30 अक्टूबर 2020 – स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष एवं हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता वेदप्रकाश विद्रोही ने आरोप लगाया कि बेटियों को सुरक्षा देने में नाकाम हरियाणा भाजपा खट्टर सरकार अब अपनी असफलता को छुपाने औच्छे हथकंडे अपनाकर निकिता हत्याकांड पर पीडि़त परिवार को सात्वंना देने गई प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कुमारी शैलजा व हरियाणा कांग्रेस प्रभारी विवेक बंसल की कार पर संघीयों से प्रायोजित हमला करवाके हत्याकांड का राजनीतिकरण करने का असफल कुप्रयास कर रही है।

विद्रोही ने कहा कि वीरवार को जब प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कुमारी शैलजा व हरियाणा कांग्रेस प्रभारी विवेक बसंल के साथ निकिता हत्याकांड के पीडि़त परिवार को वल्लभगढ़ स्थित उनके निवास स्थान से सांत्वना देकर अपनी गाड़ी में बैठ रही थी, तब भाजपाई-संघीयों ने उनकी गाड़ी पर हमला करके शालीनता, नैतिकता की सभी हदे पार कर दी। सबसे आश्चर्यजनक बात यह है कि उसी समय निकिता परिवार के साथ भाजपा प्रदेश अध्यक्ष औमप्रकाश धनखड़ व हरियाणा भाजपा खट्टर सरकार के मंत्री मूलचंद शर्मा भी बैठे थे। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष व सरकार के एक मंत्री की मौजूदगी में कांग्रेस नेताओं की गाड़ी पर संधीयों का हमला और भी निदंनीय है।

 विद्रोही ने कहा कि निकिता सहित प्रदेश की सभी बेटियों को सुरक्षा देने में नाकाम हरियाणा भाजपा खट्टर सरकार वल्लभगढ़ के निकिता हत्याकांड पर क्षुद्र राजनीति करके अपनी असफलता को छुपाने इस जघन्य हत्याकांड को राजनीतिक व धार्मिक रंगत देकर औच्छी राजनीति की सभी हदे पार कर रही है। निकिता के हत्यारे से कांग्रेस का कोई लेना-देना नही है। कांग्रेस पहले ही दिन से कठोर दंड देने की मांग कर रही है, फिर भी भाजपा-संघी इसे जबरदस्ती कांग्रेसे से जोड़कर राजनीतिक रंग देने का असफल कुप्रयास कर रहे है।

विद्रोही ने कहा कि जब वर्ष 2018 में निकिता का अपहरण हुआ, हत्यारे के खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई, तब भी हरियाणा में भाजपा की सरकार थी और जब निकिता की हत्या हुई, तब भी भाजपा की सरकार है। भाजपा सरकार यह जवाब देने बजाय कि 2018 में निकिता के अपहरण के बाद भी अपराधियों पर कठोर कार्रवाई क्यों नही की, निकिता की जहां हत्या हुई, उस कालेज में परीक्षा के समय पुलिस क्यों नही थी? इसका जवाब देने की बजाय अपनी जवाबदेही से भाग रही है। अपराधी, अपराधी होता है चाहे वह किसी भी राजनीतिक, सामाजिक संगठन, जाति व धर्म से सम्बन्धित हो। वहीं कांग्रेस ने कब अपराधी व उसके मददगारों को राजनीतिक सरंक्षण देकर उसका पक्ष लिया?

जब कांग्रेस पहले ही दिन से इस हत्याकांड की निंदा करके हत्यारों व उसके मददगारों को कठोर सजा की मांग कर रही है, फिर इस हत्याकांड का संघी राजनीतिकरण करके अपनी जवाबदेही से क्यों भाग रहे है? विद्रोही ने मांग की कि संघी सरकार राजनीति करने की बजाय अपराधियों को जल्द से जल्द कठोर दंड दिलवाने में अपनी क्षमता लगाये। 

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