गुडग़ांव, 21 अक्टूबर 2020 – देश की आंतरिक सुरक्षा में पुलिस की महत्वपूर्ण भूमिका है, उक्त विचार गुरूग्राम के पुलिस कमिश्नर के के राव ने व्यक्त किये। पुलिस कमिश्नर श्री राव बुधवार को पुलिस शहीदी दिवस के अवसर पर बोल रहे थे। पुलिस के वीर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करके नमन करने के लिए जिला पुलिस लाइन में शहीद स्मारक पर श्रद्धांजलि कार्यक्रम में पुलिस शहीद फाउंडेशन के सदस्य भी शामिल हुए।

श्री राव ने फाउंडेशन के सदस्यों और उपस्थित सैकड़ो पुलिस अधिकारियों और कर्मियों को संबोधित करते हुए कहा कि आज के परिवेश में पुलिस की भूमिका काफी महत्वपूर्ण और चुनोतिपूर्ण हो गए है। उन्होंने कहा कि हरियाणा पुलिस विशेषकर गुरूग्राम पुलिस किसी भी आपराधिक चुनोती से निपटने में सक्षम है। उन्होंने कहा कि आज अपराधी नए नए तरीकों से अपराध कर रहे है, आम जन को चाहिए कि वे नए नए अपराधों से बचने के लिए जागरूक हो।

उन्होंने उपस्थित सभी पुलिस अधिकारियों और कर्मियों को निर्देश भी दिए कि वे आमजन के साथ शालीनता से पेश आए और उनकी शिकायतों का तुरंत समाधान करे। उन्होंने कहा कि आमजन की सहायता से ही अपराधों पर पुलिस नियंत्रण कर सकती है।

इस अवसर पर पुलिस शहीद फाउंडेशन के अध्यक्ष एडवोकेट आर एल शर्मा ने कहा कि आज हम सब पुलिस के वीर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए जिला पुलिस के इस कार्यक्रम में उपस्थित हुए है, उनकी फाउंडेशन के मुख्य उद्देश्य पुलिस के शहीद परिवारों एवम पुलिस कर्मियों का वेलफेयर करना है। फाउंडेशन के अध्यक्ष श्री शर्मा ने कहा कि वर्ष 2004 से वे पुलिस वेलफेयर के कार्य करते आ रहे है। श्री शर्मा ने कहा कि गुरूग्राम पुलिस का ही नही बल्कि पूरी हरियाणा पुलिस का ये सौभाग्य है कि आज गुरूग्राम पुलिस के मुखिया के के राव एक शहीद के परिवार से है, पुलिस कमिश्नर के के राव के पिता स्वर्गीय श्री सुखबीर सिंह जो हरियाणा पुलिस में डीएसपी के पद पर थे 1989 में आंतकवादियो से आमने सामने लड़ते हुए वीर गति को प्राप्त हुए थे। फाउंडेशन के अध्यक्ष आर एल शर्मा ने कहा कि आज गुरूग्राम जैसे संवेदनशील जिले में पुलिस कमिश्नर के के राव ने अपराधों पर पूरी तरह से नकेल डाल रखी है।

इस अवसर पर शहिद परिवार से होने के कारण पुलिस कमिश्नर श्री के के राव को स्मृति चिन्ह व शाल भेंट करके सम्मानित भी किया गया, इनके साथ साथ इस वर्ष शहीदों के दो परिवारों को भी स्मृति चिन्ह ओर शाल भेंट करके सम्मानित किया गया।

गौरतलब है कि 21 अक्टूबर 1959 को लदाख के हॉट स्प्रिंग में देश की सुरक्षा की प्रथम पंक्ति में तैनात सीआरपीएफ की 20 सदस्यीय छोटी सी टुकड़ी सीमा पर तैनात थी। जिसकी अगुवाई सीआरपीएफ के डीएसपी कर्मसिंह द्वारा की जा रही थी, तभी चीनी सेना ने भारी भरकम लव लश्कर के साथ घात लगाकर भारतीय सीआरपीएफ की 20 सदस्यों की टुकड़ी पर हमला किया गया। सीआरपीएफ की छोटी से टुकड़ी ने भारीभरकम चीनी सेना का डटकर मुकाबला किया और चीनी सेना को भारी नुकसान पहुंचाया। इस भीषण लड़ाई में भारतीय सीआरपीएफ के डीएसपी कर्मसिंह सहित 10 जवान वीरगति को प्राप्त हुए और उन्होंने अपने जीवन का सर्वोच्च बलिदान दिया। उसी दिन से शुरू हुई थी ये गौरवपूर्ण बलिदान की गाथा। इसी कड़ी में देश के प्रत्येक जिला मुख्यालय पर पुलिस स्मृति दिवस का आयोजन देश के सभी शहीद पुलिस कर्मियों को याद किया जाता है, ओर पुलिस वेलफेयर के कार्यो की घोषणा भी की जाती है।

इस अवसर पर पुलिस शहीद फाउंडेशन के महासचिव दीपक मैनी, सदस्य रिटायर्ड पुलिस इंस्पेक्टर चंद्र प्रकाश, जॉइंट पुलिस कमिश्नर कुलविंदर सिंह, सभी डीसीपी, एसीपी, गुरूग्राम पुलिस के जन सम्पर्क अधिकारी शुभाष बोकन ओर सभी थाना प्रभारी सहित सैकड़ों पुलिस कर्मी श्रद्धांजलि कार्यक्रम में उपस्थित रहे।

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