1 नवम्बर 2020 – हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता वेदप्रकाश विद्रोही ने हरियाणा दिवस पर प्रदेशवासियों को हार्दिक बधाई देते हुए कहा कि आज का दिन हरियाणा के लिए गौरव का दिन है जब प्रदेश ने अपने स्थापना के 54 वर्ष पूरे करके 55वें वर्ष में प्रवेश कर लिया। विद्रोही ने कहा कि आज हरियाणा के गौरवमय दिन पूरे प्रदेश में मनाया जा रहा है। हरियाणा की स्थापना व निर्माण का सारा श्रेय श्रीमती इंदिरा गांधी को जाता है जिनके मार्गनिर्देश व सरंक्षण में प्रदेश के तीसरे मुख्यमंत्री के रूप में चौ0 बंसीलाल ने सही अर्थो में चहुंमुखी विकास करके आज के हरियाणा को बनाया।

हरियाणा देश के उन चंद राज्यों में से एक है, जिसने अपने निर्माण के मात्र दस वर्ष के अंदर चहुंमुखी विकास करके देश के विकसित राज्यों की श्रेणी में अपने को शामिल किया। विद्रोही ने कहा कि अच्छा होता यदि आज के दिन को भाजपा खट्टर सरकार राजनीति उपर उठकर हरियाणा की स्थापना व निर्माण का श्रेय श्रीमती इंदिरा गांधी को देते हुए चौ0 बंसीलाल के चहुंमुखी विकास को भी याद करती। ये भाजपा की औच्छी व छोटी मानसिकता का परिचायक है कि जिस भाजपा का हरियाणा के स्थापना व निर्माण में किचिंत मात्र का योगदान है, वह भाजपा केन्द्र व हरियाणा की सत्ता के बल पर झूठा श्रेय लेने की बेशर्मी कर रही है।

हरियाणा के 54 वर्ष के इतिहास में सबसे बुरा दौर वर्तमान भाजपा खट्टर सरकार में आया है जब भाजपा ने अपने निहित राजनीतिक स्वार्थो की पूर्ति के लिए सुनियोजित षडयंत्र करके जातिय तनाव व दंगों में प्रदेश को धकेलकर लगभग 20 हजार करोड़ की सरकारी व निजी सम्पत्तियों को स्वाह करवाया और 31 लोगों को पुलिस व सुरक्षाबलों की गोलिया से भूनवाया। भाजपा शासन के विगत छह साल के शासन में चार हिंसा तांडव हुए जिनमें भाजपा ने 83 लोगों को पुलिस गोलियों से भूनवाया जो हरियाणा के राजनीतिक इतिहास में कभी किसी एक सरकार के कार्यकाल में नही हुआ।                 

  विद्रोही ने कहा कि भाजपा खट्टर सरकार इतनी जनविरोधी सरकार है कि उसके शासन में किसानों के प्रति बरती गई उपेक्षा का ही यह दुष्परिणाम है कि विगत छह सालों में 93 किसानों ने कर्ज बोझ अथवा फसल बर्बादी को देखकर क्या तो आत्महत्या की या सदमे में खेतों में ही मर गए जो हरियाणा के इतिहास में कभी नही हुआ। भाजपा ने प्रदेश को इस मोड़ पर खड़ा कर दिया कि वर्षो का भाईचारा तार-तार हो गया और हरियाणा में जातिय तनाव की ऐसी गहरी खाई पड गई जिसका पाटा जाना असंभव नही तो दुष्कर अवश्य हो गया है।                          

विद्रोही ने अपने गृहजिले रेवाड़ी की स्थापना को 31 वर्ष पूरे होने पर रेवाड़ी जिले के नागरिकों को हार्दिक बधाई दी और इस बात पर प्रसन्नता प्रकट की कि विगत 31 वर्ष में रेवाडी जिले ने हर क्षेत्र में चहुंमुखी विकास किया है। वहीं यह भी कहा कि जिले का और विकास करने  और नागरिक सुविधाओं को सृदृढ़ करने की जरूरत है जिसके लिए सभी चुने हुए जनप्रतिनिधियों  व सत्ता दल-विपक्षी दलों के नेताओं को मिलकर काम करने की जरूरत है।

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