनता सत्ता पक्ष के नेताओं को गांवों में घुसने नहीं दे रही और इनके पास जनता के सवालों के जवाब नहीं हैं । वादों का अम्बार जींद में भी लगाया था लेकिन जनता पछता रही है । सिर्फ वादों से कब तक बहलाओगे ? -निकिता कांड पर क्या कहेंगी? -बेटी बचाओ , बेटी पढ़ाओ नारा खोखला साबित हो रहा है । हाथरस में क्या हुआ ? कहां बेटी बचाई? निकिता को सरेआम गोली मार दी गयी । कहां है आपकी कानून व्यवस्था ? शिक्षण संस्थाओं के बाहर पुलिस बल तैनात किया जाना चाहिए बीरेंद्र सिंह द्वारा कांग्रेस की आलोचना करने पर क्या विचार है ?-चौ बीरेंद्र सिंह भाजपा को फिक्र करें । कांग्रेस की चिंता छोड़ें । -पुलवामा पर राहुल की आलोचना की जा रही है । क्यों ?-ओछी राजनीति है यह ।अकेले राहुल गांधी ऐसे नेता हैं जो केंद्र सरकार को आइना दिखा रहे हैं । गठबंधन सरकार कब तक चलेगी ?-गठबंधन के नेता अपना अपना घर या कुनबा संभाल नहीं पा रहे । ऐसे में सरकार कब तक चल सकती है ? -बरोदा में क्या हुड्डा पिता पुत्र पर ही प्रचार की कमान है ?-नहीं । सारी कांग्रेस प्रचार कर रही है । निःसंदेह हुड्डा परिवार का वहां प्रभाव है पर कांग्रेस एकजुट होकर प्रत्याशी इंदु के पक्ष में लगी है । -हिसार एयरपोर्ट को पहली वर्षगांठ का तोहफा बताया जा रहा है ।-यह जुमला मात्र है । विधानसभा चुनाव में भी ऐसा ही नारा दिया जाता रहा । छह साल बीत गये । क्या हुआ एयरपोर्ट का ? स अवसर पर पूर्व मंत्री सुभाष बतरा, साढौरा की विधायक रेणुबाला, शीशराम केसरवाल , डाॅ सुशील इंदौरा , पूर्व सांसद चरणजीत रोड़ी , बजरंग दास गर्ग, भूपेंद्र गंगवा, लालबहादुर खोवाल जगन्नाथ व मुकेश सेठी आदि मौजूद थे । Post navigation बरोदा में राम राज या जंगल राज? एयरपोर्ट , वेंटिलेटर और नोटिस