विरोध के बीच पास किया प्रस्ताव, निगम में जनता के पैसे की लूट की चल रही बंदरबाट

गुरूग्राम, 12 अक्टूबर-नगर निगम की सदन की बैठक में सोमवार को वार्ड-34 के निगम पार्षद ने नगर निगम की जमीनों को बिल्डर की जमीनों से बदलने के मुद्दें को प्रमुखता से उठाया। आपत्ति और लगातार विरोध के बीच भी सदन की बैठक में प्रस्ताव किया गया। राठी ने कड़ा विरोध जताते हुए कहा कि बिना बहस करें इस प्रस्ताव को बैठक में प्रस्ताव पास कराया गया है। इसके फायदे-नुकसान के बारे में भी कोई चर्चा नहीं की गई।

राठी ने सदन में लिखित में महापौर, निगम आयुक्त व सचिव को आपत्ति दर्ज कराते हुए कहा कि जमीन की अदला-बदली का बड़ा घोटाला है जिसमें निगम को करोड़ों रुपये का नुकसान हुआ है।

80 करोड़ से अधिक का होगा नुकसान

राठी ने कहा कि वाटिका बिल्डर को सीहि गांव में नगर निगम की 3 एकड़ की जमीन के बदले गढ़ी-हरसरू में उतनी ही जमीन ली जा रही है। सीहि में रिहायशी इलाके की जमीन का कलेक्टर रेट 9000 रुपये गज है जबकि गढ़ी हरसरू में कृषी जमीन ली जा रही है जिसका रेट 1 करोड़ 10 लाख रुपये एकड़ है। यदि मार्केट रेट की बात की जाए तो नगर निगम की जमीन की कीमत कलेक्टर रेट के भी 5 गुना है। इसी प्रकार से नगर निगम की घाटा गांव की 551 वर्ग गज जमीन व्यवसायिक प्रोजेक्ट के बीच है। इस व्यवसायिक जमीन के बदले भी गढ़ी-हरसरू में कृषि जमीन ली जा रही है। इस सौदे से निगम को 80 करोड़ से अधिक का नुकसान होगा।

सरकार स्तर के एस्टीमेट तोडक़र यहीं से किए जा रहे पास

राठी ने बैठक में सरकार स्तर के एस्टीमेट को तोडक़र यहीं पास करने का मुद्दा भी उठाया। एजेंडे में चारों जोन के इलेक्ट्रोमेगनेटिक फ्लो मीटर के लगभग 4 करोड़ रुपये के टेंडर अलॉट किए गए है। यह टेंडर 133 लाख, 140 लाख व 136 लाख है जो कि सरकार स्तर के थे लेकिन संविदा एवं वित्त कमेटी ने ढाई करोड़ की लिमिट से नीचे करने के लिए विभाजित कर अपने यहां से ही पास कर दिए।

24 पार्को के बने 9 करोड़ के एस्टीमेट

इसके अलावा नगर निगम में जनता के पैसे की लूट की बंदरबाट का मुद्दा भी जोर-शोर से उठाया। लगभग 24 पार्को के 9 करोड़ रुपये के एस्टीमेट बना वित्त एवं संविदा कमेटी में पास कर दिए गए। नियमों के हिसाब से  2 एकड़ तक के पार्क के विकास एवं नवीनीकरण पर 15 लाख रुपये से अधिक खर्च नहीं होने चाहिए लेकिन यहां पर एक पार्क का एस्टीमेट 50 से 60 लाख रुपये का तैयार कर पास किया जा रहा है।

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