सैलजा की मुख्यमंत्री को लिखी चिट्ठी पर भाजपा नेता सुदेश कटारिया की प्रतिक्रिया गुड़गाँव, 12 अक्तूबर 2020, भाजपा नेता सुदेश कटारिया ने कोंग्रेस प्रदेशाध्यक्ष कुमारी सैलजा की प्रदेश में दलितों पर अत्याचार के संदर्भ में मुख्यमंत्री मनोहर लाल को लिखी एक चिट्ठी पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि सैलजा खुद जानती है, कोंग्रेस के समय में दलितों के लिए कितना और क्या किया l आज दलित हित की चिंता केवल कोरा ढोंग है, प्रदेश का दलित वर्ग आज भी भागना, मिर्चपुर, गोहाना को भूला नहीं है l सैलजा खुद जिस समय शासन का हिस्सा थी, तब तो मुकदमा तक दर्ज नहीं होता था l इनके समय में दलितों को लेकर हत्याएं, बलात्कार अपहरण की घटनाएँ आम हो गई थी l आकड़ें बताते है कि अकेले 2012 में ही सैकड़ों बलात्कार की घटनाएँ होती है, जिसमे ज्यादातर पीडिताओं का संबंध दलित समाज से था l उन्होंने कहा कि कोंग्रेस केवल राजनीतिक स्वार्थों को साधने के लिए दलितों का इस्तेमाल करती है l कोंग्रेस ने अपने समय में कोई ठोस योजना और कानून दलितों के हित में नहीं बनाएं l भारतीय जनता पार्टी के कदावर नेता और पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेई के समय में भाजपा ने तीन बार संविधान संशोधित किया और दलितों के हित में कानून बनाएं l आज देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और प्रदेश में मुख्यमंत्री मनोहर लाल के शासन में देश और प्रदेश के प्रत्येक नागरिक चाहे वह दलित हो या सवर्ण सबके हित सुरक्षित है l उन्होंने कहा कि आज प्रदेश में किसी भी वर्ग को न्याय के लिए चिंता करने की जरुरत नहीं है l प्रदेश में कानून व्यवस्था को मजबूत करने के लिए मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने महिला थानों से लेकर पुलिस विभाग के आधुनिकीकरण के लिए महत्वपूर्ण काम किए । जिसका परिणाम है कि हरियाणा में ओवरआऑल अपराध पर लगाम लगी है । कटारिया ने कहा कि केंद्र में मोदी सरकार बनने के बाद देश मे दलितों के अधिकारों और सम्मान के लिए काम शुरू हुए, भाजपा सरकार ने डॉ भीमराव अंबेडकर से जुड़े स्थानों का जीर्णोद्धार करके उनको तीर्थ के रूप में विकसित करने का काम किया, जो देश मे दलितों के सम्मान से जुड़ी एक बडी बात है । दलित समाज से संबंध रखने वाले महापुरुषों की जयंतियों को राष्ट्रीय और प्रदेश स्तर पर मनाने का निर्णय भी दलित समाज के लिए बड़ा निर्णय है । कोंग्रेस को ये बाते शायद हजम नहीं हो रही, इसलिए कोंग्रेस की प्रदेशाध्यक्ष कुमारी सैलजा मीनमेख निकालने में लगी है l आज वो शायद ये भूल गई है कि एक दिन उन्होंने ही कोंग्रेस के शासन काल के दौरान हरियाणा को बलात्कारी प्रदेश की संज्ञा दे डाली थी और उसी समय कोंग्रेस के बड़े दलित नेता पी एल पुनिया ने भी हरियाणा में दलितों के ऊपर हो रहे अत्याचारों पर चिंता व्यक्त की थी l Post navigation शिक्षा के बदलते स्वरूप पर अंतरराष्ट्रीय सेमिनार फारुख अब्दुल्ला जैसे देशद्रोहियों को सबक देना जरूरी: बोधराज सीकरी